ETV Bharat / state

सावधान! कहीं वंदे भारत ट्रेन में चढ़ना पड़ ना जाए महंगा, जरूर पढ़ें ये खबर..

भोपाल की एक महिला को वंदे भारत ट्रेन के भीतर जाकर सेल्फी लेना महंगा पड़ गया. दरअसल महिला अपने बेटे के साथ ट्रेन के भीतर सेल्फी लेने के लिए चढ़ी और दनादन सेल्फी लेने लगी. इस दौरान ट्रेन स्टार्ट हुई, उसके डोर्स लॉक हो गए, मगर महिला फिर भी अलग अलग पोज में सेल्फी लेती रही. जब उसे समझ आया कि ट्रेन चल रही है तब तक देर हो चुकी थी. उसे अपनी सेल्फी के चक्कर में लगभग 5 हजार 470 रुपए खर्च करने पड़े. बाद में वह ट्रेन के अगले गंतव्य वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन पर उतरी.

bhopal vande bharat express train
भोपाल वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन
author img

By

Published : Apr 15, 2023, 2:31 PM IST

Updated : Apr 15, 2023, 3:25 PM IST

भोपाल। अगर आप वंदे भारत ट्रेन से सफर करने वाले हैं और इसमें जाकर सेल्फी खींचना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है. दरअसल भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर एक महिला को अपने बेटे के साथ वंदे भारत ट्रेन के अंदर सेल्फी लेना महंगा पड़ गया. दरअसल महिला के पास वंदे भारत एक्सप्रेस का टिकट नहीं था, वह केवल सेल्फी लेने के लिए ट्रेन में चढ़ी थी, लेकिन तब तक ट्रेन चल दी और महिला को 5 हजार 470 का खर्चा करना पड़ा. इतना ही नहीं महिला को रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से लेकर वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन तक की यात्रा भी करनी पड़ी.

वंदे भारत ट्रेन में महिला को सफर करना पड़ा महंगा: राजधानी भोपाल से शुरू हुई वंदे भारत ट्रेन लोगों के आकर्षण का विषय बनी हुई है, अभी भी ट्रेन को करीब से देखने और ट्रेन में सफर करने का उत्साह लोगों में बना हुआ है. भोपाल में ऐसे ही एक महिला अपने पति और बेटे के साथ सुबह रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर अपने कुछ रिश्तेदारों को ट्रेन में बैठाने पहुंची थी. रिश्तेदारों को वंदे भारत ट्रेन में बैठाने के बाद वह ट्रेन से बाहर आ गई. लेकिन इसी बीच महिला के मन में सेल्फी लेने का विचार आया तो वह अपने बेटे को लेकर चढ़ गई, तभी ट्रेन के चलने का अनाउंसमेंट हो गया. महिला ट्रेन से उतर पाती उससे पहले ही ट्रेन का दरवाजा बंद हो गया. बता दें कि वंदे भारत ट्रेन के गेट 2 मिनट पहले ही बंद हो जाते हैं, उसके बाद ट्रेन रेलवे स्टेशन से शुरू होती है. इसी के चलते गेट बंद हो जाने के कारण महिला अपने बच्चे के संग संग ट्रेन में ही रह गई.

वंदे भारत एक्सप्रेस से जुड़ीं ये खबरें भी जरूर पढ़ें

बिना टिकट लिए ट्रेन पर चढ़ी महिला: वंदे भारत ट्रेन स्टेशन से चलने से पहले ही उसके दरवाजे ऑटोमैटिक लॉक हो जाते हैं और दरवाजे के लॉक होने के बाद ही ट्रेन का इंजन स्टार्ट होता है. महिला ने जैसे ही देखा कि दरवाजे लॉक हो गए हैं, उसने वहां मौजूद स्टाफ से मदद भी मांगी, लेकिन स्टाफ का कहना था कि एक बार दरवाजे लॉक होने के बाद गाड़ी स्टार्ट हो गई तो अगले स्टेशन से पहले दरवाजे नहीं खुलते हैं. यह जानने के बाद महिला परेशान हो गई. इसके बाद महिला ने खुद की और 16 साल के बेटे की यूपीआई पेमेंट के माध्यम से 3 हजार 70 की ऑनलाइन पेमेंट कर ट्रेन के अगले गंतव्य वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन (झांसी) तक की टिकट ली.

वंदे भारत ट्रेन के स्टाफ ने की मदद: बाद में रेलवे स्टाफ ने महिला की मदद करते हुए महिला के फोन से दिल्ली की तरफ से आ रही शताब्दी एक्सप्रेस में दोनों मां-बेटे का टिकट ऑनलाइन टिकट बुक कराया, जिसके लिए उन्हें अलग से 2400 रुपए का पेमेंट करना पड़ा. वंदे भारत ट्रेन जब रानी वीरांगना स्टेशन पहुंची तब जाकर ट्रेन के गेट खुले और उसके बाद महिला और उसका बेटे ने शताब्दी एक्सप्रेस से वापस भोपाल की ओर रुख किया.

