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मोबाइल का शौक बच्चों की आंखों पर पड़ रहा भारी, 30 फीसदी तक बढ़े मामले

इस लॉकडाउन के दौार में हर कोई अपना समय बिताने और मनोरंजन के लिए अलग-अलग काम कर रहा है, पर सबसे ज्यादा इस समय मोबाइल का उपयोग किया जा रहा है. वहीं साथ ही बच्चे भी लगातार इसका उपयोग कर रहे है जो उनकी आंखों को कमजोर बना रहा है.

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Published : May 26, 2020, 1:24 PM IST

भोपाल। लॉकडाउन की वजह से घरों में कैद बच्चों का मोबाइल, कंप्यूटर और टीवी के सामने ज्यादा समय बीत रहा है. इसका नतीजा बच्चों की आंखों में समस्याओं के रूप में सामने आ रहा है. डॉक्टर के पास ऐसे बच्चों के मामलों में 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है.

मोबाइल का शौक बच्चों की आंखों पर पड़ रहा भारी

डॉक्टर्स के मुताबिक लगातार मोबाइल कंप्यूटर पर बैठे रहने से बच्चों की आंखों में पानी, आंखें लाल होने जैसी समस्याएं आ रही हैं. डॉक्टर्स की मानें तो लगातार छोटे बच्चों के मोबाइल टीवी देखने और आंखों की समस्याओं की अनदेखी उन्हें मायोपिया यानी निकट दृष्टि दोष जैसी बीमारी से हो सकती है.

आई स्पेशलिस्ट डॉ. ललित श्रीवास्तव के मुताबिक लॉक डाउन के बाद आने वाले 10 मरीजों में 3 बच्चे होते हैं, जिन्हें लगातार मोबाइल देखने की वजह से आंखों में पानी या आंखें लाल होने जैसी समस्याएं होती हैं. डॉक्टर के मुताबिक ग्रोइंग बच्चों के लिए लगातार मोबाइल पर समय गुजारना ज्यादा खतरनाक है.

बच्चे मोबाइल देखें तो यह रखें सावधानी-

  • बच्चों को लंबे समय तक मोबाइल, कंप्यूटर पर वीडियो या गेम ना खेलने दें.
  • अगर वह इसका उपयोग कर रहे हैं तो 20 मिनट का समय निर्धारित करें.
  • बच्चों की आई मसल्स कमजोर होती हैं, इसलिए उन्हें जल्दी नुकसान हो सकता है.
  • मोबाइल, कंप्यूटर के स्थान पर बच्चों को इंडोर गेम्स खिलाएं.
  • आंखों को मले नहीं, उन्हें ठंडे पानी से धोएं.
  • विटामिन सी वाले खाद्य पदार्थ जैसे गाजर, पपीता आदि बच्चों को खिलाते रहें.
  • यदि बच्चे ऑनलाइन स्टडी कर रहे हैं तो ध्यान रखे कि छोटे मोबाइल फोन पर काम ना करें.
  • मोबाइल कंप्यूटर पर काम करते समय 20-20 का नियम फॉलो करें, यानी 20 मिनट काम और 20 मिनट आंखों को आराम.
  • आंखों को आराम देने के लिए ब्लिंक रेट ज्यादा रखें, साथी दोनों हथेली को रगड़ कर आंखों पर लगाएं.
  • डॉक्टर्स के मुताबिक यदि आंखों में कोई समस्या है तो डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करें.

भोपाल। लॉकडाउन की वजह से घरों में कैद बच्चों का मोबाइल, कंप्यूटर और टीवी के सामने ज्यादा समय बीत रहा है. इसका नतीजा बच्चों की आंखों में समस्याओं के रूप में सामने आ रहा है. डॉक्टर के पास ऐसे बच्चों के मामलों में 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है.

मोबाइल का शौक बच्चों की आंखों पर पड़ रहा भारी

डॉक्टर्स के मुताबिक लगातार मोबाइल कंप्यूटर पर बैठे रहने से बच्चों की आंखों में पानी, आंखें लाल होने जैसी समस्याएं आ रही हैं. डॉक्टर्स की मानें तो लगातार छोटे बच्चों के मोबाइल टीवी देखने और आंखों की समस्याओं की अनदेखी उन्हें मायोपिया यानी निकट दृष्टि दोष जैसी बीमारी से हो सकती है.

आई स्पेशलिस्ट डॉ. ललित श्रीवास्तव के मुताबिक लॉक डाउन के बाद आने वाले 10 मरीजों में 3 बच्चे होते हैं, जिन्हें लगातार मोबाइल देखने की वजह से आंखों में पानी या आंखें लाल होने जैसी समस्याएं होती हैं. डॉक्टर के मुताबिक ग्रोइंग बच्चों के लिए लगातार मोबाइल पर समय गुजारना ज्यादा खतरनाक है.

बच्चे मोबाइल देखें तो यह रखें सावधानी-

  • बच्चों को लंबे समय तक मोबाइल, कंप्यूटर पर वीडियो या गेम ना खेलने दें.
  • अगर वह इसका उपयोग कर रहे हैं तो 20 मिनट का समय निर्धारित करें.
  • बच्चों की आई मसल्स कमजोर होती हैं, इसलिए उन्हें जल्दी नुकसान हो सकता है.
  • मोबाइल, कंप्यूटर के स्थान पर बच्चों को इंडोर गेम्स खिलाएं.
  • आंखों को मले नहीं, उन्हें ठंडे पानी से धोएं.
  • विटामिन सी वाले खाद्य पदार्थ जैसे गाजर, पपीता आदि बच्चों को खिलाते रहें.
  • यदि बच्चे ऑनलाइन स्टडी कर रहे हैं तो ध्यान रखे कि छोटे मोबाइल फोन पर काम ना करें.
  • मोबाइल कंप्यूटर पर काम करते समय 20-20 का नियम फॉलो करें, यानी 20 मिनट काम और 20 मिनट आंखों को आराम.
  • आंखों को आराम देने के लिए ब्लिंक रेट ज्यादा रखें, साथी दोनों हथेली को रगड़ कर आंखों पर लगाएं.
  • डॉक्टर्स के मुताबिक यदि आंखों में कोई समस्या है तो डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करें.
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