भोपाल। राजधानी में हुई भीषण औद्योगिक गैस त्रासदी को 35 साल पूरे हो चुके हैं. इन 35 सालों के दौरान भोपाल शहर बहुत बदल गया है, लेकिन जो अब तक नहीं बदला है वो है पीड़ितों के जख्मों का दर्द, जो आज भी हरा है. इस भीषण औद्योगिक गैस त्रासदी में हजारों लोगों ने अपनी जान गवाई थी तो कई आज भी इसके प्रभाव से गंभीर बीमारियों के शिकार हैं.
गैस त्रासदी की 35वीं बरसी पर शहर में देर शाम अनेक क्षेत्रों में लोगों को श्रृद्धांजलि अर्पित की गई. सद्भावना ट्रस्ट के द्वारा राजधानी के इकबाल मैदान पर कैंडल जलाकर भावभीनी श्रृद्धांजलि दी गई. इसके बाद यहां मौजूद लोगों ने कैंडल मार्च भी निकाला. वहीं दूसरी ओर गैस फैक्ट्री के पास भी कई संगठनों ने कैंडल जलाकर श्रृद्धांजलि अर्पित की, वहीं विशाल जुलूस भी निकाला गया.
श्रृद्धांजलि देने के बाद लोगों ने एक बार फिर से राज्य और केंद्र सरकार से मांग उठाई है, कि जिन लोगों को आज भी मुआवजा नहीं मिला है सरकारों को दलगत राजनीति छोड़कर गैस पीड़ितों को मुआवजा देना चाहिए. वहीं गंभीर बिमारियों से पीड़ित लोगों के इलाज के लिए आज भी समुचित व्यवस्था की जाए.