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Bageshwar Dham पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने पंडोखर सरकार के चैलेंज को नकारा, बोले- हम नहीं करते... देखें ETV Bharat से खास बातचीत

Dhirendra Shastri Reject Pandokhar Sarkar Challenge: भोपाल के करोंद में बागेश्वर सरकार की दो दिवसीय हनुमान कथा का आयोजन हो रहा है. इस सिलसिले में वे भोपाल पहुंचे हैं. इस दौरान हमारे ईटीवी संवाददाता ने उनसे कुछ मुद्दों पर बातचीत की है..

Dhirendra Shastri Reject Pandokhar Sarkar Challenge
बागेश्वर धाम से ईटीवी भारत की खास बातचीत
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 27, 2023, 10:49 PM IST

Updated : Sep 28, 2023, 8:24 AM IST

भोपाल करोंद में बागेश्वर सरकार की दो दिवसीय हनुमान कथा का आयोजन

भोपाल। भोपाल के करोद स्थित बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री की दो दिवसीय हनुमान कथा चल रही है. कथा के पहले दिन धीरेंद्र शास्त्री ने हनुमान चालीसा की चौपाइयों का वर्णन करते हुए अपनी बात रखी तो वहीं उन्होंने पंडोखर सरकार द्वारा दिए गए चैलेंज को नकार दिया. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, "महापुरुषों का अपना-अपना काम है. विद्यार्थी परीक्षा देता है. विद्यार्थी जो पढ़ाई करता है, वह परीक्षा देते हैं. विद्यार्थियों को परीक्षाएं देना चाहिए. हम किसी भी तरह से समय बर्बाद नहीं करेंगे. हम सनातनी और हनुमान जी के काम में लगे हैं. हनुमान जी जैसा करवाएंगे वैसा हम करेंगे. सभी संतो को धन्यवाद, पर्चियो का दरबार कंपटीशन का विषय नहीं है. हमें नहीं लगता यह कंपटीशन का विषय है. अब तो यह समर्पण का विषय है, जिसकी जैसी इच्छा, हनुमान जी सबसे करवा रहे हैं. हमारा हनुमान नाच रहा है."

सनातन के लोग जाग रहे: वहीं, सनातन से जुड़े सवाल पर धीरेंद्र शास्त्री का कहना था कि सनातन के लिए पूरे भारत में लोग जाग रहे हैं और कागज में नहीं दिलों में लोगों के हिंदू राष्ट्र होता जा रहा है. हम सभी हिंदुओं को उसके लिए धन्यवाद देते हैं. शास्त्री ने यहां लोगों से भी आह्वान किया कि वह अपने घरों पर जरूर हिंदू राष्ट्र का झंडा लगाए और एकजुट रहे. चुनावी साल में नेताओं द्वारा ऐसी कथाएं करने पर धीरेंद्र शास्त्री का कहना था की राजनीति और चुनाव पर हम कोई कमेंट नही करेंगे. हम कथा ओर सिर्फ आध्यात्मिक की बात करेंगे.

वहीं, कथा के दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि मनुष्य के मन में राम और काम दो तरह से इच्छाएं विद्वान है. प्रभु राम के काम में अगर हमने मन लगा लिया तो सारी काम रूपी इच्छाएं दूर हो जाती हैं. कामकाज की तरह होता है, जितना उसे खुजाते जाओगे. वह उतना ही बुराइयों की और आपको ले जाएगा. इसलिए काम का परिणाम बुरा होता है. प्रभु राम में मन लगाइए. वही, बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने आज के लोगों के सुख की प्राप्ति को रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि सुख की प्राप्ति काम रस में नहीं राम रस में है. अगर आप सफल आदतें डालेंगे तो सफल होते जाएंगे और सफलता की आदतें डालेंगे तो जीवन में सफल होते जाएंगे. भगवान की भक्ति तन से नहीं मन से करनी चाहिए. आज के समय में लोग तन से भक्ति तो करते हैं लेकिन मन उनका पड़ोसन और पड़ोस में लगा रहता है.

