भोपाल। राजधानी भोपाल में अखंड दीप स्थापना और विश्वसेन की आराधना का प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन तेलुगु सांस्कृतिक परिषद की ओर से किया गया. तेलुगु परिषद के चार दिवसीय धार्मिक प्रतिष्ठा आयोजन में मुख्यमंत्री कमलनाथ और जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा विशेष रुप से शामिल हुए. इस दौरान मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दक्षिण भारतीय विधि-विधान से पूजा अर्चना की.
मुख्यमंत्री कमलनाथ तेलुगु समाज के कार्यक्रम में शामिल हुए इस दौरान उन्होंने तेलगू परंपरा के मुताबिक विधि पूजा अर्चना की. उन्होंने कहा, कि भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक परम्पराओं से मिलकर आध्यत्मिक शक्ति निर्मित होती है और यहीं विश्व में भारत की पहचान है. भोपाल में स्थित शारदा भवानी मन्दिर के बारे में कहा कि यह मंदिर मंदिर आध्यात्मिक शक्ति का केन्द्र है.
इस अवसर पर सांस्कृतिक परिषद के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में तेलुगु समाज के भक्तजन उपस्थित रहे.
दिल्ली जाने वाले सवाल पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 'मैं दिल्ली इसलिए जा रहा हूं कि दिल्ली में नीति आयोग की बैठक है. मैं बैठक में मध्यप्रदेश के जो मुद्दे से सामने रखेंगे'.
जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि दक्षिण भारत के लोग भोपाल में सालों से यहां रह रहे है. उन्होंने मंदिरों की प्रशंसा करते हुए कहा कि जितने भी मंदिर है वे आस्था के केंद्र हैं.
इससे पहले दक्षिण भारतीय भक्ति संगीत और मंत्र उच्चारणों के बीच पंडितों ने अखंड दीपेश साधना अंकुर रोपण और भगवत प्रार्थना के साथ विश्वसेन आराधना की. मंदिर में पूजा विधि शुरु होने से पहले कलश यात्रा निकाली गई. इस दौरान समारोह के लिए मंदिर को आकर्षक रुप से सजाया गया है.