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राम वन गमन पथ को लेकर सियासत शुरू, बीओटी से पथ विकसित किए जाने पर बीजेपी ने खड़े किए सवाल

कमलनाथ सरकार द्वारा बजट में राम वन गमन पथ विकसित करने 22 करोड़ का प्रावधान दिया गया है. जो पूरा बीओटी के जरिए विकसित किया जाएगा. जिस पर बीजेपी ने सवाल उठाया है.

मुख्यमंत्री कमलनाथ
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Published : Jul 13, 2019, 7:18 PM IST

भोपाल। कमलनाथ सरकार द्वारा बजट में राम वन गमन पथ विकसित करने 22 करोड़ का प्रावधान दिया गया है. जो पूरा बीओटी के जरिए विकसित किया जाएगा. वहीं कमलनाथ सरकार के इस कदम पर बीजेपी ने सवाल उठाया है. बीजेपी का कहना है कि बीओटी के जरिए कांग्रेस राम भक्तों के साथ खिलावाड़ कर रही है.


कांग्रेस के प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा का कहना है कि मध्यप्रदेश देश का हृदय प्रदेश है. जिसमें ऐसी जगह हैं, जिसके जरिए प्रदेश की विरासत और इतिहास को दिखाया जा सकता है. भगवान श्री राम ने भी मध्यप्रदेश में काफी समय बिताया था. उस पथ को सुसज्जित करने के लिए बीजेपी ने राम पथ का भूमि पूजन किया था. लेकिन बीजेपी ने ना तो इसके लिए मद दिया और इस बारे में विचार किया.

राम वन गमन पथ योजना पर बीजेपी ने उठाए सवाल


अब कमलनाथ ने प्रदेश की संस्कृति को बताने और प्रदेश को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित कर आर्थिक समृद्धि पर ले जाने की कोशिश की है. इसके लिए मुख्यमंत्री ने तात्कालिक रूप से 22 करोड़ बजट का प्रावधान किया है. साथ ही एक कमेटी का भी गठन किया है. वहीं कांग्रेस के इस कदम पर बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि निश्चित तौर पर सरकार भगवान राम को भी ठगने का काम कर रही है. किसानों को कर्ज माफी के नाम पर ठग चुके हैं. महिलाओं के लिए कुछ नहीं किया है. सड़कों के नाम पर खिलवाड़ कर रहे हैं. ठीक उसी तरह बीओटी के जरिए राम वन गमन पथ को विकसित कर राम भक्तों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.


1 हजार गौशालाओं की बात करते हैं, लेकिन बजट प्रावधान सिर्फ 133 करोड़ रुपए का किया गया है. इस बजट प्रावधान से दोनों अभयारण्यों की गायों के लिए चारा- भूसा भी नहीं आ पाएगा. दरअसल अपने वनवास के दौरान भगवान राम मध्यप्रदेश के कई जिलों से गुजरे थे. जिनमें सतना, अनूपपुर, डिंडोरी और अमरकंटक महत्वपूर्ण हैं. 2007 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राम वन गमन पथ विकसित करने का ऐलान किया था. लेकिन शिवराज सिंह अपनी दूसरी घोषणाओं की तरह है, इसको भी भूल गए.

भोपाल। कमलनाथ सरकार द्वारा बजट में राम वन गमन पथ विकसित करने 22 करोड़ का प्रावधान दिया गया है. जो पूरा बीओटी के जरिए विकसित किया जाएगा. वहीं कमलनाथ सरकार के इस कदम पर बीजेपी ने सवाल उठाया है. बीजेपी का कहना है कि बीओटी के जरिए कांग्रेस राम भक्तों के साथ खिलावाड़ कर रही है.


कांग्रेस के प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा का कहना है कि मध्यप्रदेश देश का हृदय प्रदेश है. जिसमें ऐसी जगह हैं, जिसके जरिए प्रदेश की विरासत और इतिहास को दिखाया जा सकता है. भगवान श्री राम ने भी मध्यप्रदेश में काफी समय बिताया था. उस पथ को सुसज्जित करने के लिए बीजेपी ने राम पथ का भूमि पूजन किया था. लेकिन बीजेपी ने ना तो इसके लिए मद दिया और इस बारे में विचार किया.

राम वन गमन पथ योजना पर बीजेपी ने उठाए सवाल


अब कमलनाथ ने प्रदेश की संस्कृति को बताने और प्रदेश को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित कर आर्थिक समृद्धि पर ले जाने की कोशिश की है. इसके लिए मुख्यमंत्री ने तात्कालिक रूप से 22 करोड़ बजट का प्रावधान किया है. साथ ही एक कमेटी का भी गठन किया है. वहीं कांग्रेस के इस कदम पर बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि निश्चित तौर पर सरकार भगवान राम को भी ठगने का काम कर रही है. किसानों को कर्ज माफी के नाम पर ठग चुके हैं. महिलाओं के लिए कुछ नहीं किया है. सड़कों के नाम पर खिलवाड़ कर रहे हैं. ठीक उसी तरह बीओटी के जरिए राम वन गमन पथ को विकसित कर राम भक्तों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.


