भोपाल। कमलनाथ सरकार द्वारा बजट में राम वन गमन पथ विकसित करने 22 करोड़ का प्रावधान दिया गया है. जो पूरा बीओटी के जरिए विकसित किया जाएगा. वहीं कमलनाथ सरकार के इस कदम पर बीजेपी ने सवाल उठाया है. बीजेपी का कहना है कि बीओटी के जरिए कांग्रेस राम भक्तों के साथ खिलावाड़ कर रही है.
कांग्रेस के प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा का कहना है कि मध्यप्रदेश देश का हृदय प्रदेश है. जिसमें ऐसी जगह हैं, जिसके जरिए प्रदेश की विरासत और इतिहास को दिखाया जा सकता है. भगवान श्री राम ने भी मध्यप्रदेश में काफी समय बिताया था. उस पथ को सुसज्जित करने के लिए बीजेपी ने राम पथ का भूमि पूजन किया था. लेकिन बीजेपी ने ना तो इसके लिए मद दिया और इस बारे में विचार किया.
अब कमलनाथ ने प्रदेश की संस्कृति को बताने और प्रदेश को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित कर आर्थिक समृद्धि पर ले जाने की कोशिश की है. इसके लिए मुख्यमंत्री ने तात्कालिक रूप से 22 करोड़ बजट का प्रावधान किया है. साथ ही एक कमेटी का भी गठन किया है. वहीं कांग्रेस के इस कदम पर बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि निश्चित तौर पर सरकार भगवान राम को भी ठगने का काम कर रही है. किसानों को कर्ज माफी के नाम पर ठग चुके हैं. महिलाओं के लिए कुछ नहीं किया है. सड़कों के नाम पर खिलवाड़ कर रहे हैं. ठीक उसी तरह बीओटी के जरिए राम वन गमन पथ को विकसित कर राम भक्तों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.
1 हजार गौशालाओं की बात करते हैं, लेकिन बजट प्रावधान सिर्फ 133 करोड़ रुपए का किया गया है. इस बजट प्रावधान से दोनों अभयारण्यों की गायों के लिए चारा- भूसा भी नहीं आ पाएगा. दरअसल अपने वनवास के दौरान भगवान राम मध्यप्रदेश के कई जिलों से गुजरे थे. जिनमें सतना, अनूपपुर, डिंडोरी और अमरकंटक महत्वपूर्ण हैं. 2007 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राम वन गमन पथ विकसित करने का ऐलान किया था. लेकिन शिवराज सिंह अपनी दूसरी घोषणाओं की तरह है, इसको भी भूल गए.