भोपाल। लॉकडाउन के दौरान प्रवासी श्रमिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इन विषम परिस्थितियों के बीच कई प्रवासी श्रमिकों का काम लगभग बंद हो गया है. इसके अलावा कई श्रमिकों ने दूसरे राज्यों से काम छोड़कर मध्य प्रदेश में वापसी की है. ऐसी स्थिति में इन श्रमिकों के लिए फिर से रोजगार उपलब्ध कराना प्रदेश सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है.
हालांकि प्रदेश सरकार के द्वारा मनरेगा और रोजगार सेतु जैसी कई योजनाओं के माध्यम से इन सभी प्रवासी श्रमिकों को काम उपलब्ध कराने की कोशिश की है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 24 जून को शाम 4 बजे प्रदेश के प्रवासी श्रमिकों के अलावा रोजगार सेतु पोर्टल पर पंजीकृत नियोक्ताओं और रोजगार प्रदाताओं को लाइव वेबकास्टिंग के माध्यम से संबोधित करेंगे. इस दौरान मुख्यमंत्री प्रवासी श्रमिकों के साथ संवाद भी करेंगे. इसके अलावा वे प्रदेश सरकार के द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं से भी उन्हें अवगत कराएंगे, ताकि जिन लोगों को अभी तक रोजगार उपलब्ध नहीं हो पाया है, वे भी उन योजनाओं के माध्यम से लाभ ले सकते हैं.
कोरोना संकट काल में 7 लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूर वापस लौटे
बता दें कि समस्त ग्राम पंचायतों में प्रवासी श्रमिक पंचायत भवन में वेबकास्ट में शामिल हो सकेंगे. एनआईसी द्वारा दी गई लिंक webcast.gov.in/mp/covid19 के माध्यम से इसमें शामिल हुआ जा सकता है. कोरोना महामारी के दौरान प्रदेश में लौटे प्रवासी श्रमिकों की संख्या 7 लाख 30 हजार है और रोजगार सेतु पोर्टल पर पंजीकृत नियोक्ताओं और रोजगार प्रदाताओं की संख्या 18 हजार 500 है.