भोपाल। हबीबगंज पुलिस ने गुरुवार को दो ठगों को गिरफ्तार किया है. आरोपी महिला एवं बाल विकास का संयुक्त संचालक बनकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से ठगी करते थे. महिला एवं बाल विकास के संयुक्त संचालक ने शिकायती आवेदन दिया. इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
आरोपी महेन्द्र कुमार तिवारी खुद को महेंद्र द्विवेदी संयुक्त निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग का बताकर प्रदेश के अलग-अलग जगहों की विभिन्न आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से उनके फोन पर संपर्क कर उनको सुपरवाइजर के पद पर पदोन्नति के नाम पर तैयार किए गए फार्म भेजते थे. पदोन्नति व ट्रांसफर कराने के नाम पर धोखाधड़ी से अपने खाते में पैसे न डलवाकर अन्य दूसरे किसी व्यक्ति के खाते मे पैसे डलवाते थे.
15 दिनों में लोकेशन करते थे चेंज
मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी महेन्द्र कुमार तिवारी 15-20 दिनों में अपनी सिम और मोबाइल बदलकर अपनी लोकेशन बदलता रहता था. पूर्व में भी आरोपी ने बालौदा बाजार छत्तीसगढ़ में अशोक पाण्डे नाम का व्यक्ति बनकर महिला एवं बाल विकास कार्यकर्ताओं से करीबन एक करोड़ रुपये के ठगी की है. छत्तीसगढ़ में इसके खिलाफ अपराध दर्ज है, जिनमें आरोपी महेन्द्र कुमार तिवारी (अशोक पाण्डे) फरार था. इसकी सूचना छत्तीसगढ़ पुलिस को दे दी गयी है.
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गिरफ्तार आरोपियों की पहचान महेंद्र कुमार तिवारी (31) निवासी रीवा और अंकित मिश्रा (21) निवासी इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है. आरोपियों से 3 लाख रुपये की नगदी समेत फर्जी सिम बरामद हुई हैं. आरोपी महेन्द्र कुमार तिवारी के पास से एक लैपटॉप, तीन मोबाइल और चार सिम बरामद हुए हैं. इसके अलावा पुलिस ने फर्जी आधारकार्ड और सुपरवाइजर के पद पर पदोन्नति के लिए जारी किए गए फर्जी आवेदन फॉर्म.
थाना हबीबगंज आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से ठगी करने का मामला सामने आया है. आरोपी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ट्रांसफर और प्रमोशन का लालच देकर पैसे ऐंठ रहा था. इस पर कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी के पास से कुछ पैसे बरामद हुए हैं. इसके साथ ही बैंक स्टेटमेंट भी मिले हैं.
अंकित जयसवाल, एएसपी