भोपाल। प्राथमिक शिक्षक भर्ती 2020 के चयनित शिक्षक, पदों पर भर्ती की मांग को लेकर कई दिनों से भूख हड़ताल कर रहे हैं. लोक शिक्षण संचालनालय के बाहर यह सभी भूख हड़ताल पर भी बैठे हुए हैं. ऐसे में ये सभी स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह से मिलने की गुहार लेते हुए उनके बंगले पर पहुंचे थे. लेकिन यहां पर इन्हें मंत्री की दो टूक सुनने को मिली. दरअसल यह सभी चयनित शिक्षक भर्ती वर्ग 3 के अभ्यार्थी हैं, जो 2020 में ही चयनित हो गए थे. लेकिन इन्हें अभी तक पद ही नहीं मिल पाया है. ऐसे में इन्होंने 51000 पदों को भरने की मांग स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार से की.
सवा साल में 62000 शिक्षकों की भर्ती: स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने उन्हें साफ तौर पर कह दिया कि ''सरकार के पास 51000 पद खाली हैं ही नहीं है, तो इन सब को कैसे भर्ती किया जाए.'' इंदर सिंह परमार ने कहा ''यह तो बेतुकी बहस चला रहे हैं. किसी को भी यहां सही आंकड़ा मालूम नहीं है, जितनी जरूरत होगी उतनी भर्ती की जाएगी. हम 62000 शिक्षकों की भर्ती सवा साल में करने जा रहे हैं, जो आजादी के बाद अपने आप में इतनी बड़ी भर्ती होगी.''
जरूरत के हिसाब से भर्ती की जाएगी: स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि ''20 जिलों में प्राथमिक शिक्षकों के पद ही खाली नहीं है तो वहां कैसे भर्ती की जाए. जैसे-जैसे पद खाली होंगे हम भर्ती करते जाएंगे. आने वाले समय में हम कई शिक्षकों के प्रमोशन भी करेंगे. जब उनके प्रमोशन होंगे तो निश्चित ही प्राथमिक शिक्षकों के लिए पद खाली हो जाएंगे. लेकिन मैं दोबारा दोहराता हूं कि जब पद खाली होंगे तभी जरूरत के हिसाब से भर्ती की जाएगी.''
जारी रहेगा आंदोलन: शिक्षक संघ के संयोजक मंगल सिंह ने बताया कि ''वह पिछले 25 दिनों से लगातार भूख हड़ताल पर बैठे हैं और लोक शिक्षण संचालनालय के बाहर धरना भी दे रहे हैं. लेकिन इनकी मांगों पर अभी तक निराकरण नहीं किया गया है. जिसके चलते यह सभी यहां पर आए हुए थे. ऐसे में अगर इनकी मांगों का निराकरण नहीं होता है तो यह आंदोलन लगातार जारी रहेगा.''
समर्थन में आम आदमी पार्टी: इधर शिक्षकों के समर्थन में आम आदमी पार्टी भी आ गई है. आम आदमी पार्टी की महिला विंग की प्रदेशाध्यक्ष मनीक्षा सिंह तोमर ने बताया कि ''यह सभी चयनित शिक्षक पिछले कई समय से संघर्ष कर रहे हैं. बावजूद इसके चाहे बीजेपी की सरकार हो या कांग्रेस की, इन सभी को सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है. ऐसे में आम आदमी पार्टी इन चयनित शिक्षकों के साथ है और उन्हें आश्वासन देती है कि इनकी मांगों को लेकर हर फोरम पर वह इनकी लड़ाई में साथ रहेगी. जबकि अगर प्रदेश में आम आदमी पार्टी की सरकार बनती है तो इन सभी को जल्दी से पद देकर नियमित किया जाएगा.''