भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना वैक्सीन को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की बैठक ली. इस बैठक में तय किया गया है कि मध्यप्रदेश में कोरोना वैक्सीन सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मचारियों को लगाई जाएगी. संभावना जताई है कि जनवरी तक कोरोना की वैक्सीन मिल सकती है. जिसको लेकर तैयारियां भी की जा रही है.
रिकवरी रेट पहुंचा 94 फीसदी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में कोविड-19 को लेकर स्वास्थ्य विभाग की बैठक ली है. बैठक में शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना की स्थिति में निरंतर सुधार हो रहा है. प्रदेश में रिकवरी रेट बढ़कर 94 प्रतिशत हो गई है. वहीं एक्टिव प्रकरणों की संख्या निरंतर घट रही है. प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 7756 रह गई है.
जनवरी तक कोरोना वैक्सीन
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन जनवरी 2021 में आने की संभावना है. सबसे पहले हैल्थ वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जाएगी, प्रदेश में हैल्थ वर्कर्स की संख्या लगभग 4 लाख है. जनवरी 2021 में कोरोना की वैक्सीन के मद्देनजर प्रदेश में सभी तरह की जरूरी तैयारियां की जा रही है. सबसे पहले स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों तो वैक्सीन लगाई जाएगी.
फीवर क्लीनिक पर आकर टेस्ट कराएं
स्वास्थ्य विभाग की बैठक में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि किसी भी व्यक्ति को कोरोना के मामूली लक्षण दिखने पर फीवर क्लीनिक पर आकर तुरंत टेस्ट कराएं. फीवर क्लीनिक मे कोरोना टैस्टिंग नि:शुल्क है. सरकारी और अनुबंधित निजी अस्पतालों में कोरोना के नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था है. इन अस्पतालों की 36 हजार 755 बेड क्षमता है, जिनमें 1700 बेड निजी अनुबंधित अस्पतालों में हैं. सभी जिलों में बेड ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करा दी गई है.
निजी अस्पताल अधिक राशि न वसूलें
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्राइवेट अस्पतालों को सख्त लहजे में निर्देश दिए हैं कि, कोरोना मरीजों से इलाज के लिए अधिक पैसे न वसूले, कोरोना इलाज के लिए सरकार द्वारा तय की गई राशि ही लेने के सीएम ने निर्देश दिए हैं.
एमपी में कोरोना मरीजों की संख्या
पूरे प्रदेश में गुरूवार को 734 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जिसके बाद संक्रमितों की संख्या 1,74,825 हो गई है. गुरूवार को कोरोना संक्रमित 5 मरीजों की मौत भी हुई है, मरीजों की मौत का आंकड़ा बढ़कर 2,992 हो गया है. आज 817 संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं. अब तक प्रदेश में 1,64,067 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं, जबकि 7766 मरीज एक्टिव हैं.