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सीएम कमलनाथ को बड़ा झटका, IMT कॉलेज की जमीन का आवंटन निरस्त - योगी आदित्यनाथ

जीडीए उपाध्यक्ष कंचन वर्मा ने आईएमटी कॉलेज की जमीन को निरस्त कर दिया है.आईएमटी कॉलेज प्रबंधन पर आरोप है कि अधिकारियों की मिली भगत से गैरकानूनी तरीके से नक्शा पास कराकर बिना आवंटन के राजनगर इलाके में हाई राइज हॉस्टल का निर्माण कराया गया है.

आईएमटी कॉलेज जमीन घोटला
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Published : May 29, 2019, 12:26 PM IST

Updated : May 29, 2019, 12:39 PM IST

गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने आईएमटी कॉलेज को एक बड़ा झटका दिया है. मंगलवार को कॉलेज को आवंटित करोड़ों रुपये मूल्य के 10 हजार 8 सौ 41 वर्ग गज जमीन का आवंटन निरस्त कर दिया.

आईएमटी कॉलेज जमीन घोटला

गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष कंचन वर्मा ने जीडीए अधिकारियों की बनाई कमेटी की रिपोर्ट पर यह फैसला लिया है. अब जीडीए का संपत्ति विभाग इस मामले में आईएमटी मैनेजमेंट को पत्र लिखकर जमीन आवंटन के निरस्त होने की जानकारी लिखित में देगा.

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और नगर निगम पार्षद राजेन्द्र त्यागी ने इस मामले को उठाते हुए आईएमटी कॉलेज प्रशासन पर आरोप लगाया था कि करीब 10 हज़ार 8 सौ 41 वर्ग गज जमीन आईएमटी कॉलेज प्रशासन ने अवैध रूप से कब्जाई है. इतना ही नहीं आईएमटी ने संशोधित नक्शा पास कराकर इस जमीन को अपने कब्जे में लेकर उस पर छात्रावास भी बना दिया. इस पूरे मामले की शिकायत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल को भी की गई थी.

कॉलेज की जमीन को किया निरस्त
इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष कंचन वर्मा ने इस मामले में चार अफसरों की एक समिति बनाई थी. जिसने पूरे मामले की जांच के बाद अपनी रिपोर्ट कंचन वर्मा को सौंपी थी. सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर जीडीए उपाध्यक्ष कंचन वर्मा ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए आईएमटी कॉलेज की जमीन को निरस्त कर दिया है.आईएमटी कॉलेज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का है.

गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने आईएमटी कॉलेज को एक बड़ा झटका दिया है. मंगलवार को कॉलेज को आवंटित करोड़ों रुपये मूल्य के 10 हजार 8 सौ 41 वर्ग गज जमीन का आवंटन निरस्त कर दिया.

आईएमटी कॉलेज जमीन घोटला

गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष कंचन वर्मा ने जीडीए अधिकारियों की बनाई कमेटी की रिपोर्ट पर यह फैसला लिया है. अब जीडीए का संपत्ति विभाग इस मामले में आईएमटी मैनेजमेंट को पत्र लिखकर जमीन आवंटन के निरस्त होने की जानकारी लिखित में देगा.

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और नगर निगम पार्षद राजेन्द्र त्यागी ने इस मामले को उठाते हुए आईएमटी कॉलेज प्रशासन पर आरोप लगाया था कि करीब 10 हज़ार 8 सौ 41 वर्ग गज जमीन आईएमटी कॉलेज प्रशासन ने अवैध रूप से कब्जाई है. इतना ही नहीं आईएमटी ने संशोधित नक्शा पास कराकर इस जमीन को अपने कब्जे में लेकर उस पर छात्रावास भी बना दिया. इस पूरे मामले की शिकायत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल को भी की गई थी.

कॉलेज की जमीन को किया निरस्त
इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष कंचन वर्मा ने इस मामले में चार अफसरों की एक समिति बनाई थी. जिसने पूरे मामले की जांच के बाद अपनी रिपोर्ट कंचन वर्मा को सौंपी थी. सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर जीडीए उपाध्यक्ष कंचन वर्मा ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए आईएमटी कॉलेज की जमीन को निरस्त कर दिया है.आईएमटी कॉलेज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का है.

Intro:गाजियाबाद : आईएमटी कॉलेज जमीन घोटाले मामले में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की मुश्किलें बढ़ गई हैं. आपको बता दें कि आईएमटी कॉलेज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का है.


Body:आपको बता दें कि वार्ड 84 के पार्षद राजेंद्र त्यागी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मार्च में आईएमटी कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ शिकायत की थी. कि जिस जमीन पर आईएमटी बना है उसे वर्ष 1968 में गाजियाबाद इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने 54 हज़ार 49 वर्ग गज भूमि लाजपत राय स्मारक महाविद्यालय सोसायटी साहिबाबाद को रियायती दर पर आवंटित की थी. इस जमीन पर कॉलेज का छात्रावास और खेल सुविधाएं विकसित करने थे. लेकिन आईएमटी प्रबंधन द्वारा इस जमीन पर धोखे से आईएमटी कॉलेज का निर्माण किया गया. इतना ही नहीं छात्रों से फीस के एवज में लाखों रुपए वसूले जा रहे हैं. जो सरासर लीज के नियमों का उल्लंघन है.


Conclusion:इतना ही नहीं आईएमटी कॉलेज प्रबंधन पर यह भी आरोप है कि अधिकारियों की मिलीभगत से गैरकानूनी तरीके से नक्शा पास करा कर बिना आवंटन के राजनगर इलाके में हाई राइज हॉस्टल का निर्माण कराया गया है. जबकि नियमों के मुताबिक राजनगर इलाके में हाई राइज बिल्डिंग का निर्माण नहीं किया जा सकता. इस संबंध में जब जीडीए के अधिकारियों से बात की गई तो उनका कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और बहुत जल्द जमीन समेत आईएमटी का नक्शा निरस्त किया जाएगा.
Last Updated : May 29, 2019, 12:39 PM IST
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