भोपाल। उपचुनाव में जोरदार जीत हासिल करने के बाद शिवराज कैबिनेट के विस्तार को लेकर सरगर्मी तेज है. शिवराज मंत्रिमंडल में फिलहाल 6 जगह खाली है और सबसे ज्यादा दावेदारी विंध्य इलाके के बीजेपी विधायक कर रहे हैं, क्योंकि इस इलाके से बीजेपी को 2018 में बंपर जीत हासिल हुई थी, और उसी के दम पर बीजेपी 100 सीटों का आंकड़ा पार कर पाई थी. अब शिवराज कैबिनेट में शामिल और अनूपपुर से विधायक बिसाहूलाल सिंह का बयान सामने आया है बिसाहूलाल सिंह ने विंध्य विधायकों की पैरवी की है.
विंध्य संभाग से विधानसभा अध्यक्ष
विंध्य संभाग से मंत्रिमंडल और विधानसभा अध्यक्ष पद दिए जाने की मांग पर खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने कहा है कि 'सब लोग चाहते हैं जो जहां के रहने वाले हैं सबसे पहले उनका अपने क्षेत्र से प्रेम होता है, विंध्य के लोग हमेशा यह चाहते हैं कि विंध्य क्षेत्र का विकास होना चाहिए. सब लोग क्षेत्र को पहले प्राथमिकता देते हैं इसलिए विंध्य क्षेत्र के लोग मांग कर रहे हैं तो कोई गलत नहीं है वो भी इसका समर्थन करते हैं विंध्य से अच्छे और योग्य व्यक्ति को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जाए.'
विंध्य से 2018 में मिली थी बंपर जीत
विंध्य में बीजेपी को 2018 में बंपर जीत मिली थी, बीजेपी के खाते में संभाग की 30 में से 24 सीटें हासिल की थी, जो 2013 विधानसभा से भी बड़ी जीत थी. 2013 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 30 में से 12 सीटें मिली थी. 2018 के चुनाव के बाद भले ही कांग्रेस ने सरकार बना ली थी, लेकिन विंध्य संभाग के कांग्रेस के बड़े नेता चुनाव हार गए थे, जिसमें मध्य प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष रहे अजय सिंह भी शामिल थे. अजय सिंह को अपनी परंपरागत सीट चुरहट से हार मिली थी, इसके अलावा उस वक्त के विधानसभा उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह को भी अमरपाटन से हार का मुंह देखना पड़ा था. बीजेपी को जो जीत मिली थी अब उसी कारण उस पर दबाव भी बढ़ता जा रहा है.
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दौड़ में यह नाम शामिल
विंध्य से अगर मंत्री या विधानसभा अध्यक्ष बनाया जाता है तो उसमें कई नामों पर चर्चा है, जिसमें वरिष्ठ विधायक गिरीश गौतम, केदार शुक्ला के अलावा पूर्व मंत्री और शिवराज सिंह चौहान के करीबी राजेंद्र शुक्ला का नाम दौड़ में सबसे आगे है.