भोपाल। प्रदेश में लॉकडाउन 5.0 चल रहा है. इसी बीच राज्य सरकार ने अनलॉक करते हुए कई तरह की छूट दे दी है. अनलॉक होते ही प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा होने लगा है. जिसे देखते हुए CM शिवराज शिंह चौहान ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए समीक्षा बैठक की. इस बैठक में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा और मुख्य सचिव भी मौजूद रहे.
अनलॉक 1.0 होते ही प्रदेश में एक बार फिर बाजार गुलजार हो रहे हैंं, तो वही लोगों की आवाजाही भी लगातार बढ़ती जा रही है. इस दौरान लोग न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं और न ही कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बताए गए उपायों को अपना रहे हैं, जो कि लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए CM शिवराज ने समीक्षा बैठक की. समीक्षा बैठक के दौरान CM शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार द्वारा दी गई छूट में किसी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए.
शिवराज सिंह ने कहा कि जरा सी असावधानी की वजह से प्रकरण बढ़ने में देर नहीं लगेंगे. इस दौरान उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को पूरी सावधानी रखनी है, नहीं तो हम संक्रमण को रोक नहीं पाएंगे. हमें आर्थिक गतिविधियां करनी हैं, जीवन को सामान्य बनाना है, लेकिन पूरी सावधानी और सतर्कता के साथ. CM ने कहा कि इस बारे में जनता को ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जाए. अगर हम जागरूक रहेंगे तो जल्द ही कोरोना को पूरी तरह से हरा देंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की मध्य प्रदेश में गति देश में सबसे धीमी है. मध्य प्रदेश की डबलिंग रेट 31 दिन है. वहीं कोरोना रिकवरी रेट निरंतर बढ़ रहा है, जो अब 63.4 प्रतिशत हो गया है. प्रदेश में कोरोना के एक्टिव प्रकरणों में भी लगातार कमी आ रही है.
सावधानी रखें, प्रकरण बढ़ने में देर नहीं लगती
ग्वालियर जिले की समीक्षा के दौरान पाया गया कि वहां सभी व्यवस्थाएं बहुत अच्छी हैं. सभी एक्टिव मरीजों की हालत भी अच्छी है, लेकिन पहली बार ग्वालियर शहर से भी कोरोना के प्रकरण निकले हैं. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि वहां पूरी सावधानी रखें, प्रकरण बढ़ने में देर नहीं लगती है.
सर्वेलेंस और सैम्पलिंग बढ़ाएं
नीमच जिले की समीक्षा में पाया गया कि नीमच जिले में बीते सात दिनों में कोरोना के 127 प्रकरण सामने आए हैं, जिनमें से ज्यादातर मामले जावद में सामने आए हैं. CM ने जिले में सर्वेलेंस और सैम्पलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए. साथ ही कहा कि नीमच और जावद में विशेष ध्यान देकर पूरी गंभीरता से काम किया जाए.
सागर मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाएं करें बेहतर
सागर जिले की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने वहां के मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाएं बेहतर किए जाने के निर्देश दिए. इस दौरान उन्होंने कहा कि इलाज के साथ ही स्वच्छता, सफाई, भोजन आदि सभी व्यवस्थाएं उत्कृष्ट होनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि तुरंत विशेष डॉक्टरों की टीम सागर भेजी जाए और वहां हाई फ्लो ऑक्सीजन मशीन भी उपलब्ध कराई जाए.
हाई फ्लो ऑक्सीजन मशीन उपलब्ध कराई जाएंगी
एसीएस हैल्थ सुलेमान ने बताया कि कोरोना के इलाज में हाई फ्लो ऑक्सीजन मशीन ज्यादा प्रभावी है. सामान्य मशीन से एक दिन में पांच से 10 लीटर ऑक्सीजन दिया जा सकता है. वहीं हाई फ्लो मशीन से 60 लीटर तक ऑक्सीजन एक दिन में दिया जा सकता है. सभी जिला अस्पतालों और दूसरे कोविड अस्पतालों को शीघ्र ही ये मशीनें उपलब्ध कराई जाएंगी.
पुलिस बल कि की सराहना
सीएम शिवराज ने कहा कि कोरोना संकट के इस दौर में मध्य प्रदेश की पुलिस ने जो सेवा कार्य किया है, वह अत्यंत सराहनीय है. अत्यंत प्रतिकूल परिस्थितियों में पुलिस ने श्रेष्ठ कार्य किया है. इसके लिए सीएम ने DGP विवेक जौहरी सहित पूरे अमले की सराहना की.
एक्टिव प्रकरणों में निरंतर कमी
सीएम ने बैठक के दौरान बताया कि प्रदेश में कोरोना के एक्टिव प्रकरणों में निरंतर कमी आ रही है. प्रदेश में कोरोना के एक्टिव प्रकरणों की संख्या दो हजार 772 रह गई है. नए पॉजीटिव प्रकरणों की तुलना में स्वस्थ हो रहे मरीजों की संख्या ज्यादा है. 3 जून को 168 नए पॉजीटिव मरीज बढ़े जबकि 224 मरीज डिस्चार्ज होकर घर गए.
फीवर क्लीनिक्स को प्रभावी बनाएं
सीएम ने निर्देश दिए कि प्रदेश में फीवर क्लीनिक्स को प्रभावी बनाया जाए. ये शासकीय और निजी दोनों हों, जो जनता को प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा सुगमता से प्रदाय करने में अत्यंत उपयोगी होंगी.
सभी किसानों का गेहूं खरीदें
सीएम ने निर्देश दिए कि जिन किसानों का गेहूं उपार्जन में शेष रह गए हैं, उनका गेहूं क्रय किए जाना सुनिश्चित करें. खरीदे गए गेहूं का शत-प्रतिशत परिवहन शीघ्रता से किया जाए, ताकि कहीं भी गेहूं बारिश में गीला नहीं हो.