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भूपेंद्र सिंह की सालाना आय हुई 1 लाख से 1 करोड़, कांग्रेस के आरोपों पर बोले-करूंगा केस

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Published : May 30, 2023, 8:18 PM IST

Updated : May 30, 2023, 8:56 PM IST

मध्यप्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव की तारीखें नजदीक आ रही है, वैसे ही प्रदेश में बयानबाजियों और आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी तेज हो रहा है. प्रदेश कांग्रेस ने कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र सिंह पर आय से अधिक संपत्ति का आरोप लगाया है. वहीं कांग्रेस के आरोपों पर मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सफाई देते हुए केस करने की बात कही है.

Bhupendra Singh cabinet minister
भूपेंद्र सिंह कैबिनेट मंत्री

भोपाल। कांग्रेस ने सीएम के करीबी मंत्रियों में शामिल नगरीय आवास एवं विकास विभाग मंत्री भूपेन्द्र सिंह पर अनुपातहीन संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया है. कांग्रेस के मुताबिक मंत्री की सालाना आय 10 साल में 1 लाख रुपए से बढ़कर 1 करोड़ से ज्यादा हो गई. मंत्री ही नहीं, बल्कि उनकी पत्नी की सालाना आय 4.5 करोड़ पहुंच गई है. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मंत्री की पत्नी को 1 हेक्टेयर भूमि और कार्यालय दान और रजिस्टर्ड विक्रय पत्रों से मिला, जिसकी कीमत 20 करोड़ से ज्यादा है. कांग्रेस ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से मंत्री के पूरे कार्यकाल की उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित करने की मांग की है. कांग्रेस ने कहा कि मंत्री से तत्काल इस्तीफा लिया जाए. प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष जेपी धनोपिया ने आरोप लगाया मंत्री की संपत्ति हर पांच साल में दो गुना तक बढ़ी है.

ऐसी बढ़ी मंत्री की संपत्ति: कांग्रेस उपाध्यक्ष और प्रकोष्ठों के प्रभारी जेपी धनोपिया और कांग्रेस सूचना का अधिकार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष पुनीत टंडन ने चुनाव आयोग के समक्ष प्रस्तुत शपथ पत्रों के आधार पर आरोप लगाया कि मंत्री भूपेन्द्र सिंह की अचल संपत्तियों में वर्ष 2008 में रुपए 1.10 करोड़, वर्ष 2009 में रुपए 1.40 करोड़, वर्ष 2013 में रुपए 3.57 करोड़ एवं वर्ष 2018 में 7.67 करोड़ दिखाई गई है. लोकसेवक के पद पर रहते हुए भूपेन्द्र सिंह की अचल संपत्ति में यह वृद्धि हुई असामान्य है. इसी प्रकार भूपेन्द्र सिंह की चल संपत्तियों में वर्ष 2013 में रुपए 1.30 करोड़ एवं वर्ष 2018 में रुपए 2.86 करोड़ दिखाई गई है, जो कि पांच वर्ष के दौरान लगभग दो गुना से अधिक की वृद्धि है.