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सनातन के खिलाफ बोलने होते हैं कम बुद्धि के: शास्त्री ने कहा, यह कथा तो दो दिन की है, लेकिन आने वाले समय में भोपाल में पांच दिवसीय कथा हम करेंगे, लेकिन लोगों को भी हमें वचन देना होगा कि वह माथे पर तिलक लगाए और अपनी दुकानों के बाहर भी राम नाम का झंडा लगाए. इससे यह सिद्ध रहे कि यह किसी सनातनी और हिंदू की दुकान है. इसके साथ ही बागेश्वर बाबा ने सनातन का पक्ष लेते हुए कहा कि "जो लोग सनातन के खिलाफ बोलते हैं, वे कम बुद्धि के होते हैं. उनके पास ज्ञान नहीं होता इसलिए वे कुछ भी बोलते रहते हैं."

भोपाल करोंद में बागेश्वर सरकार की दो दिवसीय हनुमान कथा का आयोजन

भोपाल। भोपाल के करोद स्थित बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री की दो दिवसीय हनुमान कथा चल रही है. कथा के पहले दिन धीरेंद्र शास्त्री ने हनुमान चालीसा की चौपाइयों का वर्णन करते हुए अपनी बात रखी तो वहीं उन्होंने पंडोखर सरकार द्वारा दिए गए चैलेंज को नकार दिया. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, "महापुरुषों का अपना-अपना काम है. विद्यार्थी परीक्षा देता है. विद्यार्थी जो पढ़ाई करता है, वह परीक्षा देते हैं. विद्यार्थियों को परीक्षाएं देना चाहिए. हम किसी भी तरह से समय बर्बाद नहीं करेंगे. हम सनातनी और हनुमान जी के काम में लगे हैं. हनुमान जी जैसा करवाएंगे वैसा हम करेंगे. सभी संतो को धन्यवाद, पर्चियो का दरबार कंपटीशन का विषय नहीं है. हमें नहीं लगता यह कंपटीशन का विषय है. अब तो यह समर्पण का विषय है, जिसकी जैसी इच्छा, हनुमान जी सबसे करवा रहे हैं. हमारा हनुमान नाच रहा है."

सनातन के लोग जाग रहे: वहीं, सनातन से जुड़े सवाल पर धीरेंद्र शास्त्री का कहना था कि सनातन के लिए पूरे भारत में लोग जाग रहे हैं और कागज में नहीं दिलों में लोगों के हिंदू राष्ट्र होता जा रहा है. हम सभी हिंदुओं को उसके लिए धन्यवाद देते हैं. शास्त्री ने यहां लोगों से भी आह्वान किया कि वह अपने घरों पर जरूर हिंदू राष्ट्र का झंडा लगाए और एकजुट रहे. चुनावी साल में नेताओं द्वारा ऐसी कथाएं करने पर धीरेंद्र शास्त्री का कहना था की राजनीति और चुनाव पर हम कोई कमेंट नही करेंगे. हम कथा ओर सिर्फ आध्यात्मिक की बात करेंगे.

वहीं, कथा के दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि मनुष्य के मन में राम और काम दो तरह से इच्छाएं विद्वान है. प्रभु राम के काम में अगर हमने मन लगा लिया तो सारी काम रूपी इच्छाएं दूर हो जाती हैं. कामकाज की तरह होता है, जितना उसे खुजाते जाओगे. वह उतना ही बुराइयों की और आपको ले जाएगा. इसलिए काम का परिणाम बुरा होता है. प्रभु राम में मन लगाइए. वही, बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने आज के लोगों के सुख की प्राप्ति को रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि सुख की प्राप्ति काम रस में नहीं राम रस में है. अगर आप सफल आदतें डालेंगे तो सफल होते जाएंगे और सफलता की आदतें डालेंगे तो जीवन में सफल होते जाएंगे. भगवान की भक्ति तन से नहीं मन से करनी चाहिए. आज के समय में लोग तन से भक्ति तो करते हैं लेकिन मन उनका पड़ोसन और पड़ोस में लगा रहता है.

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Last Updated : Sep 28, 2023, 8:24 AM IST
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