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300 करोड़ की लागत से महाकाल मंदिर परिसर का होगा कायाकल्प, मंत्रियों की समिति करेगी निगरानी - भगवान महाकाल

सीएम कमलनाथ ने विश्वप्रसिद्ध महाकाल मंदिर की व्यवस्थाओं में सुधार और सुविधाओं के विस्तार को लेकर बैठक की. जिसमें श्रद्धालुओं की सुविधाओं को लेकर योजना शुरू करने का ऐलान किया. वहीं इसके लिए त्रिस्तरीय सदस्य समिति का गठन किया जाएगा.

सीएम ने की बैठक
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Published : Aug 17, 2019, 7:53 PM IST

भोपाल। विश्वप्रसिद्ध महाकाल मंदिर की व्यवस्थाओं में सुधार और सुविधाओं के विस्तार को लेकर सीएम कमलनाथ ने बैठक की. बैठक में कहा गया कि भगवान महाकाल के दर्शन करने के लिए उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए योजना शुरू होगी. योजना की समय- सीमा निर्धारित करने के साथ- साथ मुख्य सचिव ने मॉनिटरिंग के भी आदेश दिए हैं.


महाकाल मंदिर के विस्तार और व्यवस्थाओं में सुधार के लिए मंत्रिमंडल के सदस्य मंत्रियों की एक त्रिस्तरीय सदस्य समिति का गठन किया जाएगा. महाकाल मंदिर के अधिनियम में संशोधन का प्रस्ताव भी कैबिनेट में लाया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना समय- सीमा पर आधारित होगी, जिसमें काम शुरु होने से लेकर उसके पूरे होने तक का समय निर्धारित होगा. सीएम ने कहा कि इसकी मॉनिटरिंग मुख्य सचिव करेंगे.

सीएम ने की बैठक


मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बैठक में कहा कि भगवान महाकाल की वजह से ही पूरे विश्व में मध्यप्रदेश की पहचान है. महाकाल मंदिर करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था के इस केंद्र है, इसका सुनियोजित विकास किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि श्रद्धालु सिर्फ दर्शन करने के लिए नहीं बल्कि उज्जैन में ऐसी व्यवस्थाएं हो, जिसके कारण वह एक-दो दिन रूके. इसमें महाकाल मंदिर से जुड़ी पौराणिक गाथाएं और आकर्षण शामिल है.


उन्होंने कहा कि इससे उज्जैन शहर और वहां के रहवासियों का भी विकास होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि विस्तार और व्यवस्था में सुधार के दौरान महाकाल मंदिर में मूल ढांचे के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी, इसका विशेष ध्यान रखा जाए.सीएम के निर्देश पर गठित मंत्रियों की त्रिस्तरीय समिति में मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, पीसी शर्मा, जयवर्धन सिंह सदस्य होंगे. यह कमेटी महाकाल मंदिर की व्यवस्थाओं से जुड़े लोगों, जन-प्रतिनिधियों से चर्चा कर विकास और विस्तार के संबंध में जरूरी निर्णय लेगी.


मुख्यमंत्री ने समिति को निर्देशित किया कि अगले तीन दिन में यह बैठक हो. उन्होंने महाकाल मंदिर एक्ट में संशोधन का प्रस्ताव भी इसी महीने मंत्रिमंडल से अनुमोदित कराने और 30 सितम्बर तक महाकाल मंदिर के विकास की योजना को अंतिम रूप देकर काम शुरु करने के निर्देश दिए हैं.

भोपाल। विश्वप्रसिद्ध महाकाल मंदिर की व्यवस्थाओं में सुधार और सुविधाओं के विस्तार को लेकर सीएम कमलनाथ ने बैठक की. बैठक में कहा गया कि भगवान महाकाल के दर्शन करने के लिए उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए योजना शुरू होगी. योजना की समय- सीमा निर्धारित करने के साथ- साथ मुख्य सचिव ने मॉनिटरिंग के भी आदेश दिए हैं.


महाकाल मंदिर के विस्तार और व्यवस्थाओं में सुधार के लिए मंत्रिमंडल के सदस्य मंत्रियों की एक त्रिस्तरीय सदस्य समिति का गठन किया जाएगा. महाकाल मंदिर के अधिनियम में संशोधन का प्रस्ताव भी कैबिनेट में लाया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना समय- सीमा पर आधारित होगी, जिसमें काम शुरु होने से लेकर उसके पूरे होने तक का समय निर्धारित होगा. सीएम ने कहा कि इसकी मॉनिटरिंग मुख्य सचिव करेंगे.

सीएम ने की बैठक


मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बैठक में कहा कि भगवान महाकाल की वजह से ही पूरे विश्व में मध्यप्रदेश की पहचान है. महाकाल मंदिर करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था के इस केंद्र है, इसका सुनियोजित विकास किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि श्रद्धालु सिर्फ दर्शन करने के लिए नहीं बल्कि उज्जैन में ऐसी व्यवस्थाएं हो, जिसके कारण वह एक-दो दिन रूके. इसमें महाकाल मंदिर से जुड़ी पौराणिक गाथाएं और आकर्षण शामिल है.