  1. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मंत्री भूपेन्द्र सिंह की पत्नी सरोज सिंह के नाम 2008 से 2018 के बीच करीब 33 गुना संपत्ति में बढ़ोत्तरी हुई है. जबकि शपथ पत्रों में दिखाया गया उनके पर होटल दीपाली और साल 2013 के बाद शुरू हुए दीपाली ऑटोमोबाइल के अलावा कोई आय का साधन नहीं है. यदि भौतिक रूप से जिला सागर के दीपाली होटल एवं उसके साथ जुड़े मैरिज हॉल, एक्टेंशन होटल, प्ले जोन आदि का मूल्यांकन कराया जाए तो संपत्ति करीब 200 करोड़ से अधिक की निकलेगी.
  2. भूपेन्द्र सिंह ने नामांकन के साथ प्रस्तुत शपथ पत्र 2018 के अनुसार उनकी पत्नी सरोज सिंह को विभिन्न दान-पत्रों एवं रजिस्टर्ड विक्रय पत्रों के माध्यम से 2014, 2015 और 2016 में 1.06 हेक्टेयर भूमि और 60632 वर्गफुट पर निर्मित भवन एवं कार्यालय की संपत्ति प्राप्ति हुई है. जबकि वर्ष 2008, 2009 एवं 2013 के शपथ पत्र में सिर्फ होटल दीपाली में 50 फीसदी हिस्सेदारी थी. साल 2013 से 2018 के बीच सरोज सिंह की संपत्ति में कई गुना अनुपातहीन वृद्धि हुई है. दान में प्राप्त आवास का भौतिक मूल्यांकन किया जाए तो इसकी वर्तमान कीमत करीब 20 करोड़ की निकलेगी.
  3. 2018 के नामांकन शपथ पत्र में बताया गया कि भूपेन्द्र सिंह की बेटियों को 3.22 एवं 3.22 हेक्टेयर भूमि 2018 में मिली. इसका भुगतान मंत्री की पत्नी सरोज सिंह द्वारा किया गया.
  4. साल 2018 के नामांकन शपथ पत्र से पता चलता है कि साल 2013 से 2018 के बीच मंत्री भूपेन्द्र सिंह, उनकी पत्नी और आश्रितों के नाम कई ग्रामों की खेती और व्यवसायिक भूमि में दिखाई देने लगा जिसकी जांच की जानी चाहिए.
  5. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने प्रस्तुत नामांकन शपथ पत्रों में साल 2008-09 में 1,03,400 की वार्षिक आय बताई थी. साल 2012-13 में 5,60,667 की सालाना आय बताई. वहीं पत्नी सरोज सिंह की सालाना आय 7,05,744 दिखाई गई. साल 2017-18 में भूपेन्द्र सिंह की सालाना आय 97,63,942 हो गई. मंत्री भूपेन्द्र सिंह की साल 2008-09 से वर्ष 2017-18 के बीच सालाना आय 1 लाख से बढ़कर 1 करोड़ रुपए के ऊपर पहुंच गई, जबकि पत्नी सरोज सिंह की वार्षिक आय लगभग 4.5 करोड़ पहुंच गई. आखिर इतनी संपत्ति कहां से अर्जित कर ली गई, इसकी जांच की जानी चाहिए.

भूपेंद्र सिंह ने दी सफाई: वहीं कांग्रेस के आरोप पर नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने अपनी सफाई दी है. कैबिनेट मंत्री ने कहा कि आरोप लगाने वाले कांग्रेस नेताओं पर वे केस करेंगे. मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सारे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए नकार दिया है. मंत्री ने कहा कि उनके पिताजी के पास 12 गांव की मालगुजारी थी, हमारे परिवार के पास 1200 एकड़ जमीन थी. हमने जमीन पर मकान बनाने के के लिए 42 करोड़ का लोन लिया, सागर शहर से लगी होने के कारण हमारी जमीन की कीमत बढ़ी, संपत्ति नहीं बढ़ी. वैल्यूएशन बढ़ा, पहले एकड़ में बिकती थी, अब वर्गफुट में बिक रही है. हमने अलग से कोई संपत्ति नहीं खरीदी और ना अर्जित की है. हमारे पिताजी ने 1 हजार करोड़ की जमीन मंदिर के नाम की थी. 100 एकड़ जमीन हाउसिंग बोर्ड ने ले ली थी. कांग्रेस के आरोप लगाने में कोई सत्यता नहीं है.

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कांग्रेस के खिलाफ करूंगा केस: भूपेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने या किसी ने भी आज तक कहीं कोई शिकायत नहीं की. किसी पर भी सीधे आरोप लगाना बिलकुल गलत है. ये जो संपत्ति मुझे मिली है वो पारिवारिक बंटवारे में मुझे संपत्ति मिली, मैने कई संपत्ति बेची भी थी.

