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कोरोना ने स्ट्रीट वेंडर्स की जीविका पर लगाया ग्रहण, खाने को लेकर क्या है एक्सपर्ट की राय - खाने को लेकर क्या है एक्सपर्ट की राय

अनलॉक 5 में कई क्षेत्रों में छूट दी गई है. जैसे-जैसे अनलॉक में छूट दी जा रही है, वैसे-वैसे प्रदेश में कोरोना के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं. हालांकि कोरोना का सबसे ज्यादा असर अगर किसी पर पड़ा है, तो वह छोटे दुकानदार है, खासकर समोसे-चाट-पकौड़े बेचने वाले स्ट्रीट वेंडर्स, उनका बिज़नेस घटकर महज 10 फीसदी रह गया है.

street vendors
स्ट्रीट वेंडर
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Published : Oct 4, 2020, 8:02 PM IST

भोपाल। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के बाद अब अनलॉक की प्रक्रिया जारी है. अनलॉक 5 शुरू हो चुका है. जिसकी गाइडलाइन भी भारत सरकार ने जारी कर दी है. अनलॉक 5 में कई क्षेत्रों में छूट दी गई है. जिसमें 15 अक्टूबर से सिनेमाघरों को खोलने की बात भी कही गई है. अब जैसे-जैसे अनलॉक में छूट दी जा रही है, वैसे-वैसे प्रदेश में कोरोना के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं.

स्ट्रीट वेंडर्स की जीविका पर संकट

वर्तमान समय की बात करें तो माध्यप्रदेश में कोरोना के एक लाख से ज्यादा मामले दर्ज किए जा चुके हैं. वहीं राजधानी भोपाल में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है, ऐसे में बाज़ारों के खुलने से कोरोना के मामलों में इज़ाफ़ा हुआ है. लॉकडाउन के बाद अनलॉक में सभी बाजार खोल दिए गए हैं. खासतौर पर कपड़ा बाजार और खाने-पीने की दुकानें पूरी तरह से खुल चुकी है. ऐसे में लोग घरों से बाहर निकलना शुरू हो गए हैं, जिन लोगों का बिजनेस पिछले चार-पांच माह से ठप था, वह अब अनलॉक में अपनी आर्थिक स्थिति को पटरी पर लाने की कोशिश में लगे हैं.

कोरोना ने घटना स्ट्रीट फूड का बिजनेस

ऐसे में कई क्षेत्रों में अनलॉक से लोगों को राहत मिली है, लेकिन अब भी कई व्यव्साय ऐसे हैं. जो अनलॉक में भी बंद पड़े हैं और आर्थिक रूप से उभर नहीं पा रहे हैं. ऐसी ही हालत भोपाल में समोसे, कचौड़ी, चाय नाश्ता बेचने वाले स्ट्रीट फूड के दुकानदारों की है. जिनका बिज़नेस कोरोना में घटकर 10% रह गया है. क्योंकि लोगों में अब भी बाहर के स्ट्रीट वेंडर पर खाने का संक्रमण का डर बना हुआ है. भोपाल के प्रमुख स्ट्रीट वेंडर में दुकानें लगाने वाले दुकानदारों का कहना है जब सब कुछ बंद था तब भूखे मरने की स्थिति आ गई थी. अब सरकार ने बाज़ारों को खोलकर हम गरीब वर्ग को बड़ा सहारा दिया है, लेकिन दुख की बात यह है कि कोरोना के मामले थमने का नाम नही ले रहे, ऐसे में ग्राहकों में स्ट्रीट फूड को लेकर डर है. ग्राहक अब 10% भी नहीं आते, जिससे बड़ा नुकसान दुकानदारों को उठाना पड़ रहा है.

भोपाल में 100 से ज्यादा स्ट्रीट वेंडर

बता दें भोपाल में 100 से ज्यादा स्ट्रीट वेंडर हैं, जहां आम दिनों में बड़ी संख्या में लोग खाने पीने आया करते थे. लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण ये हॉकर्स पिछले 4 माह तक बंद रहे. अब अनलॉक में हॉकर्स खोले गए है, लेकिन ग्राहकों की कमी के कारण इन हॉकर्स के मालिकों को अब भी नुकसान झेलना पड़ रहा है. दुकानदारों का कहना है की वैसे तो 12 बजे से दुकानें खुलती थी और रात 12 बजे तक लगती थी. सबसे ज़्यादा ग्राहक शाम 5 के बाद आते थे, लेकिन अब हॉकर्स का टाइमिंग जिला प्रसाशन ने रात 8 बजे तक कर दिया है. जिसके कारण ना दिन में आमदनी हो पाती है ओर ना रात में. जिससे व्यापार अनलॉक के बाद भी ठप है.

क्या है एक्सपर्ट की राय

वहीं इस मामले में डॉक्टरों की भी यही राय है कि लोग बाहर का खाना इग्नोर करें, क्योंकि कोरोना में साफ-सफाई सबसे ज़्यादा ज़रूरी है. आपके इम्युनिटी सिस्टम का स्ट्रांग होना ज़रूरी है. बाहर का खाना हेल्दी नहीं होता लोगों को घर का खाना ही खाना चाहिए. हेल्थी फ़ूड का ही सेवन करना चाहिए. क्योंकि भले ही बाहर के खाने से कोरोना नहीं फैलेगा लेकिन बाहर दुकानों पर जाकर भीड़ इकट्ठी करने से और अनहिजेनिक खाना खाने से आप बीमारी को बुलावा देंगे, ऐसे में एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब तक कोरोना का खतरा पूरी तरह से न टल जाए, तब तक लोगों को बाहर का खाना अवॉइड कर घर का खाना और हेल्थी खाना ही खाना चाहिए.

