भोपाल। शिवसेना के बुर्के पर प्रतिबंध लगाने की मांग के बाद राजधानी आए मशहूर गीतकार जावेद अख्तर ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि बुर्के के साथ ही घूंघट पर भी प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए. इधर इन बयानों को राजधानी की मुस्लिम महिलाएं राजनीतिक स्टंट बता रही हैं.
मुस्लिम सोशल एक्टिविस्ट और मदरसा प्रतिनिधि नाजिया खान ने जावेद खान का समर्थन करते हुए कहा है कि उन्होंने बिल्कुल सही कहा है. उन्होंने कहा कि श्रीलंका और यहां के कानून में बहुत फर्क है. घूंघट प्रथा भी काफी पुरानी है, लेकिन आज भी कई महिलाएं हैं, जो इसका पालन कर रही हैं. क्या घूंघट करने वाली महिलाओं को भी आतंकवादी मान लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि महिलाओं को सॉफ्ट टारगेट बनाया जाता है. इन चीजों को आतंकवाद से जोड़ना सरासर गलत है.
बता दें कि शिवसेना ने मांग की थी कि जिस तरह से श्रीलंका में बुर्का पहनने पर प्रतिबंध लगाया गया है, उसी तरह भारत में भी बुर्के पर प्रतिबंध लगना चाहिए. हालांकि देश में कई जगह विरोध के बाद अब शिवसेना ने अपने बयान से हाथ पीछे खींच लिए हैं.