भोपाल। आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के लिए 4 माह में किए गए प्रयासों को अब और अधिक व्यवस्थित रूप दिया जाएगा. आने वाले 3 साल में मध्यप्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक बेहतर रोड मैप की जरूरत है, जो विभिन्न आर में विद्वानों से प्राप्त सुझावों और मंथन से तैयार होंगे. वेबिनार का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इसी सप्ताह इस रोड मैप की खूबियों से जनता को अवगत कराया जाएगा. स्वतंत्रता दिवस पर आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए रणनीति को लोगों के सामने रखा जाएगा.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वेबिनार में नीति आयोग के वरिष्ठ पदाधिकारियों, विषय विशेषज्ञों के दौरान राज्य के अधिकारियों सहित करीब डेढ़ सौ प्रतिनिधियों को संबोधित किया. वेबीनार के पहले दिन बहुत एक अधोसंरचना के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में विचार विमर्श भी शुरू हुए. इसमें प्रमुख रूप से नीति आयोग, विश्व बैंक, टाटा पावर अदानी, लॉजिस्टिक लिमिटेड, नेशनल इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड, आईआईटी चेन्नई, वाटर ऐड इंडिया सहित कई संस्थानों के पदाधिकारी शामिल हुए.
बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि सभी सेक्टर में मध्यप्रदेश आगे रहे या प्रयास करना है, आत्मनिर्भर भारत के पैकेज के लिए मैन करने में मध्यप्रदेश ने शक्ति प्रदर्शन किया है. मध्य प्रदेश स्टेट बेंडर कल्याण में देश में अग्रणी है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि ग्वालियर चंबल क्षेत्र काफी बड़ा क्षेत्र है, चंबल एक्सप्रेस-वे इस इलाके के लिए प्रोग्रेस में बन जाएगा, यहां से राजधानी दिल्ली की दूरी 3-4 घंटे ही है, जो और भी कम हो जाएगी. एक्सप्रेस-वे के निर्माण से चंबल क्षेत्र का वर्तमान स्वरूप बदल जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां जरूरत होगी फोरलेन और सिक्स लेन सड़कों का निर्माण होगा.