1 हजार गौशालाओं की बात करते हैं, लेकिन बजट प्रावधान सिर्फ 133 करोड़ रुपए का किया गया है. इस बजट प्रावधान से दोनों अभयारण्यों की गायों के लिए चारा- भूसा भी नहीं आ पाएगा. दरअसल अपने वनवास के दौरान भगवान राम मध्यप्रदेश के कई जिलों से गुजरे थे. जिनमें सतना, अनूपपुर, डिंडोरी और अमरकंटक महत्वपूर्ण हैं. 2007 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राम वन गमन पथ विकसित करने का ऐलान किया था. लेकिन शिवराज सिंह अपनी दूसरी घोषणाओं की तरह है, इसको भी भूल गए.

Intro:भोपाल। भले ही राम वन गमन पथ योजना का शिलान्यास 2007 में शिवराज सिंह सरकार ने किया था। लेकिन अपनी दूसरी योजनाओं की तरह शिवराज सिंह राम वन गमन पथ को भी भूल गए थे। अब कमलनाथ सरकार ने अपने बजट में राम वन गमन पथ विकसित करने के लिए 22 करोड़ का प्रावधान किया है। यह पूरा बीओटी के जरिए विकसित किया जाएगा। बीजेपी अब इस पर सवाल उठा रही है। बीजेपी का कहना है कि बीओटी के जरिए पथ विकसित करके राम भक्तों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। बड़ी-बड़ी बातें करके उनको ठगने का काम किया जा रहा है।


Body:दरअसल अपने वनवास के दौरान भगवान राम मध्यप्रदेश के कई जिलों से गुजरे थे। जिनमें सतना, अनूपपुर,डिंडोरी और अमरकंटक महत्वपूर्ण हैं। 2007 में जब शिवराज सिंह मुख्यमंत्री हुआ करते थे। तब उन्होंने राम वन गमन पथ विकसित करने का ऐलान किया था। लेकिन शिवराज सिंह अपनी दूसरी घोषणाओं की तरह है, इसको भी भूल गए। 2018 चुनाव में कांग्रेस ने इसको मुद्दा बनाया और चुनाव के दौरान एक यात्रा भी निकाली। अपने घोषणा पत्र वचन पत्र में राम वन गमन पथ विकसित करने का ऐलान किया। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद 10 जुलाई को पेश हुए कमलनाथ सरकार के बजट में राम वन गमन पथ विकसित करने के लिए 22 करोड़ का प्रावधान किया गया है। इस पथ को बीओटी के जरिए विकसित किया जाएगा।

इस मामले में मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा का कहना है कि मध्यप्रदेश देश का हृदय प्रदेश है। जिसमें अनेकों ऐसी जगह हैं। जिसके माध्यम से मध्यप्रदेश की विरासत और इतिहास को दिखाया जा सकता है। भगवान श्री राम ने भी मध्यप्रदेश में काफी समय बिताया था। भगवान श्री राम जिस पथ पर भ्रमण करते हुए मध्यप्रदेश से गुजरे थे। उस पथ को सुसज्जित करने के लिए बीजेपी ने राम पथ का भूमि पूजन किया था। लेकिन ना तो यह योजना के लिए मद दिया था और ना उसके बारे में आगे विचार किया। अब कमलनाथ ने प्रदेश की संस्कृति को बताने और प्रदेश को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित कर आर्थिक समृद्धि पर ले जाने की कोशिश की है। इसके लिए मुख्यमंत्री ने तात्कालिक रूप से 22 करोड़ बजट का प्रावधान किया है। साथ ही एक कमेटी का भी गठन किया है।


Conclusion:वहीं इस मामले में बीजेपी के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि निश्चित तौर पर भगवान राम को भी ठगने का काम कांग्रेस कर रही है। किसानों को कर्ज माफी के नाम पर ठग चुके हैं। महिलाओं के लिए कुछ किया नहीं हैं. सड़कों के नाम पर खिलवाड़ कर रहे हैं। ठीक उसी तरह बीओटी के जरिए राम वन गमन पथ को विकसित कर राम भक्तों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। बातें तो बड़ी बड़ी कर रहे हैं, लेकिन ठगने का काम किया जा रहा है। ठीक इसी प्रकार गौशालाओं के मामले में भी ऐसा ही किया गया है। 1000 गौशाला की बात करते हैं,लेकिन बजट प्रावधान सिर्फ 133 करोड़ रुपए का किया गया है। इस बजट प्रावधान से दोनों अभयारण्यों की गायों के लिए चारा भूसा भी नहीं आ पाएगा। कुल मिलाकर कमलनाथ सरकार एक्सपोज हो चुकी है। यही कारण है कि जनता अब इनको दुत्कार रही है।
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