ग्वालियर। जिले में भाजपा पार्षद सतीश सिकरवार और उनके समर्थकों द्वारा कांग्रेस की सदस्यता लिए जाने पर दोनों ही दलों में हलचल बढ़ गई है. भाजपा समर्थित परिवार से ताल्लुक रखने वाले सिकरवार के इस कदम को बीजेपी ने जहां आत्मघाती बताया है, वहीं कांग्रेस भी पशोपेश में है. चर्चा है कि पिछली बार ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले सतीश सिकरवार को कांग्रेस ने टिकट देने का भरोसा दिया है.
ग्वालियर पूर्व के विधायक रहे मुन्नालाल गोयल अब बीजेपी के सदस्य बन चुके हैं और उनका बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ना लगभग तय है. दिलचस्प ये भी है कि ग्वालियर पूर्व से कांग्रेस में 40 ज्यादा दावेदारों की सूची है. ऐसे में बीजेपी से कांग्रेस में आए सतीश सिकरवार को टिकट मिलने की दशा में उन्हें कांग्रेस पार्टी के अंतर्विरोध का सामना करना पड़ेगा.
कांग्रेस का मानना है कि ग्वालियर पूर्व से सिकरवार को टिकट मिलेगा, ये तय नहीं है और पार्टी में असंतोष भी नहीं है, लेकिन जिस तरह से कांग्रेस के ही कुछ लोगों ने खुलेआम सिकरवार का विरोध किया है. उससे उनके लिए आने वाला समय चुनौतीपूर्ण रहने वाला है.
बीजेपी ने कहा कि सतीश सिकरवार को पार्टी ने भरपूर सम्मान दिया है. प्रदेश में नगर निगम परिषद में ग्वालियर इकलौता है. यहां पति-पत्नी दोनों को बीजेपी से टिकट दिए गए थे और वो दोनों चुनाव जीते थे. उनके छोटे भाई मुरैना से विधायक रह चुके हैं.