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Monsoon Update: मध्यप्रदेश में रिमझिम फुहार के आसार, इन 6 जिलों में होगी झमाझम बारिश

बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में भी वेदर सिस्टम 8 जुलाई से ही एक्टिव होने के कारण प्रदेश के कई हिस्सों में रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में लगातार बन रही नमी के कारण भोपाल, होशंगाबाद, उज्जैन और इंदौर , जबलपुर, रीवा संभाग में गरज -चमक के साथ बारिश की संभावनाएं हैं.आकाशीय बिजली गिरने से देशभर में 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई.

chance of drizzle in mp
मध्यप्रदेश में रिमझिम फुहार के आसार,
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Published : Jul 12, 2021, 10:24 AM IST

Updated : Jul 12, 2021, 12:05 PM IST

भोपाल(Bhopal)।बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के चलते मानसून मध्यप्रदेश के कई क्षेत्रों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है. मौसम विज्ञानियों ने सोमवार-मंगलवार को जबलपुर, रीवा, भोपाल, होशंगाबाद, उज्जैन और इंदौर संभाग के जिलों में कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ तेज बारिश की संभावनाएं हैं. रविवार सुबह से शाम तक गुना में 43, बैतूल में 5, उमरिया में 4, ग्वालियर में 3.5, रीवा में 3, सतना में 0.6, धार में 0.5 मिमी बरसात हुई.

बंगाल में कम दवाब के चलते रुक-रुक कर होगी बारिश

मौसम वैज्ञानिक के अनुसार सोमवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 32.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जो सामान्य से एक डिग्री से अधिक रहा.शनिवार को अधिकतम तापमान 35.7 डिग्री से लेकर 2.8 डिग्री कम रहा.न्यूनतम तापमान 23 डिग्री रिकार्ड किया गया.शनिवार को न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री के मुकाबले 2.8 डिग्री कम रहा.मानसून ट्रफ राजस्थान से मप्र के मध्य से दक्षिणी छत्तीसगढ़,ओडिशा होते हुए बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र तक बना हुआ है.

अरब सागर से भी मिल रही नमी

वैज्ञानिक पीके साहा के अनुसार, उत्तरी पाकिस्तान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है. राजस्थान के मध्य में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है. इसके अतिरिक्त पूर्व-पश्चिम ट्रफ विदर्भ तक बना हुआ है. इन तीन वेदर सिस्टम के कारण अरब सागर से भी नमी आने का सिलसिला शुरू हो गया है.

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इन इलाकों में झमाझम बारिश

वैज्ञानिक पीके साहा के अनुसार, बीते शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे में गुना के कुम्भराज शहर में सबसे अधिक 72 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि सिंगरौली के सराय इलाके में 66.4 मिमी. बारिश हुई. इस अवधि के दौरान भोपाल के कोलार इलाके में 4.8 मिमी. बारिश हुई, जबकि इंदौर के देपालपुर इलाके में 10.5 मिमी और महू इलाके में 6 मिमी. बारिश रिकॉर्ड की गई. बारिश के चलते बीते 10 दिनों से जारी उमस भरी गर्मी से लोगों को निजात मिली.

मध्य प्रदेश में फिर एक्टिव हुआ मानसून

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश में मानसून फिर धीरे-धीरे एक्टिव हो रहा है, अरब सागर में दक्षिण-पश्चिमी हवाएं तेज हो रही हैं, जिससे राज्य में आगामी कुछ दिनों तक हल्की से सामान्य बारिश होने की उम्मीद है.

आज यानि सोमवार को अच्छी बारिश का अनुमान

दरअसल, मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में भी वेदर सिस्टम 8 जुलाई से ही एक्टिव है. हालांकि इससे पहले जरूर यहां मानसून शिथिल पड़ गया था. इसका कारण था कि मानसून ट्रफ हिमालय की तराई की तरफ बढ़ गया था. इसी दौरान बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की शुरूआत हो गई थी. उम्मीद है कि एक्टिव हुआ मानसून रविवार से प्रदेश में जमकर बरसना शुरू हो जाएगा.

जानें कब की जाती है मानसून की घोषणा

मध्य प्रदेश में सामान्य मानसून 20 जून तक पहुंचता है, जो पिछले सालों की तुलना मे 10 दिन पहले सक्रिय हुआ है. मौसम वैज्ञानिक इसका कारण, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में लगातार सक्रिय हो रहे मानसून को मान रहे हैं. बता दें कि मानसून की घोषणा बादलों की स्थिति हवा और अन्य स्टेशनों पर होने वाली बारिश के साथ टर्फ के आधार पर की जाती है.

मध्यप्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने से दो की मौत

मध्य प्रदेश में भी आकाशीय बिजली गिरने से दो लोग की मौत हो गई. हादसा ग्वालियर शहर में हुआ. इस दौरान दो लोग गंभीर रूप से झुलस गए. घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. ये हादसा तब हुआ जब चरवाहे भेड़ों को चराने गए थे तभी बारिश होने से चारों एक पेड़ के नीचे रुक गए थे. तभी यह हादसा हो गया.

