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Loktantra Bachao Yatra: पुलिस ने आदिवासियों की यात्रा को भोपाल में प्रवेश से रोका, दिग्विजय ने दी धरने की चेतावनी, कहा-मामा सिर्फ नगद के सगे हैं

भोपाल आ रही आदिवासी समाज की 'लोकतंत्र बचाओ' यात्रा को पुलिस ने लांबाखेड़ा पर रोक दिया. जब इसकी जानकारी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को हुई तो वह लांबाखेड़ा पहुंचे और पुलिस पर भड़क गए. दिग्विजय सिंह के विरोध के बाद पुलिस ने यात्रा को आगे जाने दिया. इस दौरान दिग्विजय सिंह शिवराज सरकार पर जमकर निशाना साधा.

Loktantra Bachao Yatra
पुलिस ने आदिवासियों की यात्रा को भोपाल में प्रवेश से रोका
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 2, 2023, 3:32 PM IST

भोपाल। आदिवासी समाज के लोगों की 'लोकतंत्र बचाओ' यात्रा को पुलिस ने भोपाल के लांबाखेड़ा पर रोक लिया. इसकी सूचना मिलते ही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मौके पर पहुंचे और पुलिस द्वारा यात्रा को रोके जाने के विरोध में धरने पर बैठने की चेतावनी दी. इसके बाद पुलिस ने यात्रा को आगे बढ़ने दिया. दिग्विजय सिंह यात्रा में शामिल हुए और भोपाल तक पहुंचे. दिग्विजय सिंह ने कहा कि ''महात्मा गांधी ने पूरे जीवन अहिंसा के खिलाफ लड़ाई लड़ी है, वह सभी धर्मों को साथ लेकर चलते रहे. छुआछूत को लेकर देश में किसी ने आंदोलन शुरू किया तो वह महात्मा गांधी थे.''

विदिशा से शुरू हुई है यात्रा: लोकतंत्र बचाओ यात्रा 21 सितंबर को विदिशा जिले से शुरू हुई थी. इसका आज सोमवार को अंबेडकर पार्क में समापन होना था. तय कार्यक्रम के मुताबिक इस यात्रा में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को रोशनपुरा से शामिल होना था, लेकिन पुलिस ने यात्रा को भोपाल में दाखिल होने के साथ ही रोक लिया. यह यात्रा आदिवासियों, पिछड़ों और दलितों पर हो रहे अत्याचार के रोकने के लिए मजबूत कानून बनाने, आदिवासियों की जमीनों पर से कब्जे हटाकर वापस दिलाने, दलबदल कानून को सख्त बनाने, ईवीएम के स्थान पर वैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने को लेकर निकाली जा रही है. यात्रा का नेतृत्व कर रहे डॉ. सुनील आदिवासी ने बताया कि ''देश की लगभग 36 करोड़ आबादी अब भी स्वास्थ्य, पोषण स्कूल शिक्षा और स्वच्छता से वंचित है. दूसरी तरफ एक ऐसा तबका है जिसे किसी चीज की कोई कमी नहीं है.''

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दिग्विजय ने कहा-गरीबों को कुचला जा रहा: उधर लांबाखेड़ा में यात्रा को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि ''पूरे विश्व में 2 अक्टूबर को अंहिसा दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. महात्मा गांधी ने अपनी पूरी जिंदगी अहिंसा के खिलाफ लड़ाई लड़ी. इस यात्रा में किसी ने झगड़ा नहीं किया, शांति मार्च किया है. दो अक्टूबर को आने का मकसद यही है कि हम अहिंसा के पुजारी हैं. गरीब, अनुसूचित जाति और जनजाति के अधिकारों के लिए शांतिपूर्वक अपनी बात रख रहे हैं. गरीबों, दलित, आदिवासी की जमीनें छिन रही हैं, उनकी बात शांतिपूर्वक तरीके से रख रहे हैं. प्रदेश में आदिवासियों के ऊपर पेशाब किया जा रहा है.'' दिग्विजय सिंह ने कहा कि ''यह बीजेपी की सरकार और मामा जो कहते हैं कि मैं तुम्हारा हूं, लेकिन तुम किसके हो हमें मालूम है. तुम सिर्फ नगद के हो, तुम किसी के सगे नहीं हो.''

भोपाल। आदिवासी समाज के लोगों की 'लोकतंत्र बचाओ' यात्रा को पुलिस ने भोपाल के लांबाखेड़ा पर रोक लिया. इसकी सूचना मिलते ही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मौके पर पहुंचे और पुलिस द्वारा यात्रा को रोके जाने के विरोध में धरने पर बैठने की चेतावनी दी. इसके बाद पुलिस ने यात्रा को आगे बढ़ने दिया. दिग्विजय सिंह यात्रा में शामिल हुए और भोपाल तक पहुंचे. दिग्विजय सिंह ने कहा कि ''महात्मा गांधी ने पूरे जीवन अहिंसा के खिलाफ लड़ाई लड़ी है, वह सभी धर्मों को साथ लेकर चलते रहे. छुआछूत को लेकर देश में किसी ने आंदोलन शुरू किया तो वह महात्मा गांधी थे.''

विदिशा से शुरू हुई है यात्रा: लोकतंत्र बचाओ यात्रा 21 सितंबर को विदिशा जिले से शुरू हुई थी. इसका आज सोमवार को अंबेडकर पार्क में समापन होना था. तय कार्यक्रम के मुताबिक इस यात्रा में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को रोशनपुरा से शामिल होना था, लेकिन पुलिस ने यात्रा को भोपाल में दाखिल होने के साथ ही रोक लिया. यह यात्रा आदिवासियों, पिछड़ों और दलितों पर हो रहे अत्याचार के रोकने के लिए मजबूत कानून बनाने, आदिवासियों की जमीनों पर से कब्जे हटाकर वापस दिलाने, दलबदल कानून को सख्त बनाने, ईवीएम के स्थान पर वैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने को लेकर निकाली जा रही है. यात्रा का नेतृत्व कर रहे डॉ. सुनील आदिवासी ने बताया कि ''देश की लगभग 36 करोड़ आबादी अब भी स्वास्थ्य, पोषण स्कूल शिक्षा और स्वच्छता से वंचित है. दूसरी तरफ एक ऐसा तबका है जिसे किसी चीज की कोई कमी नहीं है.''

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