भोपाल। आरटीआई एक्टिविस्ट और जयस नेता डॉ. आनंद राय को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है. डॉक्टर आनंद राय इंदौर जिला चिकित्सालय में मेडिकल ऑफिसर के पद पर कार्यरत थे. नौकरी में कदाचरण को लेकर सरकार ने कार्रवाई की है. जानकारी के अनुसार डॉक्टर आनंद राय सरकार के खिलाफ लगातार काम कर रहे थे और जयस के साथ मिलकर कई गतिविधियों में शामिल थे. राय ने व्यापम जैसे मामले के साथ ही मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार को गिराने के लिए खरीद-फरोख्त की जानकारी साझा की थी.
ड्यूटी से गायब रहते थे डॉक्टर: आरटीआई एक्टिविस्ट डॉक्टर आनंद राय को आखिरकार सेवा से बर्खास्त कर ही दिया गया. स्वास्थ्य संचालनालय ने आदेश जारी करते हुए उन पर कार्य के दौरान अनियमितताओं और नौकरी के दौरान कदाचरण को लेकर यह कार्रवाई की गई है. जिसमें उनके खिलाफ सरकारी पेशे में रहते हुए सही आचरण प्रस्तुत ना करने की बात कही गई है. उनके खिलाफ जारी आदेश में यह भी लिखा गया है कि कई बार निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि वह हॉस्पिटल में मौजूद ही नहीं रहे और ड्यूटी से नदारद रहे लेकिन रजिस्टर में उनके साइन होने पाए गए. जिससे भी अनियमितताएं साफ तौर पर उजागर होती हुई नजर आती हैं. इसी तरह अन्य दिनांकों का भी हवाला देते हुए आदेश में लिखा गया है कि जब-जब निरीक्षण किया गया तो आनंद राय ड्यूटी से गायब ही नजर आए, जबकि उनके हस्ताक्षर रजिस्टर में होते रहे. इसको लेकर यह कार्रवाई की गई है और उन्हें बर्खास्त किया जाता है.
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बीजेपी के खिलाफ मुखर: आनंद राय लगातार बीजेपी सरकार के खिलाफ बोलते आए हैं और व्यापम में भी मुख्य किरदार निभाते हुए इस घोटाले को उजागर करने में मुख्य भूमिका निभाई थी. वहीं मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार के दौरान विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर भी बीजेपी पर आनंद राय ने निशाना साधा था. अभी कुछ दिन पहले ही उन्होंने बीजेपी नेता रंजना बघेल का एक वीडियो जारी किया था जिसके बाद रंजना बघेल ने भी उनके घर पहुंच कर उन्हें राजनीति करने या काम करने की सलाह दी थी. इसके साथ ही आनंद राय को जयस पार्टी के साथ मिलकर कई गतिविधियां और उनके काम में समर्थन देने की बात भी सामने आ चुकी है इसी को देखते यह कार्रवाई मानी जा रही है.