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Bala Saraswati Suicide Case: सरस्वती के समर्थन में उतरे जूनियर डॉक्टर्स, हटाई गई HOD, अब नई एचओडी पर भी बवाल

Bhopal Suicide Case: गांधी मेडिकल कॉलेज की डॉक्टर बाला सरस्वती के सुसाइड के बाद उसके समर्थन में जूनियर डॉक्टर भी आ गए हैं, उन्होंने गायनिक विभाग के एचओडी के साथ अन्य सीनियर पर कई गंभीर आरोप लगाए और मेडिकल कॉलेज के बाहर धरना भी दिया. फिलहाल एचओडी को हटा दिया गया है.

medical collage student suicide case
सरस्वती बाला सुसाइड केस
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Published : Aug 2, 2023, 4:29 PM IST

Updated : Aug 2, 2023, 9:54 PM IST

सरस्वती के समर्थन में उतरे जूनियर डॉक्टर्स

भोपाल। गांधी मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर सरस्वती ने सुसाइड कर लिया था, जिसके बाद उसने अपने सुसाइड नोट में गायनिक विभाग के कई सीनियर डॉक्टर पर उसे प्रताड़ित करने के आरोप भी लगाए थे. इसी को लेकर सरस्वती के समर्थन में जूनियर डॉक्टर भी एकजुट हो गए हैं. आज जूनियर डॉक्टर से गांधी मेडिकल कॉलेज के बाहर सरस्वती के समर्थन में काम बंद हड़ताल की, जूनियर डॉक्टरों ने इमरजेंसी और रूटीन से अपनी ड्यूटी वापस की और जीएमसी के पोर्च में ही धरने पर बैठ गए. इसके साथ ही वे एडमिन ब्लॉक के सामने बैठकर अपनी मांगों को सरकार और हमीदिया प्रबंधन के सामने रखते हुए इन्होंने नारेबाजी भी की. वहीं दूसरी ओर इनके समर्थन में इंदौर ग्वालियर सहित अन्य मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर से भी आ गए हैं, फिलहाल धरना के बाद गांधी मेडिकल कॉलेज में गायनिक विभाग की एचओडी अरुणा कुमार को हटा दिया गया है.

नई एचओडी पर भी बवाल: इसके बाद अरुणा कुमार की जगह गायनिक विभाग का एचओडी डॉक्टर भारती परिहार को बनाया गया है, लेकिन भारतीय परिहार को भी एचओडी बनाए जाने पर छात्र नाराज थे, क्योंकि जब छात्र हड़ताल पर बैठे थे तब दिन में भारती परिहार ने आकर छात्रों को धमकी भरे लहजे में हड़ताल खत्म करने की चेतावनी दी थी. ऐसे में भारती परिहार को नया एचओडी बनाए जाने से छात्रों में रोष था, उनका कहना था कि किसी और को एचओडी बनाया जाए, इस वजह से अरुणा कुमार को हटाए जाने के आदेश भी 1 घंटे देरी तक अटके रहे. इसके बाद भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह हमीदिया कॉलेज पहुंचे और छात्रों से बात की, जिसके बाद सहमति बनी.

medical collage student suicide case
अब अरुणा कुमार की जगह गायनिक विभाग का एचओडी डॉक्टर भारती परिहार

जूनियर डॉक्टर्स की मांगे: जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष संकेत ने सीधे तौर पर इस मामले में गायनिक विभाग की एचओडी डॉ अरुणा पर गंभीर आरोप लगाए और उनके इस्तीफे की मांग की. जूनियर डॉक्टर का कहना है कि "प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की प्रमुख को तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए, इस घटना के लिए जो भी जिम्मेदार हैं, उन्हें उनके खिलाफ जांच चलने तक उनके संबंधित पदों से निलंबित किया जाना चाहिए. इनमें से कोई भी संकाय अगले 3 वर्षों तक आंतरिक या एक्सटर्नल परीक्षक नहीं होना चाहिए, हेल्थी वातावरण सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए."

मानसिक पताड़ित हो रहे हैं जूनियर डॉक्टर: मामले में अन्य डॉक्टर ट्विंकल ने भी गायनिक विभाग में कई गंभीर आरोप लगाए, उनका कहना है कि "यहां विभाग की एचओडी और उनके अधीनस्थ ड्यूटी लगाने वाली इंचार्ज जूनियर डॉक्टर के साथ बदतमीजी करते हैं और उन्हें प्रताड़ित भी करते हैं, जिसकी शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती. इसके विपरीत हमें ही धमकाया जाता है कि ज्यादा शिकायत करोगे तो आपके खिलाफ एक्शन ले लिया जाएगा. वहीं हमसे ज्यादा समय तक ड्यूटी भी कराई जाती है, जिसको लेकर हम सभी मानसिक रूप से भी परेशान होते हैं. यही स्थिति सरस्वती के साथ भी हो रही थी, उसे भी मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था, ऐसे में गायनिक विभाग के उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों को तत्काल पद से हटा देना चाहिए."

