भोपाल। अगले 5 साल के दौरान केंद्र से मिलने वाली बजट की राशि तय करने के लिए मध्यप्रदेश के दौरे पर पहुंची 15वीं वित्त आयोग की टीम ने बुधवार को नगरीय निकाय के प्रतिनिधियों से चर्चा की. ये बैठक भी राजनीति का अखाड़ा बन गई. भोपाल और इंदौर के बीजेपी महापौर ने बाकी नगर निगम महापौर को बैठक में नहीं बुलाए जाने पर नाराजगी जताई. भोपाल महापौर आलोक शर्मा ने आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह से इसकी शिकायत की.
शर्मा ने कहा कि प्रदेश की 16 नगर निगम में बीजेपी सत्तारूढ़ है, लेकिन वित्त आयोग की इस बैठक में 16 में से सिर्फ दो महापौर को ही बुलाया गया. बाकी नगर निगम से महापौर के स्थान पर नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष को बैठक में शामिल किया गया. महापौर ने नाराजगी जताते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस ने इस मंच को भी राजनीति का केंद्र बनाने की कोशिश की है. यदि बाकी महापौर भी बैठक में बुलाए जाते तो और बेहतर सुझाव आयोग के सामने रखे जा सकते थे.
इंदौर नगर निगम अध्यक्ष मालिनी गौड़ ने भी बाकी महापौर को नहीं बुलाए जाने पर आपत्ति जताई है. भोपाल महापौर आलोक शर्मा ने आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह से भी इसकी शिकायत की है. बैठक में शामिल होने पहुंचे नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि बीजेपी के नेता हर अच्छी चीजों पर राजनीति करते हैं और इस बैठक में भी उन्होंने यही किया.