उन्होंने कहा कि इससे उज्जैन शहर और वहां के रहवासियों का भी विकास होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि विस्तार और व्यवस्था में सुधार के दौरान महाकाल मंदिर में मूल ढांचे के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी, इसका विशेष ध्यान रखा जाए.सीएम के निर्देश पर गठित मंत्रियों की त्रिस्तरीय समिति में मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, पीसी शर्मा, जयवर्धन सिंह सदस्य होंगे. यह कमेटी महाकाल मंदिर की व्यवस्थाओं से जुड़े लोगों, जन-प्रतिनिधियों से चर्चा कर विकास और विस्तार के संबंध में जरूरी निर्णय लेगी.


मुख्यमंत्री ने समिति को निर्देशित किया कि अगले तीन दिन में यह बैठक हो. उन्होंने महाकाल मंदिर एक्ट में संशोधन का प्रस्ताव भी इसी महीने मंत्रिमंडल से अनुमोदित कराने और 30 सितम्बर तक महाकाल मंदिर के विकास की योजना को अंतिम रूप देकर काम शुरु करने के निर्देश दिए हैं.

Intro:भोपाल।भगवान महाकाल के दर्शन करने उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 300 करोड़ की योजना शुरु होगी। महाकाल मंदिर के विस्तार और व्यवस्थाओं में सुधार के लिए मंत्रिमंडल के सदस्य मंत्रियों की एक त्रिस्तरीय सदस्य समिति गठित होगी। इसके साथ ही महाकाल मंदिर के अधिनियम में संशोधन का प्रस्ताव भी केबिनेट में लाया जाएगा। मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में यह निर्देश आज मंत्रालय में भगवान महाकाल मंदिर की व्यवस्थाओं में सुधार और सुविधाओं के विस्तार पर हुई बैठक में दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना समय-सीमा आधारित हो, जिसमें काम शुरु होने से लेकर उसके पूरे होने तक का समय निर्धारित हो।कमलनाथ ने कहा कि इसकी मॉनिटरिंग मुख्य सचिव करेंगे।


Body:महाकाल मंदिर के कारण मप्र की विश्व में पहचान

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बैठक में कहा कि भगवान महाकाल के कारण पूरे विश्व में मध्यप्रदेश की पहचान है। करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था के इस केन्द्र का सुनियोजित विकास किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि श्रद्धालु सिर्फ दर्शन करने के लिए नहीं आए,बल्कि उज्जैन में ऐसी व्यवस्थाएँ हो जिसके कारण वह एक-दो दिन रूके। इसमें महाकाल मंदिर से जुड़ी पौराणिक गाथाएं तथा अन्य आकर्षण शामिल है। इससे उज्जैन शहर और यहाँ के रहवासियों का भी विकास होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि विस्तार और व्यवस्था में सुधार के दौरान महाकाल मंदिर में मूल ढांचे के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए।

मंत्रियों की त्रिस्तरीय समिति
         
मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर गठित मंत्रियों की त्रिस्तरीय समिति में उज्जैन जिले के प्रभारी एवं लोकनिर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, आध्यात्म विभाग के मंत्री पी.सी. शर्मा एवं नगरीय निकाय मंत्री जयवर्धन सिंह सदस्य होंगे। यह कमेटी महाकाल मंदिर की व्यवस्थाओं से जुड़े लोगों, जन-प्रतिनिधियों से चर्चा कर विकास और विस्तार के संबंध में आवश्यक निर्णय लेगी। मुख्यमंत्री ने समिति को निर्देशित किया कि अगले तीन दिन में यह बैठक हो। उन्होंने महाकाल मंदिर एक्ट में संशोधन का प्रस्ताव भी इसी माह मंत्रिमंडल से अनुमोदित करवाने और 30 सितम्बर तक महाकाल मंदिर के विकास की योजना को अंतिम रूप देकर काम शुरु करने के निर्देश दिए।Conclusion:महाकाल मंदिर विकास योजना

मुख्यमंत्री कमल नाथ के समक्ष प्रस्तुत महाकाल मंदिर के विकास और विस्तार योजना में बताया गया कि यात्रियों की सुविधाओं को बढ़ाने के साथ ही प्रवेश और निर्गम, फ्रंटियर यार्ड, नंदी हाल का विस्तार, महाकाल थीम पार्क, महाकाल कॉरिडोर,वर्केज लॉन पार्किंग आदि का विकास और निर्माण होगा। द्वितीय चरण में महाराज बाड़ा, काम्पलेक्स, कुंभ संग्रहालय, महाकाल से जुड़ी विभिन्न कथाओं का प्रदर्शन, अन्नक्षेत्र, धर्मशाला, रुद्रसागर की लैंड स्केपिंग, रामघाट मार्ग का सौंदर्यीकरण, पर्यटन सूचना केन्द्र, रुद्र सागर झील का पुनर्जीवन, हरि फाटक पुल, यात्री सुविधाओं एवं अन्य सुविधाओं का निर्माण भी विस्तार किया जाएगा।


मध्यप्रदेश के इतिहास में पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने महाकाल मंदिर की व्यवस्थाओं की सुध ली है।बैठक में महाकाल मंदिर के पुजारी आशीष पुजारी ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश के इतिहास में पहली बार है।जब किसी मुख्यमंत्री ने महाकाल मंदिर के विकास और व्यवस्थाओं में सुधार के लिए मंत्रालय में बैठक की है। उन्होंने इसके लिए पुजारियों और श्रद्धालुओं की ओर से मुख्यमंत्री कमल नाथ को धन्यवाद दिया।महाकाल मंदिर के पुजारियों ने मुख्यमंत्री कमल नाथ को शाल-श्रीफल देकर सम्मानित किया और उन्हें भगवान महाकाल का प्रसाद दिया
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