भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर हरियाणा के नूंह हिंसा प्रदेश में कराने की कोशिश करने का बयान दिया था. इस बयान पर प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने रविवार को जोरदार पलटवार किया. उन्होंने कहा कि, ''दंगे कराना तो कांग्रेस का पेटेंट है, जब भी चुनाव आते है, कांग्रेस अल्पसंख्यकों को दंगे का डर दिखाने लगती है.'' उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा, ''कांग्रेस की राजनीति का तो इतना सा फसाना है, बस्तियां भी जलवाना है और मातम भी मनाना है. पूरा देश जानता है कि अल्पसंख्यकों को दंगों का डर दिखाकर संगठित करना, उनके वोट लेना व हिन्दुओं को जातियों में बांट कर कमजोर करना कांग्रेस मॉडल है.''
अल्पसंख्यकों को डराने में जुटे चचाजानः नरोत्तम मिश्रा ने कहा, ''प्रदेश में चुनाव होने है, इसलिए चचाजान दिग्विजय सिंह अब दंगों कि बात कर अल्पसंख्यकों को डराने में जुट गए हैं, लेकिन वह यह भूल गए कि अल्पसंख्यक वर्ग भी अब कांग्रेस मॉडल समझ चुका है और वह अब उसके झांसें में नहीं आने वाला है.'' उन्होंने कहा कि, ''वैसे भी दिग्विजय सिंह तो कांग्रेस के दंगा मॉडल के हेड मास्टर हैं. खरगोन में दंगों के समय वह मस्जिद में भगवा झंडा लगा फर्जी फोटो अपने ऑफिशियल अकाउंट से जारी कर दंगे भड़काने का प्रयास करते हैं. उज्जैन में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे, उन्हें काजी साहब जिंदाबाद सुनाई देते हैं. हिन्दुओं की आबादी मुस्लिमों के मुकाबले तेजी से बढ़ रही है, जैसे बयान देकर अपसंख्यकों में भृम फैलाने का प्रयास भी यही करते हैं. यह सब क्या है, क्या देश की जनता यह समझती नहीं है. जनता सब जानती है और समझती है.''
कांग्रेस की षड्यंत्रकारी मानसिकता समझ चुकी जनताः गृह मंत्री ने कहा कि, ''बड़े भाई कमलनाथ इस समय चुनावी हिंदू बनने के लिए रात-दिन एक किए हुए हैं. वहीं, छोटे भाई दिग्विजय सिंह अल्पसंख्यकों को दंगे के नाम पर डराने की मुहिम में जुट गए है. दोनों झूठ की राजनीति में व्यस्त है, लेकिन उनके मंसूबे सफल नहीं होंगे. क्योंकि देश की जनता कांग्रेस की षड्यंत्रकारी मानसिकता समझ चुकी है.''
कांग्रेस केवल परिकल्पना करती है: कांग्रेस नेता अजय सिंह के बैठक में न आने पर नरोत्तम ने कहा, ''ये कमलनाथ की चक्की है, बारीक पिसती है, विंध्य के बड़े नेता है लेकिन कमलनाथ को पसंद नहीं है वो कांग्रेस की औपचारिक बैठकों से गायब होते दिखेंगे. कांग्रेस केवल परिकल्पना करते हैं. धरातल पर कुछ नहीं करते हैं. दिग्विजय सिंह के 10 साल के राज में गड्ढे में सड़क है या सड़क में गड्ढे बता पाना मुश्किल था. उनकी सरकार में बिजली कभी-कभी आती थी. शिवराज की सरकार में बिजली कभी-कभी जाती है.