भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद कई तरह के विवाद भी होने लगे हैं, सीएम को चिरायु अस्पताल में उपचार के लिए एडमिट किया गया है, लेकिन एक युवक राजन सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीएम की पॉजिटिव रिपोर्ट को लेकर कई तरह के गंभीर आरोप लगाए थे. इस मामले को लेकर क्राइम ब्रांच ने युवक के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
![Rajan Singh](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-bho-08-yuvak-mamla-darj-virodh-10001_29072020080346_2907f_00067_985.jpg)
क्राइम ब्रांच पुलिस ने युवक के खिलाफ सीएम को लेकर भ्रामक जानकारी फैलाने का मामला दर्ज किया है, युवक के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद राजनीतिक गलियारों में भी इसकी चर्चा होने लगी है. कांग्रेस के कई नेता मामला दर्ज किए जाने का विरोध कर रहे हैं. पूर्व मंत्री जीतू पटवारी और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने मामला दर्ज किए जाने पर सवाल उठाए हैं.
-
मुख्यमंत्री जी स्वस्थ हो परंतु किसी युवा की कोई जिज्ञासा है तो स्पष्ट करना चाहिए, डॉ. राजन पर FIR सरकार का डर बताती है..।
— Jitu Patwari (@jitupatwari) July 28, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
डॉ राजन को कई बार सरकार अच्छे काम के लिये पुरूस्कृत कर चुकी है लेकिन सरकार का ये कदम हैरान करता है..! https://t.co/AYuFSPyyIV
">मुख्यमंत्री जी स्वस्थ हो परंतु किसी युवा की कोई जिज्ञासा है तो स्पष्ट करना चाहिए, डॉ. राजन पर FIR सरकार का डर बताती है..।
— Jitu Patwari (@jitupatwari) July 28, 2020
डॉ राजन को कई बार सरकार अच्छे काम के लिये पुरूस्कृत कर चुकी है लेकिन सरकार का ये कदम हैरान करता है..! https://t.co/AYuFSPyyIVमुख्यमंत्री जी स्वस्थ हो परंतु किसी युवा की कोई जिज्ञासा है तो स्पष्ट करना चाहिए, डॉ. राजन पर FIR सरकार का डर बताती है..।
— Jitu Patwari (@jitupatwari) July 28, 2020
डॉ राजन को कई बार सरकार अच्छे काम के लिये पुरूस्कृत कर चुकी है लेकिन सरकार का ये कदम हैरान करता है..! https://t.co/AYuFSPyyIV
तन्खा ने ट्विटर पर लिखा कि क्या ये सच है कि शिवराज सरकार ने एक 20/21 साल के युवक के खिलाफ मानहानि का केस और एक CR मुआवजा का मामला दर्ज किया है. शिवराज सिंह और शासन का बड़ा दिल होना चाहिए, आलोचना से क्रोधित नहीं होना चाहिए. उन्होंने प्रदेश के गृहमंत्री के लिए भी लिखा है कि नरोत्तम मिश्रा मध्यप्रदेश पुलिस की कार्रवाई अलोकतांत्रिक है.
वहीं इस मामले में पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने लिखा है कि मुख्यमंत्री स्वस्थ हो, लेकिन किसी युवा की कोई जिज्ञासा है तो स्पष्ट करनी चाहिए. डॉक्टर राजन सिंह पर एफआईआर सरकार के डर को बताती है. युवक को सरकार अच्छे काम के लिए पुरस्कृत कर चुकी है, लेकिन सरकार का ये कदम हैरान करने वाला है.