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देश में बिजली गिरने से अबतक 60 से ज्यादा की मौत

राजस्थान में अलग-अलग इलाके में बिजली गिरने से चार अलग-अलग जगहों पर दर्दनाक हादसे हुए, जिसमें 25 लोगों की मौत हो गई. जयपुर के आमेर में बिजली गिरने से 16 लोगों ने दम तोड़ दिया है. जबकि कई लोगों के हताहत होने की आशंका है.

कोटा के गरड़ा गांव में बकरी चराने जंगल गए बच्चों पर बिजली गिरने से 4 बच्चों ने दम तोड़ दिया. धौलपुर में भी 3 बच्चों की झुलसकर मौत हो गई. वहीं चाकसू के बगरिया में भी आकाशीय बिजली गिरने से एक बच्चे की मौत हो गई. झालावाड़ में भी एक व्यक्ति की मौत हो गई है.

इन हादसों पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ ही सचिन पायलट ने भी दुख जताया है. सीएम गहलोत ने कहा, कोटा, धौलपुर, झालावाड़, जयपुर और बारां में आज आकाशीय बिजली गिरने से हुई जनहानि बेहद दुखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है. प्रभावितों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं, ईश्वर उन्हें सम्बल प्रदान करें. अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पीड़ित परिवारों को शीघ्र सहायता उपलब्ध करवाएं.

इसके अलावा सीएम ने हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. उन्होंने घायलों को भी मुआवजा देने का आदेश दिया है.

यूपी में आकाशीय बिजली गिरने से 13 की मौत

अकेले उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले की चार तहसीलों में ही रविवार को आकाशीय बिजली की चपेट में आने से कुल 13 व्यक्तियों की मौत हुई, जिसमें सबसे अधिक छह व्यक्तियों की मृत्यु सोरांव तहसील में हुई. अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) एमपी सिंह ने बताया कि बुधवार को तेज बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने और इसकी चपेट में आने से सोरांव में छह व्यक्तियों, कोरांव में तीन, बारा में तीन और करछना तहसील में एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई.

इसके अलावा कानपुर मंडल में 18, कौशांबी में 4, प्रतापगढ़ में 1, आगरा में 3 और वाराणसी व रायबरेली जिले में 1-1 व्यक्ति की जान चली गई. जबकि 30 से ज्यादा लोग झुलस गए.

आकाशीय विद्युत से प्रयागराज में हुई जनहानि का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया और इस दैवी आपदा में लोगों के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्माओं की शान्ति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और जिला प्रशासन को तत्काल मौके पर पहुंचकर अनुमान्य सहायता प्रदान किए जाने एवं घायलों को समुचित उपचार का निर्देश दिया

भोपाल(Bhopal)।बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के चलते मानसून मध्यप्रदेश के कई क्षेत्रों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है. मौसम विज्ञानियों ने सोमवार-मंगलवार को जबलपुर, रीवा, भोपाल, होशंगाबाद, उज्जैन और इंदौर संभाग के जिलों में कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ तेज बारिश की संभावनाएं हैं. रविवार सुबह से शाम तक गुना में 43, बैतूल में 5, उमरिया में 4, ग्वालियर में 3.5, रीवा में 3, सतना में 0.6, धार में 0.5 मिमी बरसात हुई.

बंगाल में कम दवाब के चलते रुक-रुक कर होगी बारिश

मौसम वैज्ञानिक के अनुसार सोमवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 32.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जो सामान्य से एक डिग्री से अधिक रहा.शनिवार को अधिकतम तापमान 35.7 डिग्री से लेकर 2.8 डिग्री कम रहा.न्यूनतम तापमान 23 डिग्री रिकार्ड किया गया.शनिवार को न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री के मुकाबले 2.8 डिग्री कम रहा.मानसून ट्रफ राजस्थान से मप्र के मध्य से दक्षिणी छत्तीसगढ़,ओडिशा होते हुए बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र तक बना हुआ है.

अरब सागर से भी मिल रही नमी

वैज्ञानिक पीके साहा के अनुसार, उत्तरी पाकिस्तान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है. राजस्थान के मध्य में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है. इसके अतिरिक्त पूर्व-पश्चिम ट्रफ विदर्भ तक बना हुआ है. इन तीन वेदर सिस्टम के कारण अरब सागर से भी नमी आने का सिलसिला शुरू हो गया है.

बरसो रे मेघ, क्या करें जतन : जिंदा आदमी को अर्थी पर लेटाया, ढोल ताशे लेकर शव यात्रा में शामिल हुए लोग

इन इलाकों में झमाझम बारिश

वैज्ञानिक पीके साहा के अनुसार, बीते शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे में गुना के कुम्भराज शहर में सबसे अधिक 72 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि सिंगरौली के सराय इलाके में 66.4 मिमी. बारिश हुई. इस अवधि के दौरान भोपाल के कोलार इलाके में 4.8 मिमी. बारिश हुई, जबकि इंदौर के देपालपुर इलाके में 10.5 मिमी और महू इलाके में 6 मिमी. बारिश रिकॉर्ड की गई. बारिश के चलते बीते 10 दिनों से जारी उमस भरी गर्मी से लोगों को निजात मिली.

