भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो रहा है. 26 जुलाई तक चलने वाला सत्र हंगामेदार हो सकता है, क्योंकि सत्तापक्ष को घेरने के लिए विपक्ष पूरी तरह से तैयार है, जबकि देर रात विधायक दल की बैठक में सीएम कमलनाथ ने सभी विधायक और मंत्रियों को दृढ़ता के साथ जवाब देने के निर्देश दिए हैं.
- इस सत्र में क्या कुछ होगा खास, जानिए विस्तार से-
- मानसून सत्र 8 जुलाई से 26 जुलाई तक चलेगा.
- 19 दिवसीय सत्र में सदन की कुल 15 बैठकें होंगी.
- 15वीं विधानसभा का यह तीसरा सत्र है.
- सत्र के हंगामेदार होने के पूरे आसार हैं.
- इसी सत्र में सरकार अपना बजट पेश करेगी.
- प्रदेश का बजट 10 जुलाई को होगा पेश.
- विधानसभा सचिवालय में अब तक 4,362 प्रश्नकाल की सूचनाएं.
- अशासकीय संकल्प की 22 सूचनाएं व शून्यकाल की 47 सूचनाएं प्राप्त हुई हैं.
- शासकीय विधेयकों की भी 6 सूचनाएं सचिवालय को प्राप्त हुई हैं.
- ध्यानाकर्षण की 206 हैं, जबकि स्थनगन प्रस्ताव के लिए 23 सूचनाएं प्राप्त हुई हैं.
- इस बार राज्यपाल का अभिभाषण नहीं होगा, क्योंकि लेखानुदान के समय हो चुका है.
- सत्र के दौरान मुख्य विपक्षी दल बीजेपी प्रदेश सरकार को घेरने की तगड़ी तैयारी में है.
- तबादला, बिजली, कर्जमाफी और कानून व्यवस्था पर विपक्ष सत्तापक्ष को घेर सकता है.
- सत्ता पक्ष बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय वाले मामले में निंदा प्रस्ताव ला सकता है.
- इस बार पत्रकारों की एंट्री गेट नंबर एक कि बजाय पांच नंबर से होगी.
- विधानसभा की नियम समिति ने तय किया कि जो विधायक सदन की कार्यवाही के दौरान गर्भगृह में पहुचेगा वो उस दिन की कार्रवाई के लिए स्वतः निलंबित माना जायेगा.
- बजट सत्र में प्रतिवेदन को रखकर सात दिन तक आपत्ति मांगी जाएगी, आपत्ति न मिलने की स्थिति में नियम स्वतः लागू होगा.
- भाजपा नियम के विरोध में लामबंद होने की तैयारी में है.
सत्र को लेकर कमलनाथ ने विधायक-मंत्रियों को दिए ये निर्देश-
- सीएम आवास में हुई बैठक में मुख्य्मंत्री कमलनाथ ने दिए विधायकों को खास निर्देश दिए हैं.
- कमनलाथ ने कहा कि वोटिंग के हालात कभी भी बन सकते हैं, इसलिए सदन में मौजूद रहे.
- डिवीजन के हालात बनने पर सदन से बाहर विधायक घंटी बजते ही सदन के अंदर पहुंचे.
- बजट पर चर्चा के दौरान हर विभाग की मांगों पर डिवीजन मांग सकती है विपक्ष में बैठकी बीजेपी.
- शहर के सरकारी स्कूलों के छात्रों के लिए आज से शुरू होगी निशुल्क कोचिंग.
- इसके लिए 16 शालाओं का चयन किया गया है. जिनमें छात्रों को विज्ञान, गणित, अंग्रेजी सहित अन्य विषय पढ़ाए जाएंगे.