भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 4 जनवरी को कलेक्टर, कमिश्नर कांफ्रेंस करने जा रहे हैं. नए वर्ष की शुरुआत में पहली कॉन्फ्रेंस के लिए विभागों ने तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है. यह कॉन्फ्रेंस मैदानी अफसरों के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होने जा रही है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पहले ही चेता दिया है कि योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन ना करने वाले अधिकारियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा,बेहतर काम करने वाले ही पुरस्कृत होंगे.
अधिकारियों से मांगी जाएगी क्रियान्वयन रिपोर्ट
सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी विभागों को पत्र लिखकर पहले ही एजेंडे के बिंदुओं को बता दिया है. साथ ही कई बिंदुओं के आधार पर बेहतर काम करने वाले और पुअर परफारमेंस वाले जिलों की रिपोर्ट मांगी है. मुख्यमंत्री 9 दिसंबर को भी कलेक्टर कमिश्नर कॉन्फ्रेंस कर चुके हैं. इस कांफ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री ने एजेंडे में शामिल विषयों को लेकर निर्देश दिए थे, इन निर्देशों पर कितना अमल किया गया है. इसकी रिपोर्ट तैयार करने के लिए विभागों को जिम्मेवारी सौंपी गई है. कॉन्फ्रेंस में दिए गए निर्देशों पर अधिकारियों द्वारा किए गए क्रियान्वयन को लेकर भी अधिकारियों से क्रियान्वयन रिपोर्ट मांगी गई है.
तीन स्लाइड्स में देनी होगी क्रियान्वयन रिपोर्ट
अधिकारियों को कांफ्रेंस के लिए तीन स्लाइड्स में पालन प्रतिवेदन की जानकारी देने के निर्देश दिए गए हैं. इनमें से दो स्लाइड्स में पालन प्रतिवेदन का उल्लेख किया जाएगा और बाकी एक सिलाइट्स में उन पांच जिलों का विवरण दिया जाएगा, जिसका पालन प्रतिवेदन सबसे बेहतर रहा. इसी तरह उन 5 जिलों का विवरण भी देना होगा जिनका पालन प्रदर्शन बेहतर नहीं रहा है. इसी के आधार पर कलेक्टर के परफॉर्मेंस का आकलन किया जाएगा.
गौरतलब है कि पिछली कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की नाराजगी के बाद कटनी कलेक्टर और नीमच पुलिस अधीक्षक को हटा दिया गया था. मुख्यमंत्री ने साफ संदेश दिया है कि बेहतर परफॉर्मेंस करने वाले अधिकारी ही फील्ड में टिक पाएंगे और जिस की गड़बड़ी पाई जाएगी उस पर कार्रवाई की जाएगी. माना जा रहा है कि 4 जनवरी को मैदानी अफसरों के परफॉर्मेंस का आकलन करने के बाद ही कलेक्टर एसपी सहित रेंज आईजी, डीआईजी और कमिश्नर के तबादले किए जाएंगे.