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भोपाल में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के चलते मरीज परेशान: फिलहाल डॉक्टर्स ने चेतावनी दी है कि "हमारी मांगों का निराकरण नहीं होता है तो इसी तरह लगातार काम बंद किया जाएगा." बता दें कि जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के चलते हमीदिया अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रभावित नजर आई, यहां इलाज कराने वाले अधिकतर मरीज परेशान होते हुए नजर आए.

सरस्वती के समर्थन में उतरे जूनियर डॉक्टर्स

भोपाल। गांधी मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर सरस्वती ने सुसाइड कर लिया था, जिसके बाद उसने अपने सुसाइड नोट में गायनिक विभाग के कई सीनियर डॉक्टर पर उसे प्रताड़ित करने के आरोप भी लगाए थे. इसी को लेकर सरस्वती के समर्थन में जूनियर डॉक्टर भी एकजुट हो गए हैं. आज जूनियर डॉक्टर से गांधी मेडिकल कॉलेज के बाहर सरस्वती के समर्थन में काम बंद हड़ताल की, जूनियर डॉक्टरों ने इमरजेंसी और रूटीन से अपनी ड्यूटी वापस की और जीएमसी के पोर्च में ही धरने पर बैठ गए. इसके साथ ही वे एडमिन ब्लॉक के सामने बैठकर अपनी मांगों को सरकार और हमीदिया प्रबंधन के सामने रखते हुए इन्होंने नारेबाजी भी की. वहीं दूसरी ओर इनके समर्थन में इंदौर ग्वालियर सहित अन्य मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर से भी आ गए हैं, फिलहाल धरना के बाद गांधी मेडिकल कॉलेज में गायनिक विभाग की एचओडी अरुणा कुमार को हटा दिया गया है.

नई एचओडी पर भी बवाल: इसके बाद अरुणा कुमार की जगह गायनिक विभाग का एचओडी डॉक्टर भारती परिहार को बनाया गया है, लेकिन भारतीय परिहार को भी एचओडी बनाए जाने पर छात्र नाराज थे, क्योंकि जब छात्र हड़ताल पर बैठे थे तब दिन में भारती परिहार ने आकर छात्रों को धमकी भरे लहजे में हड़ताल खत्म करने की चेतावनी दी थी. ऐसे में भारती परिहार को नया एचओडी बनाए जाने से छात्रों में रोष था, उनका कहना था कि किसी और को एचओडी बनाया जाए, इस वजह से अरुणा कुमार को हटाए जाने के आदेश भी 1 घंटे देरी तक अटके रहे. इसके बाद भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह हमीदिया कॉलेज पहुंचे और छात्रों से बात की, जिसके बाद सहमति बनी.

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अब अरुणा कुमार की जगह गायनिक विभाग का एचओडी डॉक्टर भारती परिहार

जूनियर डॉक्टर्स की मांगे: जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष संकेत ने सीधे तौर पर इस मामले में गायनिक विभाग की एचओडी डॉ अरुणा पर गंभीर आरोप लगाए और उनके इस्तीफे की मांग की. जूनियर डॉक्टर का कहना है कि "प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की प्रमुख को तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए, इस घटना के लिए जो भी जिम्मेदार हैं, उन्हें उनके खिलाफ जांच चलने तक उनके संबंधित पदों से निलंबित किया जाना चाहिए. इनमें से कोई भी संकाय अगले 3 वर्षों तक आंतरिक या एक्सटर्नल परीक्षक नहीं होना चाहिए, हेल्थी वातावरण सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए."

मानसिक पताड़ित हो रहे हैं जूनियर डॉक्टर: मामले में अन्य डॉक्टर ट्विंकल ने भी गायनिक विभाग में कई गंभीर आरोप लगाए, उनका कहना है कि "यहां विभाग की एचओडी और उनके अधीनस्थ ड्यूटी लगाने वाली इंचार्ज जूनियर डॉक्टर के साथ बदतमीजी करते हैं और उन्हें प्रताड़ित भी करते हैं, जिसकी शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती. इसके विपरीत हमें ही धमकाया जाता है कि ज्यादा शिकायत करोगे तो आपके खिलाफ एक्शन ले लिया जाएगा. वहीं हमसे ज्यादा समय तक ड्यूटी भी कराई जाती है, जिसको लेकर हम सभी मानसिक रूप से भी परेशान होते हैं. यही स्थिति सरस्वती के साथ भी हो रही थी, उसे भी मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था, ऐसे में गायनिक विभाग के उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों को तत्काल पद से हटा देना चाहिए."

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Last Updated : Aug 2, 2023, 9:54 PM IST
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