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माता-पिता से भरण-पोषण मांगने फैमिली कोर्ट पहुंचे बच्चे - bhopal news

भोपाल में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां बच्चे अपने माता-पिता से भरण-पोषण मांगने फैमिली कोर्ट पहुंच गए हैं.

माता-पिता से भरण-पोषण मांगने फैमिली कोर्ट पहुंचे बच्चे
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Published : Nov 17, 2019, 8:44 PM IST

Updated : Nov 17, 2019, 11:19 PM IST

भोपाल। पत्नी ने अपना हक मांगने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया ऐसे तो बहुत मामले सुने होंगे, लेकिन क्या कभी बच्चों को मां-बाप के लिए याचिका दायर करते सुना है. कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है राजधानी में. जहां बच्चे अपने माता-पिता से भरण-पोषण मांगने फैमिली कोर्ट पहुंचे.

माता-पिता से भरण-पोषण मांगने फैमिली कोर्ट पहुंचे बच्चे

माता-पिता ने कर ली दूसरी शादी, बच्चे रह रहे नाना-नानी के पास

मामले की काउंसलिंग कर रहीं शैल अवस्थी ने बताया की फैमिली कोर्ट में हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां पति-पत्नी का आपसी लड़ाई-झगड़ों के कारण तलाक हो गया था. तलाक के बाद दोनों बच्चे नाना-नानी के साथ रहने लगे. वहीं बच्चों के पिता और मां दोनों ने दूसरी शादी कर अपना-अपना नया घर बसा लिया है.

बच्चे पिता से मांग रहे भरण-पोषण

काउंसलर शैल अवस्थी ने बताया कि बच्चों ने फैमिली कोर्ट में पिता से भरण-पोषण मांगने के लिए मामला दर्ज कराया है. वहीं काउंसलर का कहना है कि ऐसे मामलों में बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है और बच्चे मानसिक रूप से कमजोर हो जाते हैं. वहीं बच्चे न तो मां के साथ रहना चाहते हैं और न ही पिता के साथ. बच्चों को डर है कि अगर वे पिता के साथ रहें तो दोबारा उन्हें इसी दौर से न गुजरना पड़ जाए. वहीं अब बच्चों को केवल हक चाहिए जिससे वो अपनी पढ़ाई-लिखाई पूरी कर सकें. मामले की सुनवाई कोर्ट में चल रही है.

भोपाल। पत्नी ने अपना हक मांगने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया ऐसे तो बहुत मामले सुने होंगे, लेकिन क्या कभी बच्चों को मां-बाप के लिए याचिका दायर करते सुना है. कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है राजधानी में. जहां बच्चे अपने माता-पिता से भरण-पोषण मांगने फैमिली कोर्ट पहुंचे.

माता-पिता से भरण-पोषण मांगने फैमिली कोर्ट पहुंचे बच्चे

माता-पिता ने कर ली दूसरी शादी, बच्चे रह रहे नाना-नानी के पास

मामले की काउंसलिंग कर रहीं शैल अवस्थी ने बताया की फैमिली कोर्ट में हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां पति-पत्नी का आपसी लड़ाई-झगड़ों के कारण तलाक हो गया था. तलाक के बाद दोनों बच्चे नाना-नानी के साथ रहने लगे. वहीं बच्चों के पिता और मां दोनों ने दूसरी शादी कर अपना-अपना नया घर बसा लिया है.

बच्चे पिता से मांग रहे भरण-पोषण

काउंसलर शैल अवस्थी ने बताया कि बच्चों ने फैमिली कोर्ट में पिता से भरण-पोषण मांगने के लिए मामला दर्ज कराया है. वहीं काउंसलर का कहना है कि ऐसे मामलों में बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है और बच्चे मानसिक रूप से कमजोर हो जाते हैं. वहीं बच्चे न तो मां के साथ रहना चाहते हैं और न ही पिता के साथ. बच्चों को डर है कि अगर वे पिता के साथ रहें तो दोबारा उन्हें इसी दौर से न गुजरना पड़ जाए. वहीं अब बच्चों को केवल हक चाहिए जिससे वो अपनी पढ़ाई-लिखाई पूरी कर सकें. मामले की सुनवाई कोर्ट में चल रही है.

Intro:अपने ही मां-बाप से भरण-पोषण की भीख मांगने बच्चे पहुंचे फैमिली कोर्ट माता-पिता की गलतियों की सजा अब बच्चे भुगतने को मजबूर है लड़ाई झगड़ों के चलते पत्नी को अपना हक मांगने के लिए कोर्ट के दरवाजे खटखटाना पड़े ऐसे मामले तो आपने बहुत सुने होंगे लेकिन राजधानी की फैमिली कोर्ट में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां बच्चे अपने मां बाप से भरण-पोषण की भीख मांगने कोर्ट पहुंचने पर मजबूर हो गए हैं


Body:माता-पिता की गलतियों की सजा भुगत रहे मासूम बच्चे फैमिली कोर्ट में आया एक ऐसा मामला जहां बच्चे अपने माता-पिता से भरण-पोषण की भीख मांग रहे हैं..
मामले की काउंसलिंग कर रही शैल अवस्थी ने बताया की फैमिली कोर्ट में अब ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जहां माता-पिता की गलतियों की सजा उनके मासूम बच्चों को भुगतनी पड़ रही है हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां पति पत्नी का आपसी लड़ाई झगड़ों के चलते तलाक हो गया तलाक के बाद दोनों बच्चे नाना नानी के साथ रहने लगे बच्चों के पिता ने दूसरी शादी कर ली और वही माँ ने भी दूसरी शादी कर अपना नया घर बसा लिया अब ऐसे में बच्चे जाएं तो जाएं कहां इस स्थिति में बच्चों ने फैमिली कोर्ट में पिता से भरण-पोषण मांगने के लिए मामला दर्ज कराया जिसकी काउंसलिंग शैल अवस्थी कर रही है काउंसलर का कहना है कि ऐसे मामलों में बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है और बच्चे मानसिक रूप से कमजोर हो जाते हैं ऐसे में बच्चे अब न तो मां के साथ रहना चाहते हैं और ना ही पिता के साथ बच्चों को डर है कि यदि बच्चे पिता के साथ रहे और दोबारा उन्हें इसी दौर से गुजरना पड़ा तो वे क्या करेंगे, काउंसलर ने बताया अब बच्चों को केवल हक चाहिए जिससे वे अपनी पढ़ाई लिखाई पूरी कर सके और अपना भरण-पोषण कर सके मामला अभी कोर्ट में है जिसकी सुनवाई चल रही है


काउंसलर शैल अवस्थी


Conclusion:राजधानी के फैमिली कोर्ट में अब ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जहां माता-पिता की गलतियों की सजा बच्चों को भुगतनी पड़ रही है आपसी लड़ाई झगड़ों के चलते माता-पिता का तलाक हो जाता है और फिर दोनों ही दूसरी शादी कर लेते हैं दोनों ही अपनी नई जिंदगी बसा लेते हैं लेकिन ऐसे में उनके बच्चे अनेक समस्याओं का सामना करने को मजबूर हो जाते हैं
Last Updated : Nov 17, 2019, 11:19 PM IST
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