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गुपकार पर शिवराज का वार, निशाने पर सोनिया और राहुल गांधी

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Published : Nov 20, 2020, 5:40 PM IST

जम्मू कश्मीर में राजनीतिक दलों के गुपकार एलायंस पर सीएम शिवराज ने निशाना साधा है. इस संबंध में मुख्यमंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह को भी आड़े हाथों लिया है.

CM Shivraj Singh Chauhan
सीएम शिवराज सिंह चौहान

भोपाल। जम्मू कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी समेत आठ राजनीतिक दलों के गुपकार समझौते के बहाने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. भोपाल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, 'मैं सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि, जम्मू कश्मीर में जो अलाइंस बनाया गया है, उसे मैं क्या कहूं ? उसमें शामिल जितने नेता हैं, सब राष्ट्र विरोधी बयान देते हैं. महबूबा मुफ्ती कहती हैं कि, जब तक हमें जम्मू कश्मीर का झंडा वापस नहीं मिलता, तब तक हम तिरंगा नहीं थामेंगे. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शिवराज ने कहा, कांग्रेस ऐसा बर्ताव पहली बार नहीं कर रही है. पंडित जवाहरलाल नेहरू ने सत्ता के लिए देश के विभाजन को स्वीकार कर लिया. पंडित नेहरू ही थे, जिन्होंने कश्मीर में आर्टिकल 370 लागू कराया, वो पंडित नेहरू ही थे जिन्होंने एक देश में दो निशान, दो विधान, दो कानून व्यवस्था करके कश्मीर को भारत से समरस नहीं होने दिया.

सीएम शिवराज सिंह चौहान

'गुपकार राष्ट्र विरोधी अलाइंस'

शिवराज ने आगे कहा, ये तो चीन और पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले लोग हैं और यह कोई गठबंधन नहीं है. फारुख अब्दुल्ला बयान देते हैं कि, जम्म कश्मीर में अनुच्छेद- 370 की बहाली के लिए चीन की सहायता लेनी पड़े तो लेंगे. इस अलाइंस के तमाम नेता राष्ट्र विरोधी बयान देते हैं.

'गुपकार गैंग ने कश्मीर को लूटा'

मुख्यमंत्री ने कहा कि, कानून की आड़ में नेताओं ने जम्मू कश्मीर में 25 हजार करोड़ से ज्यादा की जमीन हड़प ली है. यह नेशनल कॉन्फ्रेंस हो या पीडीपी, इनके बच्चे तो विदेशों में पढ़ते रहे हैं. इन्होंने विलासिता पूर्ण जीवन जिया है. कश्मीर को लूटने की आजादी इनको दी गई और जम्मू और कश्मीर को अंधेरे में धकेल दिया गया. यह सब एकत्रित होकर देशद्रोह की भाषा बोल रहे हैं.

कांग्रेस पर उठाए सवाल

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सीधे कांग्रेस से सवाल किया कि, क्या आप गुपकार गैंग के साथ हैं. कांग्रेस आज देशद्रोही ताकतों के साथ खड़ी हुई है. सोनिया गांधी को स्पष्ट करना चाहिए कि, अनुच्छेद- 370 के बारे में उनका क्या रवैया है. क्या वो देशद्रोही ताकतों के साथ हैं या देश के साथ.

'बाटला हाउस एनकाउंटर पर क्यों रोईं सोनिया'

सीएम शिवराज से सवाल किया है कि, आखिर बाटला हाउस एनकाउंटर के बाद सोनिया गांधी ने रातभर आंसू क्यों बहाए. आज जम्मू और कश्मीर की जन्नत में ये लोग फिर से जहर खोलने का प्रयास कर रहे हैं और कांग्रेस देशद्रोही ताकतों का साथ दे रही है. इसीलिए कांग्रेस को अपनी दृष्टिकोण को जनता के सामने स्पष्ट करना चाहिए, उन्होंने कहा, मैं मैडम सोनिया गांधी से पूछना चाहता हूं. आतंकवाद और आतंकवादियों का साथ क्यों दे रही हैं ? हजारों करोड़ों की जमीन के घोटाले हुए, जिसकी जांच सीबीआई कर रही है और जांच की आंच जब गुपकार अलाइंस के नेताओं के पास आने लगी, तो इन लोगों को तकलीफ हो रही है.

दिग्विजय सिंह पर भी साधा निशाना

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस नेता व पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि, वे देशद्रोहियों के साथ क्यों खड़े हैं ? आज जम्मू कश्मीर में लोग चैन और अमन की सांस ले रहे हैं, अनुच्छेद-370 हटाने के बाद लोगों का नजरिया बदला है.

क्या है गुपकार समझौता ?

