भोपाल। सीएम शिवराज एक दिवसीय दौरे पर दिल्ली पहुंचे. जहां सीएम केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में शामिल होंगे. दिल्ली पहुंचे सीएम ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात की. वहीं दिल्ली जाने से पहले सीएम ने बारिश और ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों को लेकर किसानों को चिंता ना करने की बात कही है.
कोरोना ने बढ़ाई भोपाल-इंदौर चिंता, CM सख्त
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक दिवसीय दिल्ली दौरे पर हैं, जहां उन्होंने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात की और शाम को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में शामिल होंगे.वहीं असम चुनाव को लेकर सीएम शिवराज15 मार्च को असम दौरे पर रहेंगे. इसके साथ ही 20 को फिर से चुनावी सभा ओं को संबोधित करने असम जाएंगे.
केंद्रीय कृषि मंत्री से सीएम ने की मुलाकात
दिल्ली पहुंचे सीएम शिवराज केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की. सीएम ने नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात के बाद कहा कि वे मध्यप्रदेश के मुद्दों पर चर्चा करने आए थे. सीएम ने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने हमेशा प्रदेश को भरपूर मात्रा में खाद्य उपलब्ध कराया है, जिसका परिणाम है कि प्रदेश में बंपर पैदावार हो रही है. सीएम ने बताया कि खरीब 2021 की फसल के लिए भारत सरकार ने साढ़े 12 लाख मीट्रिक टन यूरिया आवंटित किया है, लेकिन आवश्यकता को देखते हुए हमने 15 लाख यूरिया की मांग की है. लिहाजा केंद्रीय मंत्री ने हर मदद का भरोसा दिया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने 11 लाख डीएवी मांगा था, जिसे केंद्र ने स्वीकृत कर दिया है.
बता दें सीएम शिवराज ने नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात को लेकर ट्वीट भी किया है. सीएम ने लिखा कि आज नई दिल्ली में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात कर प्रदेश के कृषि से जुड़े विषयों पर चर्चा की. भारत सरकार ने हमें सदैव कृपापूर्वक पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराया है. खरीफ 2021 की फसल के लिए हमें 12.50 लाख मी. टन यूरिया आवंटित किया गया है.
किसानों की सरकार
प्रदेश में शुक्रवार को हुई ओलावृष्टि और बारिश से हुए फसलों के नुकसान को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जल्द से जल्द सर्वे कराया जाए. जहां जो नुकसान हुआ है, वहां पर बीआरसी 64 के तहत नुकसान की भरपाई के लिए राशि का वितरण किया जाएगा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात कर प्रदेश में परियोजनाओं और रवि की फसल की स्वीकृति और भंडारण को लेकर भी चर्चा की.