भोपाल। दो मार्च को प्रदेश सरकार ने कोरोना काल के बाद पहला ई-बजट पेश किया. वहीं बजट 2021-22 में किसान कर्ज माफी और बेरोजगारी को लेकर कांग्रेस लगातार बीजेपी पर निशाना साध रही है. जिसके जवाब में नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि विकास का रोजगार से सीधा संबंध है. अगर विकास होगा तो रोजगार मिलेगा.मंत्री ने कहा कि रोजगार का मतलब अकेले को रोजगार देना नहीं है, सरकार 24000 शिक्षकों की भर्ती कर रही है. अन्य भागों में भी भर्ती प्रक्रिया शुरू की जा रही है.
जिस तेजी से विकास हो रहा है उसी तेजी से रोजगार भी मिलेगा
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि लगातार विकास के काम मध्यप्रदेश में चल रहे हैं और विकास के कामों से ही रोजगार मिलता है. प्रदेश सरकार कई विभागों में भर्ती परीक्षा को लेकर शुरुआत कर रही है. जिससे प्रदेश के युवाओं को रोजगार मिलेगा. वहीं सरकार के राजकोषीय घाटे के लगातार बढ़ने पर मंत्री ने कहा कि सरकार ने कोई नया टैक्स नहीं लगाया है, क्योंकि सब जानते हैं कि पूरा साल लगभग कोरोना काल में निकल गया. ऐसे में किसी प्रकार का टैक्स लगाना उचित नहीं है और इन परिस्थितियों में जो बजट आया है, वह वित्तीय प्रबंधन का एक सबसे अच्छा उदाहरण है.
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विकास के काम न रुके, यह हमारी कोशिश
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि हमारी जितनी भी प्रमुख योजनाएं हैं, सभी के लिए सरकार ने बजट बढ़ाया है. तो हमारी कोशिश है कि विकास के काम ना रुके और तेजी से विकास हो. जहां तक घाटे का सवाल है तो स्वाभाविक है, पिछले 1 साल से लगभग 40% की राजस्व की कमी आई है. इस कारण से घाटा होना स्वभाविक है.
प्रदेश सरकार के बजट जहां एक तरफ मिला जुला असर देखने मिल रहा है. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस का आरोप है कि सरकार ने कर्मचारियों के हित में कोई काम नहीं किया है. निवेश और युवाओं के रोजगार को लेकर भी कोई ठोस बात इस बजट में नहीं है. सरकार लगातार पिछले 1 साल से कोरोना के चलते राजस्व में कमी के बावजूद भी किसी प्रकार का टैक्स न लगाकर जनता को राहत देने की बात कर रही है.