भोपाल। मध्य प्रदेश में बाढ़ से हुए नुकसान की वास्तविक स्थिति का संज्ञान लेने के लिए एक बार फिर केंद्रीय दल मध्य प्रदेश के दौरे पर आया हुआ है. इस दौरान टीम ने मंत्रालय पहुंचकर मुख्य सचिव से बाढ़ की स्थिति पर बैठक की है. वहीं राजभवन पहुंचकर राज्यपाल लालजी टंडन से भी मुलाकात की है.
संयुक्त सचिव केन्द्रीय गृह मंत्रालय एसके शाही के नेतृत्व में आए अंतर मंत्रालयीन केन्द्रीय दल ने प्रदेश के 15 जिलों का भ्रमण कर राज्य शासन के अधिकारियों के साथ मंत्रालय में बैठक की. मुख्य सचिव एसआर मोहंती की अध्यक्षता में मंत्रालय में संपन्न अंतर मंत्रालयीन केन्द्रीय दल की बैठक में अतिवृष्टि और बाढ़ से प्रदेश को हुई क्षति के लिए नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फंड (एनडीआरएफ) से 6 हजार 621 करोड़ रुपए की सहायता उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है.
कितना हुआ नुकसान
प्रदेश में खरीफ की 149.35 लाख हेक्टेयर फसल में से 60.52 लाख हेक्टेयर फसल को नुकसान हुआ है. इससे लगभग 55.36 लाख किसान प्रभावित हुए हैं. वहीं 11 हजार किलोमीटर सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं. लगभग 18 हजार 604 बिजली के खंभे, ट्रांसफॉर्मर और 1.2 लाख मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं.
मुख्य सचिव एस आर मोहन्ती ने बैठक में केन्द्र की ओर से तत्काल सहायता उपलब्ध कराने का अनुरोध करते हुये प्रदेश की स्थिति को गंभीर आपदा के रूप में लेने का अनुरोध किया.
कितनी राशि की है जरूरत
- क्षतिग्रस्त भवनों की मरम्मत के लिए 2 हजार 285.88 करोड़ रूपये की आवश्यकता होगी.
- वहीं फसलों को हुए नुकसान के लिए 3 हजार 742 करोड़.
- क्षतिग्रस्त मकानों और जानमाल के नुकसान की भरपाई के लिए 579 करोड़ 96 लाख तथा आपदा राहत आदि के लिए 13 करोड़ 44 लाख रूपये की सहायता की केन्द्र से मांग गई है.