कांग्रेस ने भूपेंद्र सिंह को घेरा: कांग्रेस नेताओं ने प्रेस वार्ता करते हुए मंत्री भूपेंद्र सिंह द्वारा अर्जित संपत्ति को लेकर उन्हें घेरा है. कांग्रेस ने कहा कि मंत्री भूपेन्द्र सिंह द्वारा आश्चर्यजनक रूप से अल्प अवधि में एकत्रित करोड़ों रुपए की संपत्ति की दृष्टिगत आयकर विभाग तथा अन्य शासकीय विभागों में शिकायत की जाएगी.

भोपाल। कांग्रेस ने सीएम के करीबी मंत्रियों में शामिल नगरीय आवास एवं विकास विभाग मंत्री भूपेन्द्र सिंह पर अनुपातहीन संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया है. कांग्रेस के मुताबिक मंत्री की सालाना आय 10 साल में 1 लाख रुपए से बढ़कर 1 करोड़ से ज्यादा हो गई. मंत्री ही नहीं, बल्कि उनकी पत्नी की सालाना आय 4.5 करोड़ पहुंच गई है. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मंत्री की पत्नी को 1 हेक्टेयर भूमि और कार्यालय दान और रजिस्टर्ड विक्रय पत्रों से मिला, जिसकी कीमत 20 करोड़ से ज्यादा है. कांग्रेस ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से मंत्री के पूरे कार्यकाल की उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित करने की मांग की है. कांग्रेस ने कहा कि मंत्री से तत्काल इस्तीफा लिया जाए. प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष जेपी धनोपिया ने आरोप लगाया मंत्री की संपत्ति हर पांच साल में दो गुना तक बढ़ी है.

ऐसी बढ़ी मंत्री की संपत्ति: कांग्रेस उपाध्यक्ष और प्रकोष्ठों के प्रभारी जेपी धनोपिया और कांग्रेस सूचना का अधिकार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष पुनीत टंडन ने चुनाव आयोग के समक्ष प्रस्तुत शपथ पत्रों के आधार पर आरोप लगाया कि मंत्री भूपेन्द्र सिंह की अचल संपत्तियों में वर्ष 2008 में रुपए 1.10 करोड़, वर्ष 2009 में रुपए 1.40 करोड़, वर्ष 2013 में रुपए 3.57 करोड़ एवं वर्ष 2018 में 7.67 करोड़ दिखाई गई है. लोकसेवक के पद पर रहते हुए भूपेन्द्र सिंह की अचल संपत्ति में यह वृद्धि हुई असामान्य है. इसी प्रकार भूपेन्द्र सिंह की चल संपत्तियों में वर्ष 2013 में रुपए 1.30 करोड़ एवं वर्ष 2018 में रुपए 2.86 करोड़ दिखाई गई है, जो कि पांच वर्ष के दौरान लगभग दो गुना से अधिक की वृद्धि है.

