भोपाल| प्रशासनिक अकादमी में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के बच्चों को विषय विशेषज्ञों के साथ करियर काउंसलिंग के लिए कार्यशाला आयोजित की गई. इस कार्यशाला में प्रमुख रूप से आदिम-जाति कल्याण विभाग की प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी भी मौजूद रहीं. इस कार्यशाला में करीब 450 बच्चे शामिल हुए. इनमें शैक्षणिक भारत भ्रमण से लौटे 350 छात्र भी शामिल हुए. इस दौरान बच्चों ने अपने भारत भ्रमण के अनुभव को सभी छात्रों के साथ साझा किया.
कार्यशाला को संबोधित करते हुए प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी ने कहा है कि, वैश्विक दौर में शिक्षा के क्षेत्र में लगातार स्व-रोजगार से जुड़े पाठ्यक्रम शुरू हो रहे हैं. विद्यार्थी निरंतर अध्ययन कर इस बारे में जानकारी हासिल करें . करियर काउंसलिंग कार्यक्रम में क्रिस्प के प्रतिनिधियों ने बताया कि, परम्परागत पाठ्यक्रम के साथ व्यावसायिक पाठ्यक्रम के शैक्षणिक संस्थान भी कार्य कर रहे हैं. इनमें होटल मैनेजमेंट, फैशन डिजाइनिंग, फार्मास्युटिकल, ऑटोमोबाइल और बॉयोटेक्नेलॉजी प्रमुख हैं.
कार्यक्रम में छात्रों को प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थानों और एंट्रेंस एग्जामिनेशन की प्रक्रिया के बारे में भी बताया गया. पिछले सालों में एंट्रेंस एग्जामिनेशन पास कर प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश पा चुके आदिवासी एवं अनुसूचित जाति वर्ग के छात्रों ने कार्यक्रम में अपने अनुभव साझा किये. छात्र- छात्राओं ने दिल्ली में राष्ट्रपति भवन, मुगल गार्डन, रेल संग्रहालय, आईआरसीटीसी का रेल नीर प्लांट, आगरा के ताजमहल और पुरातत्व स्थलों के बारे में बताया .