भोपाल। एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कार्यकर्ताओं द्वारा उन्हें राजा साहब बुलाए जाने पर आपत्ति जताई है. दिग्विजय सिंह भोपाल के रवीन्द्र भवन में आयोजित यूथ सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे. कार्यक्रम में मंच संचालन के दौरान वक्ता दिग्विजय सिंह को राजा साहब कहकर संबोधित कर रहे थे. दिग्विजय सिंह जब संबोधन के लिए मंच पर पहुंचे तो उन्होंने राजा साहब बुलाए जाने पर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि, राजा राजशाही में होते हैं लोकतंत्र में नहीं.
राजा-राजा कहना बंद करो: दिग्विजय सिंह ने संबोधन के दौरान कहा कि, हमें दिग्विजय कहो या फिर दिग्विजय जी. लेकिन राजा-राजा कहना बंद करो. उन्होंने कहा कि, लोकतंत्र राजशाही में नहीं होता, बल्कि जनता के तंत्र में होता है. इसलिए बार-बार जब वक्ता दिग्विजय सिंह को राजा-राजा कह रहे थे, तो इसको लेकर आपत्ति है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि, मैं राजशाही का प्रतीक नहीं हूं. मैं लोकतंत्र का प्रतीक हूं. इसलिए आज से राजा-राजा कहना बंद करो. दिग्विजय कहो या दिग्विजय जी कहो.
मोदी पर साधा निशाना: कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. दिग्विजय सिंह ने कहा कि, देश में लोकतंत्र के नाम पर डिक्टेटरशिप चल रही है. आज वे राहुल गांधी के बयानों पर सवाल उठा रहे हैं. मोदी ने तो कई बार विदेश में जाकर देश की बुराई की है. देश की पुरानी सरकारों के खिलाफ बोले हैं. लेकिन अब विपक्ष सदन में भी अपनी बात नहीं रख पा रहा है. अडानी मामले में विपक्ष को बात नहीं करने दी जा रही है. सदन में माइक बंद कर दिए जाते हैं. इसलिए राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी. दिग्विजय सिंह ने प्रदेश सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि, प्रदेश सरकार आदिवासियों की बात करती है, लेकिन अनुसूचित जाति और जनजाति का बजट बीजेपी के कार्यक्रमों में खर्च किया जा रहा है.