भोपाल। आगामी मानसून को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं, ताकि बारिश शुरू होने के बाद किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना शहर के लोगों को ना करना पड़े. इसे लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय में आपदा प्रबंधन की बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में मुख्य रूप से कलेक्टर तरुण पिथोड़े के साथ डीआईजी इरशाद वली, अपर कलेक्टर सतीश कुमार सहित एसडीएम, एनडीआरएफ, और अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे.
बैठक के दौरान कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि, शहर में बाढ़ और आपदा प्रबंधन के लिए अभी से सभी आवश्यक तैयारी शुरू कर दी जाए. 10 जून के पहले उसका डेमो भी कर लें. एसडीआरएफ, नगर निगम और स्वस्थ्य विभाग संयुक्त रूप से रिहर्सल कर लें.
कलेक्टर ने आपदा प्रबंधन की बैठक में सभी विभागों को निर्देश दिए कि, विगत वर्ष जिले में किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई थी. इस बार और बेहतर प्रबंधन की आवश्यकता है. पानी निकासी की व्यवस्था की जाए. नाले के किनारे रह रहे लोगों के लिए आपात प्लान भी बनाया जाए.
कलेक्टर ने कहा कि, बारिश के दौरान और उसके बाद होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए भी अभी से तैयारी कर ली जाए. शहर के सभी तालाबों और डैम का निरीक्षण किया जाए. फिलहाल पानी की स्थिति, पानी गिरने के बाद डैम के दरवाजे खोलने की स्थिति, पेयजल की स्थिति का भी अभी से कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए गए है.
बैठक में डीआईजी इरशाद वली ने कहा कि, नालों के किनारे रहने वाले लोगों को हटाया जाएगा. सभी थानों को इसको लेकर निर्देशित किया गया है. एसडीएम के साथ सीएसपी मिलकर निरीक्षण करेंगे.
सभी ऐसी जगहों को चिन्हित किया जाएगा, जहां नाव और नाविकों की आवश्यकता पड़ सकती है. इन सब जगहों पर लोगों को ट्रेंड किया जायेगा. सभी तैराकों के नंबर लिये जाएंगे. 10 जून से कंट्रोल रूम बनाने के लिये कार्य शुरू कर दिया जायेगा.