भोपाल। मध्य प्रदेश में भाजपा ने अपने साइबर योद्धाओं को इस्लामिक कट्टरपंथ के खिलाफ लड़ने के लिए मैदान में उतरने का पाठ पढ़ाया है. प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने पार्टी के साइबर योद्धाओं को इस्लामिक कट्टरपंथ के मायने बताए, प्रदेश बीजेपी को इस बात की चिन्ता दिखी कि अफगानिस्तान में जिस तरह से कट्टरपंथ इस्लाम ने राजनीति में प्रवेश कर लिया है, उससे न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व खतरे में है.
इस सेमिनार में आश्चर्य इस बात का रहा कि एक तरफ केंद्र सरकार तालिबान को मान्यता दे रही है, तो दूसरी तरफ मध्य प्रदेश में तालिबान की राजनीति में बढ़ती ताकत और इस्लामिक कट्टरवाद को रोकने साइबर योद्धाओं को सोशल मीडिया में ताकत के साथ इसे रोकने का पाठ पढ़ाया गया. मुरलीधर राव ने कहा कि "कट्टरपंथी इस्लाम भारत की शांति सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन गया है. आज पीएफआई जैसे संगठन देश को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं और मध्यप्रदेश में ऐसे संगठन की एंट्री चिंता का विषय है इंदौर उज्जैन जैसी घटनाओं में मिली सफाई की भूमिका खतरे का संदेश दे रही है."
इस्लाम मुद्दा नहीं, मुद्दा है कट्टरपंथी इस्लाम
प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने कहा "कट्टरपंथी इस्लाम ही शुद्ध इस्लाम है. पहले कट्टरपंथी इस्लाम मदरसों से चलता था. मुल्ला उलेमा चलाते थे अब इसका रूप अलग हो गया है, अब सोशल वर्क नेट पर चल रहा है.
जावेद अख्तर पर साधा निशाना
मुरलीधर राव ने जावेद अख्तर पर हमला बोलते हुए साइबर योद्धाओं से कहा कि "जावेद अख्तर को देश से जो मिला वह मजहब नहीं देश की वजह से मिला. पागलपन का नमूना देखना है तो जावेद अख्तर को देख सकते हैं, कई लोग पागल हो चुके हैं उन्हें पता नहीं कि वो पागल हो चुके हैं, RSS की तुलना अगर कोई तालिबान से कर सकता है तो उसकी जगह पागलखाना ही है." संघ से जुड़े मुरलीधर ने जावेद अख्तर को चुनौती दी कि जिस मंच चैनल पर कहे मैं उनसे बहस के लिए तैयार हूं.
कट्टरपंथी इस्लाम को लेकर सजग रहने की जरूरत
मुरलीधर राव ने कहा कि "कट्टरपंथी इस्लाम के प्रति सभी धर्मों के लोगों को जागरूक हो जाना चाहिए, क्योंकि यह राष्ट्र के लिए चुनौती बन चुके हैं. भारत में जितने भी मुसलमान हैं, उन मुसलमान के अंदर कट्टरपंथी के खिलाफ बात आनी चाहिए, क्योंकि जो उन्हें यहां यहां मिला है, वह वहां उनसे छीना जा रहा है. भारत में कट्टरपंथी के लिए कोई जगह नहीं है, हम बाबर और औरंगजेब का विरोध करते हैं, तो इसका यह मतलब नहीं कि हम मुसलमान का विरोध करते हैं." मुरलीधर ने सख्त लहजे में कह दिया कि कोई बाबर के नाम पर रोड और औरंगजेब के नाम पर तालाब बनाना चाहे तो ऐसा यहां नहीं चलेगा.