ETV Bharat / state

पूर्व मंत्री कमल पटेल ने साधा कांग्रेस पर निशाना, कहा- 2020 तक इस सरकार का हो जाएगा सफाया

प्रदेश के पूर्व राजस्व मंत्री कमल पटेल ने कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि कांतिलाल भूरिया हारे हुए प्रत्याशी हैं और एक बार फिर हारेंगे साथ ही जनता की बद्दुआ इस सरकार को लगेगी जिससे, 2020 तक इसका सफाया हो जाएगा.

पूर्व राजस्व मंत्री कमल पटेल
author img

By

Published : Oct 11, 2019, 8:15 AM IST

भोपाल। प्रदेश के पूर्व राजस्व मंत्री कमल पटेल ने कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि कांतिलाल भूरिया हारे हुए प्रत्याशी हैं और एक बार फिर हारेगे. उन्होंने कहा हनीट्रैप जैसे मामले को कांग्रेस दबाने की कोशिश कर रही है, कांग्रेस जनता को धोखा देरे सत्ता में आई है, जनता की बद्दुआ इस सरकार को लगेगी जिससे, 2020 तक इसका सफाया हो जाएगा और प्रदेश में एक बार में फिर बीजेपी के सत्ता में आएगी. उन्होंने कांग्रेस पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा है कि अब तक बाढ़ आपदा के लोगों को मुआवजा नहीं मिला है.

कमल पटेल ने साधा कांग्रेस पर निशाना

कमल पटेल ने कहा कि प्रदेश में पहले से चल रही जनहितकारी योजनाओं को बंद किया जा रहा है. बाढ पीड़ित गरीब को आरसीबी की मिलने वाली राशि बंद कर दी गई है जबकी बीजेपी के शासन काल में इसे लगातार बढ़ाया गया था. बीजेपी की सरकार के दौरान गरीब व्यक्ति की अंत्येष्टि के लिए सरकार के माध्यम से पांच हजार रुपए की राशि दी जाती थी उसे भी कमलनाथ सरकार ने बंद कर दिया है. भजन मंडलियों को कांग्रेस की सरकार ने आते ही बंद करवा दिया.

लोगो को कांग्रेस ना पसंद, कांतिलाल भूरिया हारे हुए हैं
झाबुआ उपचुनाव के बारे में बात करते हुए कमल पटेल ने कहा कि कांतिलाल भूरिया पहले भी चुनाव हार चुके हैं. विधानसभा में भी उनके पुत्र विक्रांत भूरिया हार चुके हैं. लोगों का विश्वास कांग्रेस से उठ चुका है, क्योंकि 9 महीने की सरकार ने अब तक कोई भी अच्छा काम नहीं किया, बल्की केवल ट्रांसफर उद्योग को बढ़ावा दिया जा है. इन सभी मुद्दों के साथ हम झाबुआ की जनता के बीच हैं, निश्चित भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी की विजय होगी.

हनीट्रैप मामले को दबा रही है सरकार
हनीट्रैप मामले पर सरकार को घेरते हुए कमल पटेल ने कहा कि जिसका चरित्र नहीं उसका कुछ भी नहीं हो सकता है. इसमे नेता, आईपीएस, आईएएस या फिर कोई भी हो उसे बाहर रास्ता दिखाया जाना चाहिए ताकि मध्यप्रदेश का शुद्धिकरण हो सके, लेकिन मुख्यमंत्री जांच को लगातार दबाने का काम कर रहे हैं.
जिस तरहा से दो से तीन बार अधिकारियों को बदला गया है, इससे साफ है कि कांग्रेस के नेता अधिकारी इस मामले में लिप्त है, इसीलिए सीबीआई जांच की मांग उठा रहे हैं. हम तो चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में पूरी जांच हो और जो लोग भी दोषी हैं उनका सामाजिक बहिष्कार कर कार्यवाही हो.

सरकार की वादा खिलाफी पर करवाया मामला दर्ज
कमल पटेल ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान कई वादे किए थे, लेकिन सरकार बन जाने के बाद कांग्रेस ने वादाखिलाफी की है. यही वजह है कि मैंने इनके खिलाफ 420सी का मामला दर्ज करवाया है, मैं इस पूरे मामले को लेकर हाईकोर्ट जाऊंगा.

भोपाल। प्रदेश के पूर्व राजस्व मंत्री कमल पटेल ने कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि कांतिलाल भूरिया हारे हुए प्रत्याशी हैं और एक बार फिर हारेगे. उन्होंने कहा हनीट्रैप जैसे मामले को कांग्रेस दबाने की कोशिश कर रही है, कांग्रेस जनता को धोखा देरे सत्ता में आई है, जनता की बद्दुआ इस सरकार को लगेगी जिससे, 2020 तक इसका सफाया हो जाएगा और प्रदेश में एक बार में फिर बीजेपी के सत्ता में आएगी. उन्होंने कांग्रेस पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा है कि अब तक बाढ़ आपदा के लोगों को मुआवजा नहीं मिला है.