आर्टिकल-370 को हटाने का प्रस्ताव पेश किए जाने से ठीक 1 दिन पहले 4 अगस्त 2019 को करीब 8 स्थानीय दलों ने फारूक अब्दुल्ला के गुपकर रोड स्थित घर पर एक बैठक बुलाई. जिसे गुपकार समझौता नाम दिया गया. इस समझौते में कहा गया कि, 'हम सभी लोग आर्टिकल- 370 जम्मू कश्मीर के संविधान और राज्य के दर्जे की वापसी के लिए समर्पित हैं. किसी भी हालत में राज्य का बंटवारा मंजूर नहीं होगा'. हाल ही में 15 नवंबर को एक बार फिर बैठक हुई, जिसमें आर्टिकल 370 और 35-ए हटाने के खिलाफ सभी नेता लामबंद हुए.

कांग्रेस ने दी थी सफाई

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस बात से इनकार करते हुए कहा था कि, वो गुपकार समझौते में शामिल नहीं है. कांग्रेस के इस बयान को लेकर शिवराज का कहना है कि, एक तरफ कांग्रेस इनकार करती है, तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के ही नेता पी चिदंबरम और गुलाम नबी आजाद आर्टिकल 370 और 35-ए को बहाल करने के पक्ष में हैं. कांग्रेस दोहरा मापदंड अपना रही है.

जम्मू कश्मीर स्थानीय निकाय चुनावों से माहौल गर्म

जम्मू कश्मीर में 1 से 24 दिसंबर के बीच पंचायत व स्थानीय निकाय के चुनाव होने हैं. इसको लेकर जम्मू कश्मीर के सभी राजनीतिक दल एक साथ हो गए हैं और गुपकार समझौते के बाद अब सभी दल बीजेपी के खिलाफ लामबंद नजर आ रहे हैं. बीजेपी कांग्रेस पर इसलिए हमला कर रही है, क्यों जम्म कश्मीर में गुपकार गठबंधन स्थानीय निकाय के चुनाव लड़ने जा रहा है, जिसमें कुछ सीटें इन्होंने कांग्रेस के लिए छोड़ी हैं. जिसके चलते कांग्रेस बीजेपी के निशाने पर आ गई है.

गुपकार में कौन-कौन पार्टी हैं शामिल

गुपकार में नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, पीपल्स कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस, सीपीआई (एम) पीपल्स यूनाइटेड फ्रंट, पैंथर्स पार्टी और अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने हिस्सा लिया था. हालांकि कांग्रेस इसका अभी तक हिस्सा नहीं है, क्योंकि पार्टी ने 14 नवंबर को जारी अपने बयान में कहा था कि, गुपकार का हिस्सा बनने के बारे में अब तक कोई फैसला नहीं किया है.

भोपाल। जम्मू कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी समेत आठ राजनीतिक दलों के गुपकार समझौते के बहाने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. भोपाल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, 'मैं सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि, जम्मू कश्मीर में जो अलाइंस बनाया गया है, उसे मैं क्या कहूं ? उसमें शामिल जितने नेता हैं, सब राष्ट्र विरोधी बयान देते हैं. महबूबा मुफ्ती कहती हैं कि, जब तक हमें जम्मू कश्मीर का झंडा वापस नहीं मिलता, तब तक हम तिरंगा नहीं थामेंगे. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शिवराज ने कहा, कांग्रेस ऐसा बर्ताव पहली बार नहीं कर रही है. पंडित जवाहरलाल नेहरू ने सत्ता के लिए देश के विभाजन को स्वीकार कर लिया. पंडित नेहरू ही थे, जिन्होंने कश्मीर में आर्टिकल 370 लागू कराया, वो पंडित नेहरू ही थे जिन्होंने एक देश में दो निशान, दो विधान, दो कानून व्यवस्था करके कश्मीर को भारत से समरस नहीं होने दिया.

सीएम शिवराज सिंह चौहान

'गुपकार राष्ट्र विरोधी अलाइंस'

शिवराज ने आगे कहा, ये तो चीन और पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले लोग हैं और यह कोई गठबंधन नहीं है. फारुख अब्दुल्ला बयान देते हैं कि, जम्म कश्मीर में अनुच्छेद- 370 की बहाली के लिए चीन की सहायता लेनी पड़े तो लेंगे. इस अलाइंस के तमाम नेता राष्ट्र विरोधी बयान देते हैं.

'गुपकार गैंग ने कश्मीर को लूटा'

मुख्यमंत्री ने कहा कि, कानून की आड़ में नेताओं ने जम्मू कश्मीर में 25 हजार करोड़ से ज्यादा की जमीन हड़प ली है. यह नेशनल कॉन्फ्रेंस हो या पीडीपी, इनके बच्चे तो विदेशों में पढ़ते रहे हैं. इन्होंने विलासिता पूर्ण जीवन जिया है. कश्मीर को लूटने की आजादी इनको दी गई और जम्मू और कश्मीर को अंधेरे में धकेल दिया गया. यह सब एकत्रित होकर देशद्रोह की भाषा बोल रहे हैं.

