भोपाल (Agency, PTI)। उत्तर प्रदेश के इटावा से भाजपा के सांसद कठेरिया को आगरा की एमपी-एमएलए अदालत ने साल 2011 में एक बिजली कंपनी के कर्मचारी के साथ मारपीट के मामले में शनिवार को दो साल के कारावास की सजा सुनाई. दो साल कैद की सजा होने के बाद कठेरिया की संसद सदस्यता भी जा सकती है. अब विपक्षी दलों ने कठेरिया को जल्द से जल्द अयोग्य अघोषित करने की मांग की है. मध्यप्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ व दिग्विजय सिंह ने भी ये मांग दोहराई है.
कानून सबके लिए बराबर : कमलनाथ ने कहा ‘‘उन्हें (रामशंकर कठेरिया को) अयोग्य घोषित किया जाना चाहिए. कानून सबके लिए बराबर है. अब राहुल गांधी के मामले में भी उच्चतम न्यायालय का फैसला आ गया है. कठेरिया ने जो किया और राहुल गांधी पर जो आरोप लगाया जा रहा है, उसमें काफी अंतर है.’’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी कहा कि अब देखना यह है कि लोकसभा अध्यक्ष इटावा से भाजपा सांसद रामशंकर कठेरिया को कब अयोग्य करार देते हैं. बीजेपी पर तंज कसते हुए कांग्रेस ने कहा कि जैसी फूर्ति राहुल गांधी के मामले में दिखाई थी, वैसी ही इस मामले में दिखाएं.
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दिग्विजय सिंह ने भी की मांग : वहीं, दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘‘सांसद रामशंकर कठेरिया को सजा सुनाई गई है. सूरत की एक अदालत द्वारा मानहानि के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद राहुल गांधी को 24 घंटे के भीतर अयोग्य घोषित कर दिया गया था. अब देखना यह होगा कि कठेरिया को संसद की सदस्यता से अयोग्य किया जाता है या नहीं. देखते हैं कि लोकसभा अध्यक्ष कैसे निष्पक्ष रूप से काम करते हैं.’’. बता दें कि कठेरिया के खिलाफ 2011 में टॉरेंट पावर कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मारपीट एवं बलवा करने का मामला दर्ज किया गया था. राज्य में उस समय मायावती के नेतृत्व में बहुजन समाज पार्टी की सरकार थी.