भोपाल। मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव के पहले चरण का चुनावी शोर थम गया है. चुनाव प्रचार के आखिरी दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में कई सभाएं और रोड शो किया. वहीं कमलनाथ ने भोपाल में रोड शो किया. निकाय चुनाव में बीजेपी की तरफ से चुनाव प्रचार की मुख्य धुरी सीएम शिवराज रहे. सीएम शिवराज ने 18 दिनों में करीब 52 चुनावी सभाएं और रोड शो किए. वहीं कमलनाथ ने करीब 40 चुनावी सभाएं की. केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेन्द्र सिह तोमर का पूरा फोकस ग्वालियर -चंबल इलाके में ही रहा. दोनों नेताओं के यहां करीब 4 दौरे हो चुके हैं.
सीएम शिवराज सब पर भारी : चुनावी सभाओं और रोड शो के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सभी पर भारी पड़े. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 17 जून को महापौर पद के उम्मीदवारों के नामांकन के साथ प्रचार अभियान शुरू कर दिया था. पिछले 18 दिन में सीएम शिवराज ने करीब 50 चुनावी सभाएं और रोड शो किए. चुनाव प्रचार के आखिरी दिन शिवराज ने इंदौर में धुंआधार प्रचार किया. इस दौरान उन्होंने आधा दर्जन से ज्यादा सभाएं और रोड शो किया. बारिश ने भी चुनावी प्रचार का उत्साह कम नहीं होने दिया. छतरी लगाकर शिवराज प्रचार में डटे रहे. प्रदेश के बड़े महानगरों पर बीजेपी का खास फोकस है. सीएम शिवराज भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर में 2 से 3 बार चुनाव प्रचार कर चुके हैं. भोपाल में 4 रोड शो कर चुके हैं.
पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी पूरा दम लगाया : कांग्रेस ने अलग-अलग क्षेत्रों के हिसाब से नेताओं को चुनाव प्रचार की बागडोर सौंपी. कमलनाथ ने भी चुनाव प्रचार में खूब पसीना बहाया. कमलनाथ ने 24 जून को सिंगरौली से आपका कमलनाथ आपके साथ अभियान की शुरूआत की थी. इसके बाद वे अभी तक 11 नगर निगमों में चुनावी सभाएं कर चुके हैं. कमलनाथ ने चुनाव प्रचार के आखिरी दिन भोपाल में रोड शो किया. इसके एक दिन पहले भोपाल में एक बड़ी चुनावी सभी भी की. कमलनाथ पिछले करीब 11 दिनों में करीब 40 सभाएं कर चुके हैं.
ग्वालियर-चंबल में सिंधिया, तोमर ने संभाला मोर्चा : उधर, प्रदेश के ग्वालियर चंबल इलाके में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेन्द्र सिंह तोमर ने चुनावी मोर्चा संभाला. दोनों ही नेता ग्वालियर चंबल इलाके में करीब 4 दौरे कर चुके हैं. हालांकि दोनों ही नेता यहां बड़ी सभा के स्थान पर नुक्कड सभाओं को ज्यादा फोकस करते रहे. तोमर का खास फोकस मुरैना रहा. सिंधिया ग्वालियर के अलावा उज्जैन, इंदौर में भी चुनाव प्रचार के लिए जा चुके हैं. (BJP and Congress put their full force) (How many meetings and road shows)