भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 29 सीटों पर वोटिंग के बाद जनता का आभार जताया है. उन्होंने दावा किया कि जनता ने उत्साहपूर्वक बढ़-चढ़कर उप चुनाव में भाग लिया और बंपर वोटिंग हुई है. उन्होंने कहा जनता ने लोकतंत्र में विश्वास व्यक्त करते हुए मतदान को अपना पवित्र कर्तव्य माना है. कुछ स्थानों पर 2018 से ज्यादा वोटिंग हुई है. जितनी बंपर वोटिंग हुई है, उतनी बंपर हमारी जीत होगी.
कांग्रेस पर साधा निशाना
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, कांग्रेस की बौखलाहट बता रही है कि उनकी पराजय सुनिश्चित है. हार होने लगी तो ईवीएम पर ठीकरा फोड़ने लगे, जबकि यही ईवीएम 2018 के चुनाव में ठीक थी. इसके अलावा सीएम शिवराज ने कहा, कांग्रेस अधिकारियों और कर्मचारियों का अपमान कर रही है, उन्हें धमकाया जा रहा है.
आगर मालवा में सबसे अधिक वोटिंग
मध्य प्रदेश में अब तक 69.78 प्रतिशत मतदान हुआ है. मध्य प्रदेश में सबसे अधिक मतदान आगर मालवा विधानसभा सीट पर 83.75 प्रतिशत हुआ है. लेकिन मध्य प्रदेश में सबसे कम मतदान की बात करें तो ऐसा ग्वालियर ईस्ट में हुआ है, जहां 42.99 फीसदी वोट ही डाले गए हैं.
अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा ये
अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अरूण कुमार तोमर ने बताया कि प्रदेश में 19 जिलों के 28 विधानसभा क्षेत्रों के उप-निर्वाचन में आज पूरी सुरक्षा व्यवस्था एवं कोविड-19 की गाइड लाइन को ध्यान में रखते हुए मतदान सम्पन्न हुआ, मतदान के पहले मॉकपोल की प्रक्रिया अभ्यर्थियों के एजेंटों की उपस्थिति में संपन्न हुई. मॉकपोल के दौरान 68 कंट्रोल यूनिट, 67 बैलेट यूनिट एवं 223 वीवीपेट खराब पाई गई जिन्हें बदला गया.
पूरी हुई मतदान प्रक्रिया
मतदान सुबह 7 बजे से प्रारंभ हुआ, मतदान के दौरान खराब हुई 47 बैलेट यूनिट, 38 कंट्रोल यूनिट एवं 169 वीवीपेट को बदला गया. मतदाताओं ने पूरे उत्साह के साथ मतदान में हिस्सा लिया. किसी भी विधानसभा क्षेत्र में मतदान बहिष्कार संबंधित कोई भी घटना सामने नहीं आई.
12 मंत्रियों समेत कुल 355 उम्मीदवार मैदान में
राज्य के इतिहास में यह पहला मौका है जब 230 सदस्यीय विधानसभा की 28 सीटों पर एक साथ उपचुनाव हो रहे हैं. इन चुनावों में प्रदेश के 12 मंत्रियों समेत कुल 355 उम्मीदवार मैदान में हैं. सत्ताधारी बीजेपी के पास 107 विधायक हैं. जबकि कांग्रेस के पास 87 विधायक हैं. वहीं दो बसपा, एक सपा और चार निर्दलीय विधायक है. दमोह से कांग्रेस विधायक राहुल लोधी ने इस्तीफा देकर बीजेपी ज्वाइन कर ली. लिहाजा वर्तमान में बीजेपी को बहुमत के लिए महज 8 सीटों की जरूरत है. जबकि कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत के लिए सभी 28 सीटें जीतनी होंगी.