वंदे भारत ट्रेन में सफर करने वालों के लिए जरूरी सूचना: अगर आप भी वंदे भारत ट्रेन चलने के 2 मिनट पहले उसके दरवाजे ऑटोमैटिक लॉक हो जाते हैं और अगले स्टेशन तक दरवाजे नहीं खुलते, इसलिए अगर आप वंदे भारत एक्सप्रेस में सफर करना चाहते हैं तो इस बात का ध्यान रखें.

भोपाल। अगर आप वंदे भारत ट्रेन से सफर करने वाले हैं और इसमें जाकर सेल्फी खींचना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है. दरअसल भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर एक महिला को अपने बेटे के साथ वंदे भारत ट्रेन के अंदर सेल्फी लेना महंगा पड़ गया. दरअसल महिला के पास वंदे भारत एक्सप्रेस का टिकट नहीं था, वह केवल सेल्फी लेने के लिए ट्रेन में चढ़ी थी, लेकिन तब तक ट्रेन चल दी और महिला को 5 हजार 470 का खर्चा करना पड़ा. इतना ही नहीं महिला को रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से लेकर वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन तक की यात्रा भी करनी पड़ी.

वंदे भारत ट्रेन में महिला को सफर करना पड़ा महंगा: राजधानी भोपाल से शुरू हुई वंदे भारत ट्रेन लोगों के आकर्षण का विषय बनी हुई है, अभी भी ट्रेन को करीब से देखने और ट्रेन में सफर करने का उत्साह लोगों में बना हुआ है. भोपाल में ऐसे ही एक महिला अपने पति और बेटे के साथ सुबह रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर अपने कुछ रिश्तेदारों को ट्रेन में बैठाने पहुंची थी. रिश्तेदारों को वंदे भारत ट्रेन में बैठाने के बाद वह ट्रेन से बाहर आ गई. लेकिन इसी बीच महिला के मन में सेल्फी लेने का विचार आया तो वह अपने बेटे को लेकर चढ़ गई, तभी ट्रेन के चलने का अनाउंसमेंट हो गया. महिला ट्रेन से उतर पाती उससे पहले ही ट्रेन का दरवाजा बंद हो गया. बता दें कि वंदे भारत ट्रेन के गेट 2 मिनट पहले ही बंद हो जाते हैं, उसके बाद ट्रेन रेलवे स्टेशन से शुरू होती है. इसी के चलते गेट बंद हो जाने के कारण महिला अपने बच्चे के संग संग ट्रेन में ही रह गई.

वंदे भारत एक्सप्रेस से जुड़ीं ये खबरें भी जरूर पढ़ें

बिना टिकट लिए ट्रेन पर चढ़ी महिला: वंदे भारत ट्रेन स्टेशन से चलने से पहले ही उसके दरवाजे ऑटोमैटिक लॉक हो जाते हैं और दरवाजे के लॉक होने के बाद ही ट्रेन का इंजन स्टार्ट होता है. महिला ने जैसे ही देखा कि दरवाजे लॉक हो गए हैं, उसने वहां मौजूद स्टाफ से मदद भी मांगी, लेकिन स्टाफ का कहना था कि एक बार दरवाजे लॉक होने के बाद गाड़ी स्टार्ट हो गई तो अगले स्टेशन से पहले दरवाजे नहीं खुलते हैं. यह जानने के बाद महिला परेशान हो गई. इसके बाद महिला ने खुद की और 16 साल के बेटे की यूपीआई पेमेंट के माध्यम से 3 हजार 70 की ऑनलाइन पेमेंट कर ट्रेन के अगले गंतव्य वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन (झांसी) तक की टिकट ली.

वंदे भारत ट्रेन के स्टाफ ने की मदद: बाद में रेलवे स्टाफ ने महिला की मदद करते हुए महिला के फोन से दिल्ली की तरफ से आ रही शताब्दी एक्सप्रेस में दोनों मां-बेटे का टिकट ऑनलाइन टिकट बुक कराया, जिसके लिए उन्हें अलग से 2400 रुपए का पेमेंट करना पड़ा. वंदे भारत ट्रेन जब रानी वीरांगना स्टेशन पहुंची तब जाकर ट्रेन के गेट खुले और उसके बाद महिला और उसका बेटे ने शताब्दी एक्सप्रेस से वापस भोपाल की ओर रुख किया.

वंदे भारत ट्रेन में सफर करने वालों के लिए जरूरी सूचना: अगर आप भी वंदे भारत ट्रेन चलने के 2 मिनट पहले उसके दरवाजे ऑटोमैटिक लॉक हो जाते हैं और अगले स्टेशन तक दरवाजे नहीं खुलते, इसलिए अगर आप वंदे भारत एक्सप्रेस में सफर करना चाहते हैं तो इस बात का ध्यान रखें.

Last Updated : Apr 15, 2023, 3:25 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.