भोपाल। मध्य प्रदेश में होने वाले 28 विधानसभा उपचुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही आदर्श आचार संहिता प्रभावहीन हो गई है. ऐसे में आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के कई मामले सामने आ रहे हैं. कांग्रेस ने जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलसचिव और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के भाई आनंद मिश्रा तत्काल कुल सचिव पद से हटाने की मांग की है. कांग्रेस ने उन पर बीजेपी के पक्ष में खुलकर काम करने का आरोप लगाया है. वहीं कांग्रेस ने भांडेर से बीजेपी की संभावित प्रत्याशी पूर्व विधायक रक्षा सेनोरिया द्वारा शासकीय आवास का दुरुपयोग किए जाने की भी शिकायत दर्ज कराई है.
कांग्रेस उनके विश्वविद्यालय के कार्य क्षेत्र में आने वाले शासकीय-निजी कॉलेजों के स्टाफ और छात्रों को डरा धमकाकर प्रभावित कर बीजेपी के पक्ष में मतदान कराने की योजना को मूर्त रूप दे रहे हैं. आनंद मिश्रा पिछले 10 वर्षों से जीवाजी विश्वविद्यालय के कुल सचिव पद पर प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ थे. इधर-उधर स्थानांतरण होने के बाद जीवाजी विश्वविद्यालय में अपने राजनीतिक प्रभाव के कारण पदस्थ हो जाते हैं. बीजेपी की सरकार आने के बाद उन्हें फिर से जीवाजी विश्वविद्यालय में पदस्थ कराया गया है. जिसका उद्देश्य ग्वालियर चंबल संभाग में बीजेपी को राजनीतिक लाभ पहुंचाना है. उन्होंने कहा, आनंद मिश्रा खुलकर भाजपा के पक्ष में कार्य करते हैं, इसलिए उन्हें तत्काल कुल सचिव पद से हटाकर कहीं और पदस्थ किया जाना चाहिए.
कांग्रेस द्वारा भांडेर की संभावित बीजेपी की संभावित प्रत्याशी रक्षा सरोनिया द्वारा शासकीय आवास को चुनाव कार्यालय बनाने और राजनैतिक गतिविधियों में दुरूपयोग किए जाने की शिकायत की है. उन्होंने तत्काल उनके आवास आवंटन को निरस्त करने की मांग चुनाव आयोग से की है.