कमल पटेल ने साधा कांग्रेस पर निशाना

कमल पटेल ने कहा कि प्रदेश में पहले से चल रही जनहितकारी योजनाओं को बंद किया जा रहा है. बाढ पीड़ित गरीब को आरसीबी की मिलने वाली राशि बंद कर दी गई है जबकी बीजेपी के शासन काल में इसे लगातार बढ़ाया गया था. बीजेपी की सरकार के दौरान गरीब व्यक्ति की अंत्येष्टि के लिए सरकार के माध्यम से पांच हजार रुपए की राशि दी जाती थी उसे भी कमलनाथ सरकार ने बंद कर दिया है. भजन मंडलियों को कांग्रेस की सरकार ने आते ही बंद करवा दिया.

लोगो को कांग्रेस ना पसंद, कांतिलाल भूरिया हारे हुए हैं
झाबुआ उपचुनाव के बारे में बात करते हुए कमल पटेल ने कहा कि कांतिलाल भूरिया पहले भी चुनाव हार चुके हैं. विधानसभा में भी उनके पुत्र विक्रांत भूरिया हार चुके हैं. लोगों का विश्वास कांग्रेस से उठ चुका है, क्योंकि 9 महीने की सरकार ने अब तक कोई भी अच्छा काम नहीं किया, बल्की केवल ट्रांसफर उद्योग को बढ़ावा दिया जा है. इन सभी मुद्दों के साथ हम झाबुआ की जनता के बीच हैं, निश्चित भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी की विजय होगी.

हनीट्रैप मामले को दबा रही है सरकार
हनीट्रैप मामले पर सरकार को घेरते हुए कमल पटेल ने कहा कि जिसका चरित्र नहीं उसका कुछ भी नहीं हो सकता है. इसमे नेता, आईपीएस, आईएएस या फिर कोई भी हो उसे बाहर रास्ता दिखाया जाना चाहिए ताकि मध्यप्रदेश का शुद्धिकरण हो सके, लेकिन मुख्यमंत्री जांच को लगातार दबाने का काम कर रहे हैं.
जिस तरहा से दो से तीन बार अधिकारियों को बदला गया है, इससे साफ है कि कांग्रेस के नेता अधिकारी इस मामले में लिप्त है, इसीलिए सीबीआई जांच की मांग उठा रहे हैं. हम तो चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में पूरी जांच हो और जो लोग भी दोषी हैं उनका सामाजिक बहिष्कार कर कार्यवाही हो.

सरकार की वादा खिलाफी पर करवाया मामला दर्ज
कमल पटेल ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान कई वादे किए थे, लेकिन सरकार बन जाने के बाद कांग्रेस ने वादाखिलाफी की है. यही वजह है कि मैंने इनके खिलाफ 420सी का मामला दर्ज करवाया है, मैं इस पूरे मामले को लेकर हाईकोर्ट जाऊंगा.

Intro:कांग्रेस धोखा देकर सत्ता में आई , लेकिन बार-बार ऐसा नहीं होगा, हनी ट्रैप मामले को दबाया जा रहा है = पूर्व राजस्व मंत्री


भोपाल | प्रदेश के पूर्व राजस्व मंत्री कमल पटेल ने कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला है उन्होंने कांग्रेस पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है साथ ही अब तक बाढ़ आपदा के लोगों को मुआवजा ना मिलने पर भी कांग्रेस को खरी-खरी सुनाई है पूर्व राजस्व मंत्री ने हनीट्रैप जैसे मामले को लेकर भी कांग्रेस पर ही मामले को दबाने का आरोप लगाया है वहीं उन्होंने 2020 में एक बार फिर बीजेपी के सत्ता में आने का ऐलान किया है


