ETV Bharat / state

आपके जीवन में मंगल का असर, दृष्टि पड़ते ही इन राशियों का होता है मंगल, तो इनके लिए अमंगल

नौ ग्रहों में मंगल ग्रह सबसे मजबूत ग्रह माना जाता है. मंगल ग्रह का राशियों पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभाव पड़ता है.

Mangal zodiac sign Puja Vidhi
आपके जीवन में मंगल का असर (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Nov 22, 2024, 4:14 PM IST

Mangal zodiac sign Puja Vidhi: मंगल ग्रह को साहस पराक्रम शौर्य वीरता भूमि और क्रोध का कारक ग्रह माना जाता है. ऐसे में मंगल किसी के भी जीवन में बहुत बड़ा असर छोड़ता है अगर मंगल मजबूत है, तो जीवन में बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं और अगर मंगल कमजोर है तो उसके नकारात्मक असर भी देखने को मिलते हैं. आखिर किसी के जीवन में मंगल ग्रह का कितना असर होता है और मंगल को मजबूत करने के लिए क्या उपाय करने चाहिए.

जब मंगल मजबूत हो

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि नौ ग्रहों में मंगल बहुत ही बलवान ग्रह माना जाता है. मंगल मेष राशि वृश्चिक राशि का स्वामी होता है. मंगल जब मेष राशि और वृश्चिक राशि में बैठता है और पूर्ण दृष्टि से देखता है, तो वो जातक बहुत बलवान और गुणी होता है, जो कार्य सोचता वो कार्य उसका हो जाता है.'

क्या कहते हैं पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री (ETV Bharat)

जब मंगल के साथ सूर्य बैठा हो

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि मंगल के साथ अगर सूर्य बैठा है, तो मंगल और प्रबल हो जाता है. सूर्य सिंह राशि का स्वामी है. सिंह राशि का स्वामी होने के साथ-साथ मंगल अगर बैठा है, तो ये सूर्य भी प्रबल हो जाता है. ऐसी स्थिति में मंगल बलवान होकर उसे जातक के लिए भाग्य के द्वार खोल देता है.

मंगल शनि को कर देता है कमजोर

ज्योतिष आचार्य कहते हैं कि 'मंगल के साथ अगर शनि बैठा है, शनि कुंभ राशि, मकर राशि का स्वामी है, अगर मंगल की दृष्टि पड़ती है, तो शनि कोई नुकसान नहीं कर पाता है, क्योंकि मंगल से राहु केतु और शनि दबे हुए होते हैं. मंगल इन राशियों में शनि के घर में बैठता है, तो शनि कमजोर होता है. मंगल पराक्रमी हो जाता है, वो व्यक्ति अगर लोहे का व्यवसाय करे, कोई भी तेल, दूध, कपड़े का व्यवसाय करे, तो दिन दूना रात चौगुना उस घर में धन की वृद्धि होगी. वो आदमी निडर होकर के धन कमाने में तत्पर रहेगा. कोई दूसरा ग्रह उसका नुकसान नहीं कर सकता है.

मंगल जब कमजोर होता है

मंगल जब नीच का होता है, नीच घर में बैठा होता है और अन्य ग्रहों की जब दृष्टि नहीं पड़ती है, तो मंगल नीच होने के कारण वो व्यक्ति रोगी हो जाता है. परेशान होता है, घर में कमी होती है. मंगल की कितनी भी शांति करें या ग्रह शांति करें, लेकिन नीचे होने के कारण मंगल पूरा प्रभाव नहीं डाल पाता है. वो जातक परेशान होता है.

जब इन राशियों पर मंगल की दृष्टि पड़े

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं सामान्यत: 12 राशियां होती हैं. जैसे मेष राशि, वृष, सिंह, वृश्चिक और मीन राशि में अगर मंगल की सीधे दृष्टि पड़ती है, तो वो व्यक्ति बहुत ऊंचे पद पर जाकर आसीन होता है, धन धान्य से परिपूर्ण होता है, वो निडर होकर के हर कार्य करने के लिए तैयार रहता है.

मंगल को मजबूत करने करें ये उपाय

ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि जब मंगल कमजोर होता है, या मंगल की दशा चल रही होती है. ऐसे व्यक्तियों को मंगलवार का व्रत करना चाहिये. मंगलवार को सुंदरकांड का पाठ करें. अगर पाठ नहीं कर पाते हैं, तो सिंदूर और चमेली का तेल मिक्स करके अगर हनुमान जी के ऊपर समर्पित करें तो हनुमान जी बहुत प्रसन्न होते हैं, जिनका मंगल प्रबल है उनके लिए कुछ करने की जरूरत नहीं है हनुमान जी की छत्र छाया बनी रहती है.

