भोपाल। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शास्त्रीय संगीत सम्राट पंडित जसराज के निधन पर ट्वीट कर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि पंडित जसराज का प्रदेश से गहरा नाता रहा है, अपनी अनूठी आवाज और गायन से देश और दुनिया के संगीत प्रेमियों के हृदय में विशिष्ट स्थान रखने वाले पंडित जसराज के निधन के समाचार से स्तब्ध और दुखी हूं. भारत भवन के ट्रस्टी के रूप में उनका मध्यप्रदेश से गहरा नाता रहा है. यह रिश्ता अटूट है. आप सदैव हमारे दिलों में रहेंगे.
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पंडित जसराज जी के गायन में आध्यात्मिक आनंद और असीम ऊर्जा स्वत: ही अनुभूत होती थी।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 17, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
अद्भुत चेतना के साथ उम्र के इस पड़ाव पर भी वह सोत्साह संगीत की सेवा करते रहे, तो यह उनके वर्षों के तप और दैवीय शक्ति से ही संभव था। उनके चरणों में सादर प्रणाम! ॐ शांति!
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अद्भुत चेतना के साथ उम्र के इस पड़ाव पर भी वह सोत्साह संगीत की सेवा करते रहे, तो यह उनके वर्षों के तप और दैवीय शक्ति से ही संभव था। उनके चरणों में सादर प्रणाम! ॐ शांति!पंडित जसराज जी के गायन में आध्यात्मिक आनंद और असीम ऊर्जा स्वत: ही अनुभूत होती थी।
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अद्भुत चेतना के साथ उम्र के इस पड़ाव पर भी वह सोत्साह संगीत की सेवा करते रहे, तो यह उनके वर्षों के तप और दैवीय शक्ति से ही संभव था। उनके चरणों में सादर प्रणाम! ॐ शांति!
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शास्त्रीय संगीत सम्राट पंडित जसराज के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की है. कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा ‘पद्म विभूषण से सम्मानित, शास्त्रीय संगीत के महान गायक पंडित जसराज जी के निधन की ख़बर स्तब्ध करने वाली है. संगीत के क्षेत्र में उनका योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता है. उनका निधन संगीत क्षेत्र के लिये एक बड़ी क्षति है. परिवार के प्रति शोक संवेदनाए. ईश्वर पीछे उनके परिजनो , प्रशंसको व संगीत प्रेमियों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करे.’
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उनका निधन संगीत क्षेत्र के लिये एक बड़ी क्षति है।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 17, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
परिवार के प्रति शोक संवेदनाएँ।
ईश्वर पीछे उनके परिजनो , प्रशंसको व संगीत प्रेमियों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे।
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परिवार के प्रति शोक संवेदनाएँ।
ईश्वर पीछे उनके परिजनो , प्रशंसको व संगीत प्रेमियों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे।
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90 साल के प्रख्यात शास्त्रीय संगीत गायक पंडित जसराज का हार्ट अटैक के चलते अमेरिका में निधन हो गया. उनका जन्म 28 जनवरी 1930 को हुआ था. पंडित जसराज का संबंध मेवाती घराने से था. वह जब 4 वर्ष के थे, तभी उनके पिता पंडित मोतीराम का देहांत हो गया था. उसके बाद से ही उनका पालन-पोषण बड़े भाई पंडित मणिराम ने किया था.
11 नवंबर 2006 को अंतरराष्ट्रीय खगोलीय संघ (IAU) द्वारा खोजे गए हीन ग्रह 2006 VP32 (संख्या-300128) को पंडित जसराज का नाम दिया गया है. जसराज ने संगीत की दुनिया में 80 वर्ष से अधिक बिताए और कई प्रमुख पुरस्कार प्राप्त किए. शास्त्रीय और अर्ध-शास्त्रीय स्वरों के उनके प्रदर्शनों को एल्बम और फिल्म साउंडट्रैक के रूप में भी बनाया गया है. उन्होंने भारत, कनाडा और अमेरिका में संगीत सिखाया है. इसके अलावा उनके कुछ शिष्य मशहूर संगीतकार भी बने हैं.