  1. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मंत्री भूपेन्द्र सिंह की पत्नी सरोज सिंह के नाम 2008 से 2018 के बीच करीब 33 गुना संपत्ति में बढ़ोत्तरी हुई है. जबकि शपथ पत्रों में दिखाया गया उनके पर होटल दीपाली और साल 2013 के बाद शुरू हुए दीपाली ऑटोमोबाइल के अलावा कोई आय का साधन नहीं है. यदि भौतिक रूप से जिला सागर के दीपाली होटल एवं उसके साथ जुड़े मैरिज हॉल, एक्टेंशन होटल, प्ले जोन आदि का मूल्यांकन कराया जाए तो संपत्ति करीब 200 करोड़ से अधिक की निकलेगी.
  2. भूपेन्द्र सिंह ने नामांकन के साथ प्रस्तुत शपथ पत्र 2018 के अनुसार उनकी पत्नी सरोज सिंह को विभिन्न दान-पत्रों एवं रजिस्टर्ड विक्रय पत्रों के माध्यम से 2014, 2015 और 2016 में 1.06 हेक्टेयर भूमि और 60632 वर्गफुट पर निर्मित भवन एवं कार्यालय की संपत्ति प्राप्ति हुई है. जबकि वर्ष 2008, 2009 एवं 2013 के शपथ पत्र में सिर्फ होटल दीपाली में 50 फीसदी हिस्सेदारी थी. साल 2013 से 2018 के बीच सरोज सिंह की संपत्ति में कई गुना अनुपातहीन वृद्धि हुई है. दान में प्राप्त आवास का भौतिक मूल्यांकन किया जाए तो इसकी वर्तमान कीमत करीब 20 करोड़ की निकलेगी.
  3. 2018 के नामांकन शपथ पत्र में बताया गया कि भूपेन्द्र सिंह की बेटियों को 3.22 एवं 3.22 हेक्टेयर भूमि 2018 में मिली. इसका भुगतान मंत्री की पत्नी सरोज सिंह द्वारा किया गया.
  4. साल 2018 के नामांकन शपथ पत्र से पता चलता है कि साल 2013 से 2018 के बीच मंत्री भूपेन्द्र सिंह, उनकी पत्नी और आश्रितों के नाम कई ग्रामों की खेती और व्यवसायिक भूमि में दिखाई देने लगा जिसकी जांच की जानी चाहिए.
  5. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने प्रस्तुत नामांकन शपथ पत्रों में साल 2008-09 में 1,03,400 की वार्षिक आय बताई थी. साल 2012-13 में 5,60,667 की सालाना आय बताई. वहीं पत्नी सरोज सिंह की सालाना आय 7,05,744 दिखाई गई. साल 2017-18 में भूपेन्द्र सिंह की सालाना आय 97,63,942 हो गई. मंत्री भूपेन्द्र सिंह की साल 2008-09 से वर्ष 2017-18 के बीच सालाना आय 1 लाख से बढ़कर 1 करोड़ रुपए के ऊपर पहुंच गई, जबकि पत्नी सरोज सिंह की वार्षिक आय लगभग 4.5 करोड़ पहुंच गई. आखिर इतनी संपत्ति कहां से अर्जित कर ली गई, इसकी जांच की जानी चाहिए.

भूपेंद्र सिंह ने दी सफाई: वहीं कांग्रेस के आरोप पर नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने अपनी सफाई दी है. कैबिनेट मंत्री ने कहा कि आरोप लगाने वाले कांग्रेस नेताओं पर वे केस करेंगे. मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सारे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए नकार दिया है. मंत्री ने कहा कि उनके पिताजी के पास 12 गांव की मालगुजारी थी, हमारे परिवार के पास 1200 एकड़ जमीन थी. हमने जमीन पर मकान बनाने के के लिए 42 करोड़ का लोन लिया, सागर शहर से लगी होने के कारण हमारी जमीन की कीमत बढ़ी, संपत्ति नहीं बढ़ी. वैल्यूएशन बढ़ा, पहले एकड़ में बिकती थी, अब वर्गफुट में बिक रही है. हमने अलग से कोई संपत्ति नहीं खरीदी और ना अर्जित की है. हमारे पिताजी ने 1 हजार करोड़ की जमीन मंदिर के नाम की थी. 100 एकड़ जमीन हाउसिंग बोर्ड ने ले ली थी. कांग्रेस के आरोप लगाने में कोई सत्यता नहीं है.

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कांग्रेस के खिलाफ करूंगा केस: भूपेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने या किसी ने भी आज तक कहीं कोई शिकायत नहीं की. किसी पर भी सीधे आरोप लगाना बिलकुल गलत है. ये जो संपत्ति मुझे मिली है वो पारिवारिक बंटवारे में मुझे संपत्ति मिली, मैने कई संपत्ति बेची भी थी.

कांग्रेस ने भूपेंद्र सिंह को घेरा: कांग्रेस नेताओं ने प्रेस वार्ता करते हुए मंत्री भूपेंद्र सिंह द्वारा अर्जित संपत्ति को लेकर उन्हें घेरा है. कांग्रेस ने कहा कि मंत्री भूपेन्द्र सिंह द्वारा आश्चर्यजनक रूप से अल्प अवधि में एकत्रित करोड़ों रुपए की संपत्ति की दृष्टिगत आयकर विभाग तथा अन्य शासकीय विभागों में शिकायत की जाएगी.

Last Updated : May 30, 2023, 8:56 PM IST

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