भोपाल। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के बाद अब अनलॉक की प्रक्रिया जारी है. अनलॉक 5 शुरू हो चुका है. जिसकी गाइडलाइन भी भारत सरकार ने जारी कर दी है. अनलॉक 5 में कई क्षेत्रों में छूट दी गई है. जिसमें 15 अक्टूबर से सिनेमाघरों को खोलने की बात भी कही गई है. अब जैसे-जैसे अनलॉक में छूट दी जा रही है, वैसे-वैसे प्रदेश में कोरोना के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं.

स्ट्रीट वेंडर्स की जीविका पर संकट

वर्तमान समय की बात करें तो माध्यप्रदेश में कोरोना के एक लाख से ज्यादा मामले दर्ज किए जा चुके हैं. वहीं राजधानी भोपाल में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है, ऐसे में बाज़ारों के खुलने से कोरोना के मामलों में इज़ाफ़ा हुआ है. लॉकडाउन के बाद अनलॉक में सभी बाजार खोल दिए गए हैं. खासतौर पर कपड़ा बाजार और खाने-पीने की दुकानें पूरी तरह से खुल चुकी है. ऐसे में लोग घरों से बाहर निकलना शुरू हो गए हैं, जिन लोगों का बिजनेस पिछले चार-पांच माह से ठप था, वह अब अनलॉक में अपनी आर्थिक स्थिति को पटरी पर लाने की कोशिश में लगे हैं.

कोरोना ने घटना स्ट्रीट फूड का बिजनेस

ऐसे में कई क्षेत्रों में अनलॉक से लोगों को राहत मिली है, लेकिन अब भी कई व्यव्साय ऐसे हैं. जो अनलॉक में भी बंद पड़े हैं और आर्थिक रूप से उभर नहीं पा रहे हैं. ऐसी ही हालत भोपाल में समोसे, कचौड़ी, चाय नाश्ता बेचने वाले स्ट्रीट फूड के दुकानदारों की है. जिनका बिज़नेस कोरोना में घटकर 10% रह गया है. क्योंकि लोगों में अब भी बाहर के स्ट्रीट वेंडर पर खाने का संक्रमण का डर बना हुआ है. भोपाल के प्रमुख स्ट्रीट वेंडर में दुकानें लगाने वाले दुकानदारों का कहना है जब सब कुछ बंद था तब भूखे मरने की स्थिति आ गई थी. अब सरकार ने बाज़ारों को खोलकर हम गरीब वर्ग को बड़ा सहारा दिया है, लेकिन दुख की बात यह है कि कोरोना के मामले थमने का नाम नही ले रहे, ऐसे में ग्राहकों में स्ट्रीट फूड को लेकर डर है. ग्राहक अब 10% भी नहीं आते, जिससे बड़ा नुकसान दुकानदारों को उठाना पड़ रहा है.

भोपाल में 100 से ज्यादा स्ट्रीट वेंडर

बता दें भोपाल में 100 से ज्यादा स्ट्रीट वेंडर हैं, जहां आम दिनों में बड़ी संख्या में लोग खाने पीने आया करते थे. लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण ये हॉकर्स पिछले 4 माह तक बंद रहे. अब अनलॉक में हॉकर्स खोले गए है, लेकिन ग्राहकों की कमी के कारण इन हॉकर्स के मालिकों को अब भी नुकसान झेलना पड़ रहा है. दुकानदारों का कहना है की वैसे तो 12 बजे से दुकानें खुलती थी और रात 12 बजे तक लगती थी. सबसे ज़्यादा ग्राहक शाम 5 के बाद आते थे, लेकिन अब हॉकर्स का टाइमिंग जिला प्रसाशन ने रात 8 बजे तक कर दिया है. जिसके कारण ना दिन में आमदनी हो पाती है ओर ना रात में. जिससे व्यापार अनलॉक के बाद भी ठप है.

क्या है एक्सपर्ट की राय

वहीं इस मामले में डॉक्टरों की भी यही राय है कि लोग बाहर का खाना इग्नोर करें, क्योंकि कोरोना में साफ-सफाई सबसे ज़्यादा ज़रूरी है. आपके इम्युनिटी सिस्टम का स्ट्रांग होना ज़रूरी है. बाहर का खाना हेल्दी नहीं होता लोगों को घर का खाना ही खाना चाहिए. हेल्थी फ़ूड का ही सेवन करना चाहिए. क्योंकि भले ही बाहर के खाने से कोरोना नहीं फैलेगा लेकिन बाहर दुकानों पर जाकर भीड़ इकट्ठी करने से और अनहिजेनिक खाना खाने से आप बीमारी को बुलावा देंगे, ऐसे में एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब तक कोरोना का खतरा पूरी तरह से न टल जाए, तब तक लोगों को बाहर का खाना अवॉइड कर घर का खाना और हेल्थी खाना ही खाना चाहिए.

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