भोपाल। लव जिहाद को लेकर उलेमाओं ने निकाह को लेकर एक फैसला लिया है. उलेमाओं के अनुसार अब निकाह के दौरान लड़का और लड़की दोनों के माता-पिता का होना जरूरी है. उलेमाओं के इस फैसले को लेकर प्रदेश की राजनीति में बवाल मच गया है. भाजपा ने इसे एक नौटंकी बताया है. जबकि कांग्रेस उलेमाओं के समर्थन में खड़ी होती नजर आ रही है. (love jihad case bhopal)
क्या बोले कांग्रेस प्रवक्ता
उलेमाओं के इस फैसले को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि अंतरजातीय और अंतरधार्मिक विवाह होते हैं. अब पत्राचार होने से चीजें और स्पष्ट हो गई हैं. अगर उलेमाओं ने माता-पिता की मौजूदगी की बात कही है, तो हम स्वागत करते हैं. (congress view on love jihad)
भाजपा प्रवक्ता ने बतायी नौटंकी
वहीं भाजपा ने इसे नौटंकी बताया है. भाजपा प्रवक्ता नेहा बग्गा ने कहा कि उलेमा बोर्ड ने काजियों को बचाने का नया पैंतरा ढूंढ लिया है. कांग्रेस ने उलेमाओं का समर्थन करते हुए कहा कि उनकी इस पहल का कांग्रेस स्वागत करती है. (bjp on love jihad)
मध्यप्रदेश में देश के उलेमाओं ने लव जिहाद के बढ़ते मामले को देखते हुए यह फैसला लिया कि प्रदेश में निकाह पढ़ाने वाले काजी को निकाह करने वाले लड़का-लड़की के मां-बाप की उपस्थिति जरूरी है, लेकिन बीजेपी ने आपत्ति जताते हुए कहा कि उलेमा बोर्ड यह सब हाजियों को बचाने के लिए कर रहा है. बेहतर होता कि वह ऐसे मुस्लिम लड़कों पर कार्रवाई या फतवा जारी करता, जो हिंदू नाम रख कर हिंदू लड़कियों को जाल में फंसा कर शादी करते हैं.