Mangal zodiac sign Puja Vidhi: मंगल ग्रह को साहस पराक्रम शौर्य वीरता भूमि और क्रोध का कारक ग्रह माना जाता है. ऐसे में मंगल किसी के भी जीवन में बहुत बड़ा असर छोड़ता है अगर मंगल मजबूत है, तो जीवन में बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं और अगर मंगल कमजोर है तो उसके नकारात्मक असर भी देखने को मिलते हैं. आखिर किसी के जीवन में मंगल ग्रह का कितना असर होता है और मंगल को मजबूत करने के लिए क्या उपाय करने चाहिए.

जब मंगल मजबूत हो

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि नौ ग्रहों में मंगल बहुत ही बलवान ग्रह माना जाता है. मंगल मेष राशि वृश्चिक राशि का स्वामी होता है. मंगल जब मेष राशि और वृश्चिक राशि में बैठता है और पूर्ण दृष्टि से देखता है, तो वो जातक बहुत बलवान और गुणी होता है, जो कार्य सोचता वो कार्य उसका हो जाता है.'

क्या कहते हैं पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री (ETV Bharat)

जब मंगल के साथ सूर्य बैठा हो

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि मंगल के साथ अगर सूर्य बैठा है, तो मंगल और प्रबल हो जाता है. सूर्य सिंह राशि का स्वामी है. सिंह राशि का स्वामी होने के साथ-साथ मंगल अगर बैठा है, तो ये सूर्य भी प्रबल हो जाता है. ऐसी स्थिति में मंगल बलवान होकर उसे जातक के लिए भाग्य के द्वार खोल देता है.

मंगल शनि को कर देता है कमजोर

ज्योतिष आचार्य कहते हैं कि 'मंगल के साथ अगर शनि बैठा है, शनि कुंभ राशि, मकर राशि का स्वामी है, अगर मंगल की दृष्टि पड़ती है, तो शनि कोई नुकसान नहीं कर पाता है, क्योंकि मंगल से राहु केतु और शनि दबे हुए होते हैं. मंगल इन राशियों में शनि के घर में बैठता है, तो शनि कमजोर होता है. मंगल पराक्रमी हो जाता है, वो व्यक्ति अगर लोहे का व्यवसाय करे, कोई भी तेल, दूध, कपड़े का व्यवसाय करे, तो दिन दूना रात चौगुना उस घर में धन की वृद्धि होगी. वो आदमी निडर होकर के धन कमाने में तत्पर रहेगा. कोई दूसरा ग्रह उसका नुकसान नहीं कर सकता है.

मंगल जब कमजोर होता है

मंगल जब नीच का होता है, नीच घर में बैठा होता है और अन्य ग्रहों की जब दृष्टि नहीं पड़ती है, तो मंगल नीच होने के कारण वो व्यक्ति रोगी हो जाता है. परेशान होता है, घर में कमी होती है. मंगल की कितनी भी शांति करें या ग्रह शांति करें, लेकिन नीचे होने के कारण मंगल पूरा प्रभाव नहीं डाल पाता है. वो जातक परेशान होता है.

जब इन राशियों पर मंगल की दृष्टि पड़े

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं सामान्यत: 12 राशियां होती हैं. जैसे मेष राशि, वृष, सिंह, वृश्चिक और मीन राशि में अगर मंगल की सीधे दृष्टि पड़ती है, तो वो व्यक्ति बहुत ऊंचे पद पर जाकर आसीन होता है, धन धान्य से परिपूर्ण होता है, वो निडर होकर के हर कार्य करने के लिए तैयार रहता है.

मंगल को मजबूत करने करें ये उपाय

ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि जब मंगल कमजोर होता है, या मंगल की दशा चल रही होती है. ऐसे व्यक्तियों को मंगलवार का व्रत करना चाहिये. मंगलवार को सुंदरकांड का पाठ करें. अगर पाठ नहीं कर पाते हैं, तो सिंदूर और चमेली का तेल मिक्स करके अगर हनुमान जी के ऊपर समर्पित करें तो हनुमान जी बहुत प्रसन्न होते हैं, जिनका मंगल प्रबल है उनके लिए कुछ करने की जरूरत नहीं है हनुमान जी की छत्र छाया बनी रहती है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.