मध्य प्रदेश में फिर एक्टिव हुआ मानसून

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश में मानसून फिर धीरे-धीरे एक्टिव हो रहा है, अरब सागर में दक्षिण-पश्चिमी हवाएं तेज हो रही हैं, जिससे राज्य में आगामी कुछ दिनों तक हल्की से सामान्य बारिश होने की उम्मीद है.

आज यानि सोमवार को अच्छी बारिश का अनुमान

दरअसल, मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में भी वेदर सिस्टम 8 जुलाई से ही एक्टिव है. हालांकि इससे पहले जरूर यहां मानसून शिथिल पड़ गया था. इसका कारण था कि मानसून ट्रफ हिमालय की तराई की तरफ बढ़ गया था. इसी दौरान बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की शुरूआत हो गई थी. उम्मीद है कि एक्टिव हुआ मानसून रविवार से प्रदेश में जमकर बरसना शुरू हो जाएगा.

जानें कब की जाती है मानसून की घोषणा

मध्य प्रदेश में सामान्य मानसून 20 जून तक पहुंचता है, जो पिछले सालों की तुलना मे 10 दिन पहले सक्रिय हुआ है. मौसम वैज्ञानिक इसका कारण, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में लगातार सक्रिय हो रहे मानसून को मान रहे हैं. बता दें कि मानसून की घोषणा बादलों की स्थिति हवा और अन्य स्टेशनों पर होने वाली बारिश के साथ टर्फ के आधार पर की जाती है.

मध्यप्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने से दो की मौत

मध्य प्रदेश में भी आकाशीय बिजली गिरने से दो लोग की मौत हो गई. हादसा ग्वालियर शहर में हुआ. इस दौरान दो लोग गंभीर रूप से झुलस गए. घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. ये हादसा तब हुआ जब चरवाहे भेड़ों को चराने गए थे तभी बारिश होने से चारों एक पेड़ के नीचे रुक गए थे. तभी यह हादसा हो गया.

बरसो रे मेघ, क्या करें जतन : जिंदा आदमी को अर्थी पर लेटाया, ढोल ताशे लेकर शव यात्रा में शामिल हुए लोग

देश में बिजली गिरने से अबतक 60 से ज्यादा की मौत

राजस्थान में अलग-अलग इलाके में बिजली गिरने से चार अलग-अलग जगहों पर दर्दनाक हादसे हुए, जिसमें 25 लोगों की मौत हो गई. जयपुर के आमेर में बिजली गिरने से 16 लोगों ने दम तोड़ दिया है. जबकि कई लोगों के हताहत होने की आशंका है.

कोटा के गरड़ा गांव में बकरी चराने जंगल गए बच्चों पर बिजली गिरने से 4 बच्चों ने दम तोड़ दिया. धौलपुर में भी 3 बच्चों की झुलसकर मौत हो गई. वहीं चाकसू के बगरिया में भी आकाशीय बिजली गिरने से एक बच्चे की मौत हो गई. झालावाड़ में भी एक व्यक्ति की मौत हो गई है.

इन हादसों पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ ही सचिन पायलट ने भी दुख जताया है. सीएम गहलोत ने कहा, कोटा, धौलपुर, झालावाड़, जयपुर और बारां में आज आकाशीय बिजली गिरने से हुई जनहानि बेहद दुखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है. प्रभावितों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं, ईश्वर उन्हें सम्बल प्रदान करें. अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पीड़ित परिवारों को शीघ्र सहायता उपलब्ध करवाएं.

इसके अलावा सीएम ने हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. उन्होंने घायलों को भी मुआवजा देने का आदेश दिया है.

यूपी में आकाशीय बिजली गिरने से 13 की मौत

अकेले उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले की चार तहसीलों में ही रविवार को आकाशीय बिजली की चपेट में आने से कुल 13 व्यक्तियों की मौत हुई, जिसमें सबसे अधिक छह व्यक्तियों की मृत्यु सोरांव तहसील में हुई. अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) एमपी सिंह ने बताया कि बुधवार को तेज बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने और इसकी चपेट में आने से सोरांव में छह व्यक्तियों, कोरांव में तीन, बारा में तीन और करछना तहसील में एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई.

इसके अलावा कानपुर मंडल में 18, कौशांबी में 4, प्रतापगढ़ में 1, आगरा में 3 और वाराणसी व रायबरेली जिले में 1-1 व्यक्ति की जान चली गई. जबकि 30 से ज्यादा लोग झुलस गए.

आकाशीय विद्युत से प्रयागराज में हुई जनहानि का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया और इस दैवी आपदा में लोगों के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्माओं की शान्ति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और जिला प्रशासन को तत्काल मौके पर पहुंचकर अनुमान्य सहायता प्रदान किए जाने एवं घायलों को समुचित उपचार का निर्देश दिया

Last Updated : Jul 12, 2021, 12:05 PM IST
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