भोपाल। वोटिंग को भी अब बमुश्किल नौ दिन बाकी है, लेकिन अभी तक बीजेपी का घोषणा पत्र जारी नहीं हो पााया है. पार्टी ने जिन्हें घोषणा पत्र समिति का संयोजक बनाया पार्टी के उममीदवार बनकर जयंत मलैया खुद चुनाव मैदान में कूदे हुए हैं. दूसरी तरफ कई सारे घोषणाएं मेनिफेस्टो से पहले ही भाषणों में की जा चुकी है. लिहाजा पार्टी मेनिफेस्टो में लगातार मंथन के साथ बदलाव चल रहा है. ऐसी जानकारी है. उधर कांग्रेस ने इस देरी पर तंज किया है और पूछा है कि कहां अटक गया बीजेपी का घोषणा पत्र. कांग्रेस का कहना है कि चुनाव प्रचार 15 नवम्बर को खत्म हो जाएगा, अब तो केवल साढे़ छह दिन बाकी रहे हैं.
कहां अटक गया बीजेपी का घोषणा पत्र: एमपी के चुनाव प्रचार में मंच से घोषणाएं भरपूर हो रही हैं, लेकिन हैरत की बात है कि अब तक बीजेपी अपना घोषणा पत्र जारी नहीं कर सकी है. जानकारी के मुताबिक घोषणा पत्र की ड्राफ्टिंग आखिरी दौर में है. दिलचस्प ये भी है कि घोषणा पत्र समिति का जिन्हें संयोजक बनाया गया जयंत मलैया भी घोषणा पत्र तैयार करने में कितना समय दे पाए होंगे. क्योंकि पार्टी ने उन्हें दमोह सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. हालांकि ईटीवी भारत ने जब इस संबंध में घोषणा पत्र समिति के सदस्य दीपक विजयवर्गीय से बात की तो उनका कहना था कि घोषणा पत्र की ड्राफ्टिंग अपने आखिरी दौर में है. जल्द ही इसकी घोषणा कर दी जाएगी.
18 साल से सत्ता में काबिज बीजेपी का मेनिफेस्टो कब: कांग्रेस ने इस संबंध में सवाल उठाया है. कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने पूछा है कि एमपी में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस का वचन पत्र 17 अक्टूबर को राजधानी भोपाल में हमारे नेता कमलनाथ और सुरजेवाला और कमलनाथ जारी कर चुके हैं. 18 सालों में सरकार में काबिज बीजेपी का दृष्टि पत्र कब आएगा. क्या भ्रष्टाचार से शुगर बढ़ने के कारण आंखों पर असर आ जाने से बीजेपी दृष्टि बाधित हो गई है. चुनाव प्रचार 15 नवम्बर को समाप्त हो जाएगा यानि सिर्फ साढ़े छह दिन बाकी हैं. उन्होने ट्वीट कर कहा कि लगता है कि 18 नवम्बर को ही शोकाकुल दिव्य दृष्टि साफ होगी.