इंदौर: पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जब इंदौर के डीएनएस हॉस्पिटल में भर्ती पूर्व मंत्री रामेश्वर पटेल को देखने के लिए लिफ्ट के माध्यम से जा रहे थे, उसी समय लिफ्ट ग्राउंड फ्लोर से तल घर में आकर गिर गई. जिससे पूर्व मुख्यमंत्री बाल-बाल बच गए. अब इस मामले की मजिस्ट्रियल जांच की जा रही है.
हाईटेक लिफ्ट से नहीं हुआ बड़ा हादसा
दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ इंदौर के डीएनएस हॉस्पिटल में भर्ती पूर्व मंत्री रामेश्वर पटेल के स्वास्थ्य के हाल-चाल जानने के लिए पहुंचे थे. लेकिन जब वह हॉस्पिटल की लिफ्ट के माध्यम से तीसरी मंजिल पर भर्ती पूर्व मंत्री रामेश्वर पटेल से मुलाकात करने के लिए जा रहे थे, उसी समय लिफ्ट में क्षमता से अधिक लोग सवार हो गए. जिसके कारण लिफ्ट ग्राउंड फ्लोर से तलघर गिर गई. जैसे ही इस पूरे मामले की सूचना अधिकारियों को लगी तो हड़कंप मच गया. इसी दौरान ये बात सामने आई कि हॉस्पिटल में मौजूद लिफ्ट काफी हाईटेक बनी थी इस कारण कोई बड़ी घटना नहीं हुई.
अस्पताल में गिरी लिफ्ट, बाल-बाल बचे कमलनाथ
लिफ्ट में थी तीन तरह की सिक्योरिटी
जांच पड़ताल में ये बात भी सामने आई है कि जिस लिफ्ट में ये हादसा हुआ वो सिक्योरिटी से लैस लिफ्ट थी. लिफ्ट में तीन तरह की व्यवस्था हैं, अपर लेवल से जैसे ही नीचे लिफ्ट आती है तो पावर सप्लाई बंद हो जाती है. जिसके कारण हादसा होने के कम चांस हो जाते हैं, इसी तरह से लिफ्ट में स्पीड गवर्नर भी लगा हुआ था. स्पीड तेज नहीं होने के कारण भी हादसा टल गया. इसी के साथ अगर कोई हादसा होता है तो नीचे स्प्रिंग बफर लगा है, लिफ्ट तेजी से गिरती तो किसी तरह की कोई जनहानि नहीं होती. इतनी हाईटेक लिफ्ट होने के कारण ही इस पूरे मामले में किसी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित अन्य पूर्व मंत्रियों को भी किसी तरह की कोई चोट नहीं आई.
हादसे के व्यक्त सीएसपी राकेश गुप्ता भी थी सवार
जिस समय लिफ्ट में हादसा हुआ, उस समय पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, कमलनाथ के निजी सुरक्षा गार्ड मुकेश, पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, विधायक विशाल पटेल, सीएसपी राकेश गुप्ता, महिला कांग्रेस नेत्री अर्चना जायसवाल ,शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल, पूर्व मंत्री रामेश्वर पटेल के बेटे राधेश्याम पटेल, सुरेश चौधरी व दो सुरक्षा गार्ड सहित लिफ्ट मैन लिफ्ट में सवार थे और इन्हीं सब लोगों के सवार होने के कारण ही यह पूरा हादसा हुआ.
हादसे के बाद पुलिस ने लिए बयान
हादसे के बाद पुलिस ने एकृ-एक व्यक्ति के बयान लिए हैं और पूरा घटनाक्रम समझा, फिलहाल पूरे ही मामले की काफी बारीकी से जांच पड़ताल की जा रही है. वहीं लिफ्ट के मेंटेनेंस से संबंधित भी कागजात पुलिस के साथ ही जिला प्रशासन के अधिकारियों ने मांगें हैं. वही हॉस्पिटल में लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर दिए थे जांच के आदेश
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की लिफ्ट गिरने की जानकारी लगने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर स्थानीय अधिकारियों को पूरे मामले की जांच करने के आदेश दिए थे. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को Z पल्स सिक्योरिटी की सुरक्षा होने के कारण कलेक्टर ने मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं. इसके बाद दो एडीएम अजय देव शर्मा और हिमांशु चंद्र हॉस्पिटल में पहुंचे और पूरे मामले में मजिस्ट्रेट जांच करने में जुट गए.