Body:पूर्व राजस्व मंत्री कमल पटेल का कहना है कि जब मैं स्वयं राजस्व मंत्री हुआ करता था तब प्राकृतिक आपदा के लिए लगातार मुआवजा राशि को बढ़ाए जाने की बात किया करता था जो पुरानी आरसीबी वर्षों से चली आ रही थी उसके तहत केवल 50 रुपए से ज्यादा नहीं मिलते थे लेकिन वर्ष 2006 में हमने आरसीबी में परिवर्तन करते हुए इस राशि को दो हजार रुपए किया बाद में शिवराज सिंह चौहान ने इसे बढ़ाकर 5 हजार किया क्योंकि जब बाढ़ आती है तो सबसे ज्यादा नुकसान गरीब व्यक्ति का ही होता है और ऐसी स्थिति में बाढ़ का पानी इन निचली बस्तियों में रहने वाले लोगों के घरों में ही घुसता है हमारा सबसे बड़ा प्रश्न यही था कि गरीब व्यक्ति बाढ़ से हुए नुकसान को किस तरह से सहन कर पाएगा इसे देखते हुए ही हमने यह आपदा राशि देने का प्रबंध किया था लेकिन जब से कांग्रेस की सरकार आई है उन्होंने कुछ भी नहीं दिया है जो मिल रहा था वह भी बंद कर दिया गया है कमल पटेल ने कहा कि मध्यप्रदेश में बीजेपी सरकार के दौरान जो जनहित योजनाएं चलाई गई थी जिससे लोगों को फायदा हो रहा था वे सभी योजनाएं कांग्रेस ने बंद कर दी है बीजेपी की सरकार के दौरान गरीब व्यक्ति की अंत्येष्टि के लिए सरकार के माध्यम से पांच हजार रुपए की राशि दी जाती थी कमलनाथ सरकार ने उसे भी बंद कर दिया है भजन मंडलियों को 1 साल में 25 हजार रुपए की राशि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुरू की थी लेकिन कांग्रेस की सरकार ने आते ही यह भी बंद करवा दिया जबकि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री निवास में 58 करोड रुपए खर्च कर नया निर्माण करवाया है इसीलिए पूरे प्रदेश की बद्दुआ कमलनाथ को लगेगी और यह सरकार जल्दी से जल्दी चली जाएगी प्रदेश में एक बार फिर 2020 में कमल खिलेगा और बीजेपी की सरकार बनेगी .


Conclusion:कमल पटेल ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे राहुल गांधी और मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किसानों से कर्ज माफ करने की बात कही थी युवाओं को रोजगार देने की बात कही थी वृद्ध पेंशन योजना में भी राशि बढ़ाने की बात की गई थी वहीं कर्मचारियों को भी कई तरह के वादे किए गए थे लेकिन सरकार बन जाने के बाद कांग्रेस ने वादाखिलाफी की है यही वजह है कि मैंने इनके खिलाफ 420 और 120 बी के तहत मामला दर्ज करवाया है और मैं इस पूरे मामले को लेकर हाईकोर्ट जाऊंगा उन्होंने कहा कि धोखा देकर एक बार सरकार बनाई जा सकती है लेकिन ऐसा बार बार नहीं किया जा सकता इसीलिए मध्यप्रदेश में कांग्रेस हमेशा हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी


वही उन्होंने हनीट्रैप मामले पर भी सरकार को गिरते हुए कहा कि हनी ट्रैप में लगातार सरकार की ओर से कुछ भी बयानबाजी की जा रही है जिसका चरित्र नहीं उसका कुछ भी नहीं हो सकता है इस मामले में चाहे नेता हो आईपीएस अधिकारी हो आईएएस अधिकारी हो या फिर कोई भी हो इन सभी को बाहर का रास्ता दिखाया जाना चाहिए ताकि मध्यप्रदेश का शुद्धिकरण हो सके लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इस जांच को लगातार दबाने का काम किया है दो से तीन बार अधिकारियों को बदला गया है इससे साफ है कि कांग्रेस के नेता अधिकारी इस मामले में लिप्त है और हम इसीलिए सीबीआई जांच की मांग उठा रहे हैं हम तो चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में यह पूरी जांच होनी चाहिए और जो लोग भी इस मामले में दोषी है उनका सामाजिक बहिष्कार करते हुए इन सभी लोगों पर कार्यवाही होनी चाहिए .

वही झाबुआ उपचुनाव को लेकर पूर्व राजस्व मंत्री ने कहा कि कांतिलाल भूरिया इससे पहले भी चुनाव हार चुके हैं उन्हें लोकसभा में हार का मुंह देखना पड़ा था इसके बाद विधानसभा में भी उनके पुत्र विक्रांत भूरिया हार चुके हैं लोगों का विश्वास कांग्रेस से उठ चुका है क्योंकि 9 महीने की इस सरकार ने अब तक कोई भी अच्छा काम करके नहीं दिखाया है प्रदेश सरकार के द्वारा केवल ट्रांसफर उद्योग को बढ़ावा दिया जा रहा है 15 साल सत्ता से दूर रहने के बाद सरकार में आने के बाद सभी कांग्रेस के नेता लूटने में लगे हुए उन्होंने कहा कि झाबुआ उपचुनाव में निश्चित भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी की विजय होगी क्योंकि उन्होंने किसानों का कर्जा माफ नहीं किया है इन्होंने जितने भी वादे प्रदेश की जनता से किए थे उनमें से कोई भी वादा पूरा नहीं किया है और यही मुख्य मुद्दे लेकर हम झाबुआ चुनाव में जनता के बीच जाएंगे .
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.