भोपाल। कैन फाउंडेशन उद्घाटन समारोह का आयोजन मध्यप्रदेश विधानसभा के ऑडिटोरियम में किया जा रहा है. समाज में जो भी आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्राएं हैं, जो आर्थिक विषमताओं के कारण नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट में शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाते हैं. ऐसे छात्रों को कैंट फाउंडेशन छात्रवृत्ति देगा. कार्यक्रम के माध्यम से देश के नेशनल लॉ कॉलेजों से चयनित हुए 12 छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी.
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी कैन फाउंडेशन का शुभारंभ किया. सीएम कमलनाथ ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि 70 साल पहले किसने सोचा होगा कि देश में आईआईटी लॉ कॉलेज भी होंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में जितनी विभिन्नता हैं, उतनी किसी भी देश में नहीं हैं. दक्षिण में जाओ तो साड़ी पहनने का तरीका भी बदल जाता है. विभिन्नता की चुनौतियों को हमें समझना होगा.
न्यायपालिका के सामने हैं कई चुनौतियां:कमलनाथ
कमलनाथ ने कहा देश की न्यायपालिका बेहद मजबूत है. लोकतांत्रिक व्यवस्था में सबको अधिकार दिए गए हैं. सारे अधिकार लिमिटेड हैं, लेकिन न्याय का अधिकार अनलिमिटेड है. 50 साल न्यायपालिका के प्रति सोच अलग जो थी वो बदल रही हैं. उन्होंने कहा कि न्यायपालिका के सामने कई चुनौती हैं.
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि आज का युवा इंटरनेट से जुड़ा है. न्यायपालिका को भी भविष्य की चुनौती को समझना होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 साल पहले किसानों के सामने कम उत्पादन की चुनौतियां थी, लेकिन अधिक उत्पादन की चिंता हमें है उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि पिछले 70 सालों में भारत ने कुछ भी उचित नहीं किया. लेकिन ये गलत कहते हैं.
बता दें कि कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश खानवलकर, न्यायाधीश एस रविंद्र भट्ट, मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश मित्तल, राज्यसभा सांसद एवं वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा, मध्य प्रदेश के विधि मंत्री पीसी शर्मा, विधानसभा स्पीकर एमपी प्रजापति, वरिष्ठ अधिवक्ता गोपाल शंकर नारायण कार्यक्रम में शामिल हुए।।