भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकार के विरोध में लगातार प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. पिछले तीन साल से ज्वाइनिंग का इंतजार कर रहे चयनित शिक्षक अभ्यर्थियों ने भी अब मोर्चा खोल दिया है. ज्वाइनिंग की मांग को लेकर सभी चयनित शिक्षक अभ्यर्थी शिक्षा मंत्री से मिलने उनके बंगले जा रहे थे. इस दौरान पुलिस ने अभ्यर्थियों को पहले ही हिरासत में ले लिया, और सभी को नीलम पार्क ले गई. फिलहाल सभी चयनित शिक्षक अभ्यर्थी भरी बारिश में पार्क में धरना दे रहे हैं. शिक्षकों का साफ कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं तब तक उनका ये आंदोलन जारी रहेगा.
तीन साल से ज्वाइनिंग का इंतजार
प्रदेश में करीब 25 हजार शिक्षक हैं, जो तीन साल से अपनी ज्वाइनिंग का इंतजार कर रहे हैं. प्रदेशभर से चयनित शिक्षक अभ्यर्थी बड़ी संख्या में भोपाल पहुंचे थे. चयनित शिक्षक अभ्यर्थी डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन के बाद अपनी ज्वाइनिंग डेट जारी करने की मांग कर रहे हैं. ये सभी चयनित शिक्षक पिछले 3 साल से सरकार से आस लगाए बैठे हैं.
1 साल से कर रहे नियुक्ति का इंतजार
2018 में स्कूल शिक्षा विभाग और जनजाति कल्याण विभाग ने पीईबी की मदद से संयुक्त पात्रता परीक्षा का आयोजन किया था. इस दौरान उच्च माध्यमिक शिक्षक और माध्यमिक शिक्षकों के हजारों पदों की भर्ती निकली थी. परीक्षा के बाद एक साल में सभी अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन पूरा किया गया था. अब सत्यापन हुए एक साल होने के बाद भी इन शिक्षकों को नियुक्ति नहीं मिल पाई है.
बीजेपी के प्रदेश कार्यालय को बनाया छावनी
शिक्षकों के बीजेपी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने की चेतावनी के बाद बीजेपी कार्यालय को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. चारों तरफ बैरिकेडिंग कर सभी रास्तों को बंद कर दिया है. दरअसल पहले भी चयनित शिक्षक बीजेपी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए थे. जहां उन्होंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नाम ज्ञापन सौंपा था.