भोपाल। ऑटो पार्ट्स व्यापारी के परिवार के सामूहिक खुदकुशी के मामले में आरोपी चार महिलाओं को रविवार को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने चारों को जेल भेज दिया है. पुलिस ने रिमांड की मांग नहीं की थी. सूदखोरों की प्रताड़ना के चलते जोशी परिवार ने जहर खा लिया था. जिसके बाद संजीव जोशी उनकी मां और दो बेटियों की मौत हो गई थी, आज उनकी पत्नी ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.
सूदखोरों की गैंग को जेल भेजा
परिवार के सामूहिक खुदकुशी में कोर्ट ने आरोपी चारों महिलाओं को जेल भेजने के आदेश दिए हैं. बबली गैंग की चार महिलाओं को रविवार को कोर्ट में पेश किया गया था. पिपलानी पुलिस ने इन्हें कोर्ट में पेश किया था. पुलिस ने आरोपियों की रिमांड की मांग नहीं की थी. पुलिस ने परिवार को प्रताड़ित करने वाली सूदखोर गैंग की सरगना बबली दुबे उसकी बेटी रानी दुबे, सगी बहनें उर्मिला खांबरा, प्रमिला बेलदार को गिरफ्तार किया था.
परिवार के चार लोगों की मौत
एक ही परिवार के पांच सदस्यों द्वारा जहर खाने से हुई मौतों में अब घर के मुखिया संजीव जोशी का नाम भी जुड़ गया है. रविवार को संजीव जोशी ने भी दम तोड़ दिया. अब केवल पत्नी अर्चना जोशी बची हैं. मौत से पहले संजीव ने कई खुलासे किये हैं. पुलिस को दिये बयान में संजीव जोशी ने बबली गैंग का जिक्र किया है. उसने बताया कि बबली गैंग के 3.70 लाख रुपये थे, जिसे लेकर आये दिन गाली-गलौज और ताने मारे जाते थे.
पत्नी ने बिना बताये सूदखोर बबली गैंग से लिया कर्ज
संजीव जोशी ने पुलिस को बताया कि पत्नी अर्चना जोशी ने सूदखोर बबली से कर्ज लिया. कर्ज की बात पत्नी ने कई माह तक नहीं बतायी. जब बबली गैंग को घर में रोज-रोज बैठते देखा, तो पत्नी से कारण पूछा. इसके बाद पत्नी ने सच्चाई बताई. पत्नी अर्चना ने उसे बताया कि बेटियों की पढ़ाई व अन्य खर्च के लिए कई किस्तों में 3.70 लाख रुपये बबली गैंग से ब्याज पर लिए हैं. अब वह घर आकर विवाद करती है.
रोज घर आकर गाली-गलौज करती थी बबली
संजीव ने कहा कि उसने बबली गैंग को 80,000 रुपये दिये थे और जल्द ही बाकी की रकम लौटाने का वायदा किया, लेकिन वह नहीं मानी. उल्टे बबली ने कहा कि यहा तो मात्र ब्याज है, मूलधन तान लाख 70 हजार रुपये की रकम कहां है. संजीव जोशी ने बताया कि रकम न देने पर बबली रोजाना घर आकर ताने मारती थी और गाली-गलौज करती थी. यही नहीं पैसे की उगाही के लिए उसने रिश्तेदारों को भी भेजा और उनसे खूब गालियां सुनवायीं. बकौल संजीव, रोज-रोज गालियों और समाज की बदनामी से तंग आकर हमने आत्महत्या का कदम उठाया.
कौन हैं संजीव जोशी और क्या है परिवार की स्थिति?
- संजीव जोशी ऑटो पार्ट्स का काम करते थे और साथ ही दुकान चलाते थे. रविवार को अस्पताल में दम तोड़ दिया है.
- उनकी पत्नी अर्चना जोशी एक प्रायवेट स्कूल का संचालन कर चुकी हैं. बाद में जब स्कूल ठीक नहीं चला तो उन्होने एक दुकान घर पर ही शुरु किया. इनका इलाज चल रहा है.
- मां नंदिनी जोशी टीचर थीं. बुजुर्ग होने के चलते घर पर ही रहती थीं. इनकी मौत हो चुकी है.
- संजीव की बड़ी बेटी ग्रीष्मा एलएनसीटी कॉलेज से इंजीनियरिंग कर रही थी. अब इस दुनिया में नहीं है.
- छोटी बेटी पूर्वी 10वीं पढ़ रही थी और इस साल बोर्ड की परीक्षा में शामिल होना था. पूर्वी की भी मौत हो गई.
सूदखोरों पर सीएम शिवराज सख्त (CM Shivraj strict on usurers)
भोपाल के इस सुसाइड केस के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) की तरफ से बयान आया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सूदखोरों,साहूकारों द्वारा मनमाना ब्याज लिए जाने के कारण घटित कल की घटना ह्रदय विदारक और असहनीय है. सीएम चौहान ने इसे गंभीरता से लेते हुए अवैधानिक रूप से सूदखोरी का काम करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही सीएम शिवराज ने ये भी कहा कि बिना लाइसेंस ब्याज पर ऋण देने वाले सूदखोरों ने जिन गरीबों को ऋण दिए हैं, ऐसे 20 अगस्त तक के ऋण स्वत: माफ हो जाएंगे.
दी गई 2 लाख की सहायता राशि
एक ओर सीएम शिवराज इस पूरे मामले में एक्शन में नजर आएं, वहीं उन्होंने पीड़ित परिवार की मदद भी है. पूरे मामले को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संज्ञान लेते हुए जोशी परिवार के लिए 2 लाख रुपए की सहायता राशि का चेक भिजवाया है. गोविंदपुरा विधायक कृष्णा गौर ये चेक लेकर अस्पताल पहुंची, जहां उन्होंने इलाजरत दंपती से मुलाकात की. उनका हाल-चाल जाना और चेक सौंपा. विधायक ने अस्पताल में भर्ती पीड़ितों के इलाज की जानकारी डॉक्टरों से भी ली.
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सीहोर में भी सूदखोरों से परेशान शख्स ने किया सुसाइड
वहीं सूदखोरों पर कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आपात बैठक बुलाई है, जिसमें सूदखोरों पर सख्त कार्रवाई की रणनीति बनाई जाएगी. इधर सिहोर में सूदखोर से परेशान सीहोर के एक व्यक्ति ने ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी. उसकी लाश के पास से पुलिस को सुसाइड नोट मिला है, जिसमें 10 फीसदी ब्याज की दर पर कर्ज लेने का जिक्र है, कोतवाली पुलिस जांच कर रही है. भोपाल की घटना का भी सूदखोरी से ही कनेक्शन लगता है, यही वजह है कि सरकार तुरंत एक्शन के मूड में है.