कांग्रेस पर उठाए सवाल

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सीधे कांग्रेस से सवाल किया कि, क्या आप गुपकार गैंग के साथ हैं. कांग्रेस आज देशद्रोही ताकतों के साथ खड़ी हुई है. सोनिया गांधी को स्पष्ट करना चाहिए कि, अनुच्छेद- 370 के बारे में उनका क्या रवैया है. क्या वो देशद्रोही ताकतों के साथ हैं या देश के साथ.

'बाटला हाउस एनकाउंटर पर क्यों रोईं सोनिया'

सीएम शिवराज से सवाल किया है कि, आखिर बाटला हाउस एनकाउंटर के बाद सोनिया गांधी ने रातभर आंसू क्यों बहाए. आज जम्मू और कश्मीर की जन्नत में ये लोग फिर से जहर खोलने का प्रयास कर रहे हैं और कांग्रेस देशद्रोही ताकतों का साथ दे रही है. इसीलिए कांग्रेस को अपनी दृष्टिकोण को जनता के सामने स्पष्ट करना चाहिए, उन्होंने कहा, मैं मैडम सोनिया गांधी से पूछना चाहता हूं. आतंकवाद और आतंकवादियों का साथ क्यों दे रही हैं ? हजारों करोड़ों की जमीन के घोटाले हुए, जिसकी जांच सीबीआई कर रही है और जांच की आंच जब गुपकार अलाइंस के नेताओं के पास आने लगी, तो इन लोगों को तकलीफ हो रही है.

दिग्विजय सिंह पर भी साधा निशाना

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस नेता व पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि, वे देशद्रोहियों के साथ क्यों खड़े हैं ? आज जम्मू कश्मीर में लोग चैन और अमन की सांस ले रहे हैं, अनुच्छेद-370 हटाने के बाद लोगों का नजरिया बदला है.

क्या है गुपकार समझौता ?

आर्टिकल-370 को हटाने का प्रस्ताव पेश किए जाने से ठीक 1 दिन पहले 4 अगस्त 2019 को करीब 8 स्थानीय दलों ने फारूक अब्दुल्ला के गुपकर रोड स्थित घर पर एक बैठक बुलाई. जिसे गुपकार समझौता नाम दिया गया. इस समझौते में कहा गया कि, 'हम सभी लोग आर्टिकल- 370 जम्मू कश्मीर के संविधान और राज्य के दर्जे की वापसी के लिए समर्पित हैं. किसी भी हालत में राज्य का बंटवारा मंजूर नहीं होगा'. हाल ही में 15 नवंबर को एक बार फिर बैठक हुई, जिसमें आर्टिकल 370 और 35-ए हटाने के खिलाफ सभी नेता लामबंद हुए.

कांग्रेस ने दी थी सफाई

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस बात से इनकार करते हुए कहा था कि, वो गुपकार समझौते में शामिल नहीं है. कांग्रेस के इस बयान को लेकर शिवराज का कहना है कि, एक तरफ कांग्रेस इनकार करती है, तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के ही नेता पी चिदंबरम और गुलाम नबी आजाद आर्टिकल 370 और 35-ए को बहाल करने के पक्ष में हैं. कांग्रेस दोहरा मापदंड अपना रही है.

जम्मू कश्मीर स्थानीय निकाय चुनावों से माहौल गर्म

जम्मू कश्मीर में 1 से 24 दिसंबर के बीच पंचायत व स्थानीय निकाय के चुनाव होने हैं. इसको लेकर जम्मू कश्मीर के सभी राजनीतिक दल एक साथ हो गए हैं और गुपकार समझौते के बाद अब सभी दल बीजेपी के खिलाफ लामबंद नजर आ रहे हैं. बीजेपी कांग्रेस पर इसलिए हमला कर रही है, क्यों जम्म कश्मीर में गुपकार गठबंधन स्थानीय निकाय के चुनाव लड़ने जा रहा है, जिसमें कुछ सीटें इन्होंने कांग्रेस के लिए छोड़ी हैं. जिसके चलते कांग्रेस बीजेपी के निशाने पर आ गई है.

गुपकार में कौन-कौन पार्टी हैं शामिल

गुपकार में नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, पीपल्स कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस, सीपीआई (एम) पीपल्स यूनाइटेड फ्रंट, पैंथर्स पार्टी और अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने हिस्सा लिया था. हालांकि कांग्रेस इसका अभी तक हिस्सा नहीं है, क्योंकि पार्टी ने 14 नवंबर को जारी अपने बयान में कहा था कि, गुपकार का हिस्सा बनने के बारे में अब तक कोई फैसला नहीं किया है.

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